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जीएसटी बकायेदारों पर नकेल कसनी शुरू, नोएडा में 14 हजार बकायेदारों को जारी की आरसी

नोएडा में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने जीएसटी बकायेदारों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। अब तक 14925 व्यापारियों और उद्यमियों की आरसी जारी की जा चुकी है और 2308 बैंक खातों को अटैच किया गया है। इस कार्रवाई से विभाग को करोड़ों रुपये की रिकवरी हुई है। प्रमुख सचिव राज्य कर द्वारा राज्य व्यापी वैट जीएसटी बकाया वसूली अभियान चलाए जाने के निर्देश दिए गए हैं।

By Arpit Tripathi Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Mon, 23 Sep 2024 09:34 AM (IST)
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जीएसटी पोर्टल के जरिये 26.08 करोड़ रुपये पर कार्रवाई की गई।
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। राज्य कर विभाग की ओर से जीएसटी बकायेदारों पर नकेल कसनी शुरू हो गई है। राज्य कर विभाग की ओर से अब तक 14,925 व्यापारियों व उद्यमियों को आरसी जारी की गई है। इन पर 296.15 करोड़ रुपये का बकाया है।

वहीं 2308 बैंक खातों को अटैच किया है, जिसमें 49 करोड़ रुपये की धनराशि है। अटैच किए गए खातों में से डेढ़ करोड़ रुपये एकत्रित कर लिए हैं। वहीं जीएसटी पोर्टल के जरिये 26.08 करोड़ रुपये पर कार्रवाई की गई है।

जीएसटी बकाया वसूली अभियान चलाने का निर्देश

राज्य कर विभाग गौतमबुद्ध नगर के अपर आयुक्त द्वितीय विवेक आर्य ने बताया कि प्रमुख सचिव राज्य कर द्वारा राज्य व्यापी वैट जीएसटी बकाया वसूली अभियान चलाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। इसी कड़ी में अपर आयुक्त राज्य कर चांदनी सिंह द्वारा गौतमबुद्धनगर जनपद के वैट व जीएसटी के सभी बकायेदारों के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है।

बकायेदारों के बैंक खाते होंगे जब्त

सभी खंडों के उपायुक्त व सहायक आयुक्त बकाया दस्तावेजों को खोजकर आरसी जारी करने व बकायेदारों से संपर्क करने में जुट गए हैं। विभाग द्वारा ऐसे बकायेदारों के बैंक खाते को जब्त करने के लिए संबंधित बैंक के अधिकारियों से मिलकर भी बकाया वसूली की जा रही है।

समय रहते भुगतान करने पर नहीं लगेगा जुर्माना

इस कार्य के लिए पैन संख्या के आधार पर व्यापारी के समस्त खातों की जानकारी करके उनके प्रबंधकों को अमीनो द्वारा आरसी भेजी जा रही है। बकाये की धनराशि को व्यापारी व उद्यमी समय रहते जमा कराते हैं तो ब्याज व अर्थदंड में कम लगेगा।

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