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नोएडा प्राधिकरण के 200 करोड़ की FD में लगाई सेंध, पुलिस ने दबोचा मास्टरमाइंड

Noida News नोएडा प्राधिकरण में हुए 200 करोड़ रुपये के एफडी घोटाले के मास्टरमाइंड को 435 दिन बाद दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। पश्चिम बंगाल के रहने वाले इस शख्स पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था। आरोपी ने फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर नोएडा प्राधिकरण के नाम से बैंक खाते खोले और उसमें 3.90 करोड़ रुपये ट्रांसफर कराए।

By Munish Kumar Sharma Edited By: Geetarjun Updated: Sat, 14 Sep 2024 09:48 PM (IST)
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नोएडा सेक्टर 58 कोतवाली पुलिस की गिरफ्त में आरोपित मन्नू भोला (नीले टी-शर्ट में) और त्रिदिब दास।

जागरण संवाददाता, नोएडा। नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) के 200 करोड़ रुपये की एफडी में सेंधमारी करने वाले 25 हजार के इनामी मास्टमाइंड को 435 दिन बाद पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। फर्जीवाड़े को अंजाम देने के लिए नकली दस्तावेज बनाने वाले उसके साथी को भी दबोचा लिया।

फर्जीवाड़े की रकम हवाला के जरिए गुजरात भेजी गई थी। अन्य फरार आरोपी राहुल मिश्रा, त्यागी समेत अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।

पश्चिम बंगाल के रहने वाले दोनों आरोपी

डीसीपी क्राइम गौतमबुद्ध नगर शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि छह जुलाई 2023 को हुई नोएडा विकास प्राधिकरण की 200 करोड़ रुपये की एफडी में सेंधमारी मामले में पुलिस टीम जांच में जुटी थीं। क्राइम ब्रांच और सेक्टर-58 थाना पुलिस टीम ने शनिवार को दिल्ली के कबीर पैलेस होटल से पश्चिम बंगाल दक्षिण 24 परगना के 25 हजार के इनामी मन्नू भोला व पश्चिम बंगाल नौ हरी सावा स्ट्रीट खिदरीपारा के त्रिदिब दास को गिरफ्तार किया।

नोएडा प्राधिकरण के नाम से खोला बैंक अकाउंट

आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि शुरुआती चरण में बैंक खाता खोलने के लिए जरूरी दस्तावेजों में जालसाजी की। उनका इस्तेमाल कर अब्दुल खादर (पूर्व में गिरफ्तार) ने नोएडा प्राधिकरण के नाम से बैंक ऑफ इंडिया में तीन खाते खोलकर 3.90 करोड़ रुपये हस्तांतरित (ट्रांसफर) कराए। नौ करोड़ रुपये निकालने के दौरान पकड़ा गया।

इसमें शामिल राजेश पांडेय, सुधीर, मुरारी व राजेश बाबू भी गिरफ्तार हुए थे, लेकिन मन्नू भोला भाग गया था। मन्नू ने धनराशि हवाला के माध्यम से दिल्ली में नकद प्राप्त की थी। उसको 50 लाख रुपये मिले थे। बाकी पैसा अन्य सदस्यों में बंट गया था।

त्रिदिब नकली अभिलेख व मुहर बनवाने में माहिर है। मन्नू अपनी पहचान छिपाने के लिए राजीव कपूर और विक्रम नाम के फर्जी आधार कार्डों का उपयोग करता था। पुलिस को दोनों के पास से सात मुहर, पांच आधार कार्ड, दो पैन कार्ड, 14 डेबिट व क्रेडिट कार्ड, पांच चैकबुक, दो पासबुक व 115 दस्तावेज मिले हैं।

चार राज्यों में काटी फरारी

मन्नू नोएडा से वाराणसी भाग गया था। करीब दो माह तक वाराणसी में रूका। वहां पर होटल में रहकर पुलिस की कार्रवाई पर नजर रखी। इस दौरान बिहार भी गया। पांच आरोपियों की गिरफ्तारी होने पर मामला कुछ शांत हो गया, तो कोलकाता चला गया। वहां सबसे ज्यादा समय व्यतीत किया। इस बीच असम, गुरुग्राम और दिल्ली में भी रहा। किसी महिला से से दिल्ली मिलने आया था और पुलिस के हत्थे चढ़ गया।

यह है पूरा घटनाक्रम

  • 21 जून 2023: नोएडा प्राधिकरण ने बैंक को पत्र लिखकर 200 करोड़ रुपये जमा कराने को लेकर पत्राचार किया।
  • 23 जून 2023: बैंक में खाता खोलने के बाद मेल और फिजिकल लेटर प्राधिकरण को मिला।
  • 26 जून 2023: सेक्टर 18 के एचडीएफसी बैंक और सेक्टर 61 के इंडियन बैंक से बैंक ऑफ इंडिया में पैसा ट्रांसफर कराया गया।
  • 27 जून 2023: 100-100 करोड़ के दो नकली एफडी प्राधिकरण को मिली, लेकिन शक नहीं हुआ।
  • 28 जून 2023: प्राधिकरण के केंद्रीय लेखा में दस्तावेज भेजे गए।
  • 30 जून 2023: केंद्रीय लेखा विभाग के शक होने पर हुआ, लेकिन आगे दो दिन और छुट्टी हो गई।
  • 03 जुलाई 2023: बैंक से पत्राचार करने दौरान नौ करोड़ निकाले जाने को लेकर फोन आया। बैंक में संपर्क के दौरान 30 जून को 3.90 करोड़ निकाले जाने का पता चला।
  • जुलाई 2023: पैसे निकालने वाले आरोपी अब्दुल खादर समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया।
  • जून 2024: भागे हुए मास्टर माइंड के खिलाफ एनबीडब्ल्यू जारी हुआ।
  • अगस्त 2024: मास्टरमाइंड पर 25 हजार का इनाम घोषित।
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