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Noida Power Cut: खुशखबरी! ग्रेटर नोएडा के लोगों को अब बिजली कटौती से मिलेगी राहत, पढ़ें क्या हुई तैयारी

यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार की 24 घंटे बिजली योजना को देखते हुए ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लोगों के लिए अच्छी खबर है। अब उन्हें बिजली कटौती का सामना नहीं करना पड़ेगा। यहां के स्थानीय निवासी बढ़ते बिजली लोड के कारण परेशान थे लेकिन अब उनकी परेशानी को दूर करने के लिए नोएडा पावर कंपनी लि. के सेक्टर एक में नवनिर्मित 33/11 केवी बिजली सब स्टेशन बुधवार को शुरू हुआ।

By Arvind Mishra Edited By: Monu Kumar Jha Updated: Thu, 10 Oct 2024 11:22 AM (IST)
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UP Electricity: ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लोगों को बिजली कटौती का अब नहीं करना पड़ेगा सामना। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बढ़ते बिजली लोड के कारण होने वाली कटौती से निवासियों को राहत मिलेगी। नोएडा पावर कंपनी लि. के सेक्टर एक में नवनिर्मित 33/11 केवी बिजली सब स्टेशन का बुधवार को शुभारंभ हो गया।

इसके सब स्टेशन से टेकजोन चार,सेक्टर एक व बिसरख गांव के आस पास के कामर्शियल उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति होगी। कंपनी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ऑपरेशन सारनाथ गांगुली ने बताया कि सब स्टेशन में साढ़े 12 एमवीए के ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं।

एक फीडर 220 केवी जलपुरा सबस्टेशन के पास जोड़ा गया

इस सब स्टेशन को 33 केवी के दो फीडर से जोड़ा गया है। इसमें एक फीडर 220 केवी जलपुरा सबस्टेशन से और एक फीडर 400 केवी सेक्टर 123 नोएडा से जोड़ा गया गया है। सब स्टेशन से 33 केवी के चार फीडर व 11 केवी पर सात फीडर से क्षेत्र में बिजली आपूर्ति होगी।

सेक्टर एक में नए सब स्टेशन के शुभारंभ के दौरान एनपीसीएल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सारनाथ गांगुली व अन्य। सौ. एनपीसीएल

इसके शुरू होने से अतिरिक्त भार होगा कम

इस सब स्टेशन के शुरू होने से ग्रेटर नोएडा वेस्ट के भार को संतुलित करना आसान होगा। आपूर्ति और बेहतर होगी। दीपावली से पहले एनपीसीएल के दो और 33/11 केवी के सब स्टेशन शुरू हो जाएंगे। एक सब स्टेशन ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टर चार में और दूसरा सेक्टर ईकोटेक 10 के औद्योगिक क्षेत्र में है।

गाजियाबाद में 24 घंटे बिजली योजना को लगा झटका

वहीं गाजियाबाद जिले के तहत पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने ट्रांस हिंडन के क्षेत्रों में जमीन ढूंढ़ने के लिए 30 सितंबर तक का समय दिया था, लेकिन जमीन नहीं मिलने से ट्रांस हिंडन में बिजलीघरों के निर्माण की योजना का काम आगे नहीं बढ़ पा रहा है। 10 नए बिजलीघर बनाने का प्लान था। जो अभी तक धरातल पर नजर नहीं आ रहा है। अधिकारियों की लेटलतीफी का नुकसान आम लोगों को हो रहा है। 

 उपभोक्ता ने कही ये बात

रोजाना अंधाधुंध बिजली कटौती से जूझना पड़ रहा है। बिजलीघरों का निर्माण हो जाता तो काफी हद तक कटौती से राहत मिल जाती। विद्युत व्यवस्था में सुधार की जरूरत है। -मनमोहन वालिया, उपभोक्ता

आबादी लगातार बढ़ रही है, लेकिन संसाधान पुराने है हैं। यही कारण है कि रोजाना की कटौती से जूझना पड़ता है। शिकायत पर अधिकारी समाधान नहीं कर पाते हैं। -अनिल भारद्वाज, उपभोक्ता

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