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Chinese Loan App Case: रूहान खान नाम रखकर चीन गया था पंजाबी युवक जसप्रीत, ऐसे खुला ठगी का खेल

नागरिकों से ठगी करने के लिए चीन के नागरिकों के लिए चीन लोन एप तैयार करने वाला 25 हजार का इनामी निखिल एसटीएफ के हत्थे चढ़ गया है। उसको बीटा दो कोतवाली में दाखिल किया गया है। उससे हुई पूछताछ में बेहद चौंकाने वाला पर्दाफाश हुआ है। चीन के नागरिकों के ठग गिरोह में शामिल पंजाबी युवक जसप्रीत सिंह रूहान खान नाम रखकर चीन गया।

By Praveen SinghEdited By: Abhishek TiwariUpdated: Wed, 02 Aug 2023 08:33 AM (IST)
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रूहान खान नाम रखकर चीन गया था पंजाबी युवक जसप्रीत

ग्रेटर नोएडा [प्रवीण विक्रम सिंह]। पूरे विश्व के नागरिकों से ठगी करने के लिए चीन के नागरिकों के लिए चीनी लोन एप तैयार करने वाला 25 हजार का इनामी निखिल एसटीएफ के हत्थे चढ़ गया है। उसको बीटा दो कोतवाली में दाखिल किया गया है। उससे हुई पूछताछ में बेहद चौंकाने वाला पर्दाफाश हुआ है।

चीन के नागरिकों के ठग गिरोह में शामिल पंजाबी युवक जसप्रीत सिंह रूहान खान नाम रखकर चीन गया। जसप्रीत ने पासपोर्ट रुहान के नाम से बनवाया। वह चीन में एक महीने तक रहा और ठगी का धंधा संचालित किया। वापस उसी पासपोर्ट पर वह भारत आया।

यह सब फर्जीवाड़ा करने वाला पंजाबी युवक छह महीने से अधिक समय से जेल में बंद है, लेकिन उसके द्वारा किया गया फर्जीवाड़ा अब प्रकाश में आया है। देश की सुरक्षा में चीन के नागरिकों के अलावा भारतीय युवक भी सेंध लगा रहे है।

जांच के दौरान पता चला है कि तेलंगाना के कई युवाओं से चीनी लोन एप में निवेश कर मुनाफा कमाने के नाम पर ठगी की जा चुकी है। इस मामले में पूर्व में तेलंगाना की साइबर सेल पुलिस नोएडा आ चुकी है। तेलंगाना साइबर सेल ने भी इस नेटवर्क से जुड़े चीन के पांच से अधिक नागरिकों को गिरफ्तार किया था।

अब तक की हुई जांच में इस गिरोह में करीब 50 से अधिक चीन व भारतीय नागरिकों के शामिल होने की पुष्टि हो चुकी है। समय रहते यदि इस गिरोह को नहीं पकड़ा गया होता तो ठगी का यह आंकड़ा अब तक कई हजार करोड़ रुपये पार कर चुका होगा।

नारनौल से गिरफ्तार

25 हजार के इनामी निखिल को एसटीएफ ने हरियाणा के नारनौल से गिरफ्तार किया है। वह अपने घर के पास ही एक सुरक्षित स्थान पर पनाह लिए हुआ था। मुखबिर से मिली खास सूचना पर उसकी गिरफ्तारी हुई है।

सुफाइ है पूरे मामले का मास्टरमाइंड

बीते वर्ष 11 जून को नेपाल बार्डर पर बिहार के सीतामढ़ी क्षेत्र में एसएसबी ने दो चीनी नागरिकों लु लैंग और तो यूं हेलंग को पकड़ा था। दोनों 18 दिनों तक ग्रेटर नोएडा के घरबरा गांव स्थित चीनी नागरिकों के अवैध शराब के अड्डे व जेपी ग्रींस सोसायटी में रहे थे।

दोनों को भारत में पनाह चीनी नागरिक सु फाइ व उसकी महिला मित्र नगालैंड की रहने वाली पेटेख रेनुओ ने दी थी। पनाह देने वालों को ग्रेटर नोएडा पुलिस ने पकड़ा तो पता चला कि अवैध रूप से सु फाइ भारत में रह रहा था, उसकी वीजा अवधि वर्ष 2020 में समाप्त हो गई थी।

सु फाइ के कब्जे से भारतीय पासपोर्ट बरामद हुआ था जो कि देश सुरक्षा में सेंध लगा रहा था। वह घरबरा गांव में चीनी नागरिकों के लिए एक ऐसा अवैध अड्डा चला रहा था जहां बार, पब, कैसिनो समेत कई अन्य मनोरंजन के साधन एक साथ मौजूद रहते थे। अवैध अड्डे पर भारतीय युवती से यौन उत्पीड़न के आरोपित ली शुलुन का भी आना जाना था। वर्तमान में चीन के 11 से अधिक नागरिक इस मामले में जेल में बंद है।