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Pet Dog: स्टेटस सिंबल के लिए लोग पाल रहे हिंसक प्रजाति के कुत्ते, ट्रेनिंग भी नहीं कराते; घरों में दहशत में रहते हैं लोग

Violent Pet Dog चौखट पर स्वास्तिक का चिह्न शुभ-लाभ व स्वागतम की जगह कुत्तों से सावधान होने का बोर्ड दिल्ली-एनसीआर में लाखों घरों में लग चुका है। कुत्ते के प्रति प्यार और लगाव के चलते लोग विदेशी ब्रीड के कुत्ते पाल रहे हैं।

By GeetarjunEdited By: Updated: Thu, 15 Sep 2022 10:42 PM (IST)
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स्टेटस सिंबल के लिए लोग घरों में पाल रहे हिंसक प्रजाति के कुत्ते।
नोएडा [वैभव तिवारी]। चौखट पर स्वास्तिक का चिह्न, शुभ-लाभ व स्वागतम की जगह कुत्तों से सावधान होने का बोर्ड दिल्ली-एनसीआर में लाखों घरों में लग चुका है। कुत्ते के प्रति प्यार और लगाव के चलते लोग विदेशी ब्रीड के कुत्ते पाल रहे हैं। घरों में हिंसक प्रजाति के कुत्ते को पालने की प्रवृति स्टेटस सिंबल और दिखावटी प्रवृति बन चुकी है।

कुत्तों को फूड सप्लीमेंट दिए जा रहे हैं, जिससे कुत्ते भारी शरीर के साथ आक्रामक बन रहे हैं। विदेशी नस्ल के कुत्ते बाजार में पांच हजार से एक लाख तक में मिल रहे हैं।

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क्या कह क्लीनिक चलाने वाले डॉक्टर?

सेक्टर-49 में कुत्ते का क्लीनिक चलाने वाले डा. रमेश झा बताते है कि विदेशी नस्ल के कुत्ते लोगों ने पाल तो लिए हैं, लेकिन जलवायु और आक्रामक व्यवहार के चलते आक्रामक प्रजाति के कुत्तों को घरों में नहीं पालना चाहिए। यह कभी भी आक्रामक हो उठते हैं और नुकसान पहुंचा देते हैं।

लोग कुत्तों के शरीर को बढ़ाने और ताकतवर बनाने के लिए सप्लीमेंट देते हैं। ऊर्जा के मुताबिक कार्य नहीं होने पर भी चिड़चिड़े होकर कई बार हमला कर देते हैं।

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शौक से पाल रहे हैं आक्रामक कुत्ते

पिटबुल, राट विलर, हस्की, जर्मन शेफर्ड, डाबरमैन पिन्स्चर, बुलमास्टिफ, मालाम्यूट, वूल्फ हाइब्रिड, पूडल, चावचाव ये दुनिया के खतरनाक कुत्तों में से एक हैं। इन कुत्तों पर कई देशों ने बैन लगा दिया है। यह कुत्ते डरावने, आक्रामक होने के साथ कभी भी भड़क जाते हैं, ऐसी स्थिति में यह किसी के लिए भी चुनौती बन सकते हैं।

नहीं कराते ट्रेनिंग और अभ्यास

पशु प्रेमी विभा चुग बताती हैं कि आक्रामक प्रजाति के कुत्तों को पालने के लिए ट्रेनिंग की जरूरत होती है। डॉग ट्रेनर की अधिक फीस होने के कारण अधिकतर लोग कुत्तों को बिना किसी ट्रेनिंग के घर में पाल लेते हैं। डाक्टर भी ऐसे कुत्तों को घरों में पालने पर सीधे तौर पर मना कर देते है, लेकिन शौक के चलते जीवन को दांव पर लोग लगा रहे है।

इसके साथ ही सरकार की तरफ से भी कोई जागरूकता कार्यक्रम नहीं चलाया जाता है। इससे लोगों को जानकारी भी नहीं मिल पाती है। गैर कानूनी ब्रीडिंग वाले कुत्तों की भरमार है।

पालने के बाद घरों से कुत्तों को छोड़ रहे

आक्रामक प्रवृति के कुत्तों को पालने के बाद पर्याप्त रखरखाव नहीं कर पाने पर लोगों ने पालतू कुत्तों को सड़क पर छोड़ दिया है। सुकृति चौहान बताती हैं कि अब तक सड़क पर मिले विदेशी ब्रीड के 60 पालतू कुत्तों का उपचार कराने के बाद शेल्टर होम भेज चुकी हैं।

नोएडा के सेक्टर- 94 में स्थित शेल्टर होम में भी बड़ी संख्या में विदेशी ब्रीड के पालतू कुत्ते सड़क पर बेसहारा मिलने पर शेल्टर होम लाए जा चुके हैं। इसमें घरों को छोड़ रहे और विदेश जाने वाले लोग भी कुत्तों को सड़क पर छोड़कर चले गए हैं।

दो पक्ष में बंट चुके हैं लोग

दिल्ली-एनसीआर में पशु प्रेमी और आक्रामक होने से डरे हुए लोग दो पक्षों में बंट चुके है। हाईकोर्ट में कुत्तों के मुद्दे पर कैविएट डालने वाले जोगिंदर सिंह बताते हैं कि खतरनाक प्रवृति के कुत्तों को घर के बजाय फार्म हाउस में पाला जाना चाहिए, जहां पर लोगों की आवाजाही कम हो। ऐसे में लोग सुरक्षित रहेंगे।

कुत्तों का सार्वजनिक जगह पर बिना मजल के घूमने पर प्रतिबंध होना चाहिए। इंटरनेट मीडिया पर पशु प्रेमी छोटे बच्चों के साथ कुत्तों की वीडियो डालकर भी कुत्तों का विरोध करने वालों पर तंज कस रहे हैं।

नहीं पालते आवारा कुत्ते

दिल्ली-एनसीआर में लाखों की संख्या में सड़क पर आवारा कुत्ते घूम रहे हैं, लेकिन इनको पालतू बनाने के लिए बहुत कम लोग सामने आते हैं। इसके साथ ही आवारा कुत्तों की नसबंदी करने में भी खेल हो रहा है, इसके कारण कुत्तों की संख्या कम ही नहीं हो रही है। जबकि नसबंदी पिछले कई वर्ष से की जा रही है।

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