सीमा हैदर की राजनीति में एंट्री! इस पार्टी ने दिया चुनाव लड़ने का ऑफर; महिला विंग का अध्यक्ष बनाने को तैयार
पाकिस्तान के कराची से नेपाल के रास्ते अवैध तरीके से चार बच्चों के साथ ग्रेटर नोएडा आई सीमा हैदर को मोदी सरकार में शामिल राम दास अठावले की पार्टी ने राजनीति में आने का ऑफर दिया है। साथ ही पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा कि वह अपने सिंबल पर सीमा हैदर को चुनाव लड़ाने के साथ-साथ उत्तर प्रदेश महिला विंग की अध्यक्ष व राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाएंगे।
By Praveen SinghEdited By: Shyamji TiwariUpdated: Wed, 02 Aug 2023 08:24 PM (IST)
रबूपुरा, जागरण संवाददाता। पाकिस्तान के कराची से नेपाल के रास्ते अवैध तरीके से चार बच्चों के साथ ग्रेटर नोएडा सीमा हैदर को अब राजनीति में आने का निमंत्रण मिला है। सीमा ने इसके लिए हामी भर दी है। रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने बयान जारी कर सीमा हैदर को पार्टी में शामिल होने का खुला निमंत्रण दिया है।
चुनाव लड़ाने को तैयार पार्टी
आरपीआई के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किशोर मासूम ने बताया कि जैसे सीमा को जांच एजेंसी ने क्लीन चिट दी है, उसी तरह यदि उसे भारतीय नागरिकता मिल जाती है तो वह उन्हें अपनी पार्टी में शामिल करने के लिए तैयार हैं। यही नहीं, उन्होंने कहा कि वह अपने सिंबल पर सीमा हैदर को चुनाव लड़ाने के साथ-साथ उत्तर प्रदेश महिला विंग की अध्यक्ष व राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाएंगे।
फिल्म में काम करने का ऑफर
गौरतलब है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामदास अठावले हैं जो दूसरी बार केंद्र की मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। इससे पहले सीमा हैदर को एक फिल्म में काम करने का ऑफर मिल चुका है। मेरठ के रहने वाले फिल्म प्रड्यूसर अमित जानी का कहना है कि सचिन और सीमा की आर्थिक स्थिति को देखते हुए वह सीमा को अपनी फिल्म में कलाकार के तौर पर लेने के लिए तैयार हैं।50 हजार की सैलरी पर नौकरी का प्रस्ताव
उन्होंने कहा कि अगर सीमा उनकी फिल्म में काम करने के लिए हां करती है तो वह सीमा के घर जाकर एडवांस में चेक देने के लिए तैयार है। इसके अलावा सोमवार देर रात को सीमा और सचिन के घर पर एक पत्र आया था, जिसमें गुजरात के एक उद्योगपति ने सीमा हैदर और सचिन को 50-50 हजार रुपये महीने की सैलरी पर नौकरी का ऑफर दिया था।पुलिस प्रशासन द्वारा सीमा सचिन व उसके पिता नेत्रपाल को घर में नजरबंद किए जाने के बाद परिवार पाई-पाई को मोहताज है। एक महीने से ज्यादा हो गए हैं, सचिन का परिवार काम पर नहीं जा पा रहा है। काम नहीं करने से परिवार के सामने भूखे मरने की नौबत आ गई है, जिससे परिवार के दर्जनों सदस्यों का खर्च उठाना मुश्किल हो रहा है।