PM किसान सम्मान निधि में अब नहीं कर पाएंगे धांधली, सरकार ने कर ली तैयारी; किसानों के लिए बनेगा अब ये नया कार्ड
प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) का लाभ उठाने वाले काफी संख्या में ऐसे लोगों का नाम सामने आया है। जो इस योजना में शामिल ही नहीं थे लेकिन फिर भी उन्होंने योजना का लाभ लिया। सम्मान निधि से करोड़पति भूमिहीन सेंध नहीं लगा पाएंगे। अब सही किसानों का पता लगाने के लिए बिना किसान कार्ड बनाया जाएगा।
अजब सिंह भाटी, ग्रेटर नोएडा। (PM Kisan Yojana Hindi) प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना का लाभ उठाने वाले काफी संख्या में ऐसे लोग चिह्नित हुए हैं, जो अपात्र होते हुए भी योजना का लाभ उठा रहे थे। मामला पकड़ में आने के बाद शासन ने ऐसे किसानों से वसूली के आदेश दिए।
जांच में सामने आया कि ऐसे किसानों ने भी योजना का लाभ उठाया, जो भूमिहीन थे। यह हाल केवल सम्मान निधि योजना का नहीं बल्कि कृषि संबंधी अन्य योजनाओं का भी है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अपात्रों पर नकेल कसने के लिए किसान कार्ड बनेगा। जिसके पास कार्ड होगा, वही किसान योजना की पात्रता में शामिल होगा।
कार्ड नहीं तो पात्र नहीं
गांवों में शिविर लगाकर कृषि विभाग दस्तावेजों की जांच कर कार्ड बनाने के लिए किसानों का ब्योरा पोर्टल पर दर्ज करेगा। पोर्टल पर किसान का आधार कार्ड, खेत का रकबा, खसरा नंबर, मोबाइल नंबर, ईकेवाइसी बुआई की जाने वाली कम से कम दो फसल आदि का पूरा ब्योरा दर्ज होगा।
इसके बाद एक किसान को यूनीक नंबर जारी होगा। नंबर के जरिये किसान का पूरा विवरण आन लाइन उपलब्ध होगा। किसान को कार्ड के जरिये ही दिसंबर से पीएम सम्मान निधि सहित अन्य योजनाओं का लाभ दिया जाएगा।
करोड़पति भूमिहीनों ने लगा दी थी सम्मान निधि में सेंध
वित्तीय वर्ष 2022 में सम्मान निधि योजना का लाभ उठाने वाले ऐसे किसान भी पकड़ में आए जिनकी जमीन ग्रेटर नोएडा, नोएडा व यमुना प्राधिकरण द्वारा अधिग्रहण कर चुका है। उसके बावजूद किसान योजना का लाभ उठा रहे थे। पिछले साल अपात्रों की छटनी में 1719 ऐसे लाभार्थी भी सामने आए जो आयकर दाता भी थे।
आधार की तर्ज पर किसान कार्ड बनाया जाएगा। इसके लिए गांवों में शिविर लगाकर कार्ड बनाने के लिए मोबाइल ऐप पर पंजीकरण किया जाएगा। बिना किसान कार्ड के विभागीय योजना में आवेदन स्वीकार नहीं होंगे।
राजीव कुमार उप कृषि निदेशक
यह होगा फायदा
अपात्र योजना का लाभ नहीं उठा सकेंगे।
किसान का पूरा विवरण ऐप पर होगा।
कृषि ऋण लेने के लिए बार-बार रिकार्ड नहीं देना पड़ेगा।
लाभार्थियों का सत्यापन, कृषि उत्पाद का विवरण आदि मामलों में सहूलियत होगी।
फसली ऋण के लिए किसान क्रेडिट कार्ड आसानी से बन सकेगा।
आपदा के दौरान किसान की क्षतिपूर्ति का लाभ आसानी से मिल सकेगा।
फसल बीमा कराना आसान होगा।
जिले में पंजीकृत किसानों की संख्या- 57 हजार 77
सम्मान निधि के तहत 2022 में मिले अपात्र - 1719
पिछले वित्तीय वर्ष में मिले अपात्र - 817
जिले में किसानों की संख्या
दनकौर -17958
जेवर - 16881
बिसरख- 6212
दादरी -12431
नगरीय क्षेत्र 7417
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