Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

ग्रेटर नोएडा से दादरी आना-जाना होगा आसान, बनेगा छह लेन का आरओबी; हजारों लोगों को मिलेगा फायदा

आरओबी से अंतरराज्यीय बस टर्मिनल व स्थानीय बस अड्डा और मेट्रो कनेक्टिविटी की सुविधा होगी। पूर्व दिशा की ओर जाने वाली 50 से अधिक ट्रेन ग्रेटर नोएडा टर्मिनल से होकर चलेंगी। इससे पूर्वी उत्तर प्रदेश बिहार पश्चिम बंगाल आदि की ओर जाने वाले यात्रियों को सहूलियत होगी। उन्हें दिल्ली नई दिल्ली व आनंद विहार रेलवे स्टेशन तक भागदौड़ नहीं करनी होगी।

By Arvind Mishra Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Sun, 15 Sep 2024 08:58 AM (IST)
Hero Image
पल्ला गांव के पास बन रहे आरओबी को छह लेन का बनाया जाएगा। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा और दादरी (ग्रेटर नोएडा फेज दो) के बीच आवागमन सुगम करने के लिए पल्ला गांव के निकट बन रहे आरओबी को चार की बजाए छह लेन का बनाया जाएगा। प्राधिकरण सीईओ के प्रयास से रेलवे ने इसके लिए स्वीकृति दे दी है।

मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब भी आरओबी से जोड़ जाएगा। आरओबी के निर्माण पर तकरीबन 194 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस लागत को डीएफसीसी व इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप ग्रेटर नोएडा लिमिटेड (आइआइटीजीएनएल) मिलकर वहन करेंगे।

बोड़ाकी गांव के नजदीक मल्टीमाडल ट्रांसपोर्ट हब (एमएमटीएच) को विकसित किया जा रहा है। ट्रांसपोर्ट हब दिल्ली हावड़ा रेल मार्ग पर ग्रेटर नोएडा और दादरी के दोनों ओर है। ट्रांसपोर्ट हब में बोड़ाकी हाल्ट का विस्तार कर उसे ग्रेटर नोएडा रेलवे टर्मिनल के तौर पर विकसित किया जाएगा।

अंतरराज्यीय बस टर्मिनल व स्थानीय बस अड्डा से लोगों के लिए घर आना जाना आसान होगा। मल्टीमाडल ट्रांसपोर्ट हब तक मेट्रो कनेक्टिविटी भी होगी। इन परियोजनाओं की कागजी प्रक्रिया अंतिम चरण में है।

कब तक पूरा होगा काम?

अगले छह माह में परियोजनाओं का निर्माण शुरू होने की संभावना है। मल्टी माडल ट्रांसपोर्ट हब के लिए पल्ला के पास रेलवे लाइन क्रास करने को रेलवे की तरफ से चार लेन का ओवरब्रिज बनाया जा रहा है। आइआइटीजीएनएल ने भविष्य की जरूरतों को देखते हुए इसे छह लेन बनाने के लिए प्रयास किया था।

आइआइटीजीएनएल के प्रबंध निदेशक और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने उत्तर प्रदेश शासन और भारत सरकार से इसके लिए पत्राचार किया। इन प्रयासों से ओवरब्रिज को चार के बजाए छह लेन का बनाने की मंजूरी मिल गई है।

इस पर लगभग 194 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसमें 75 करोड़ रुपये ग्रेटर नोएडा और शेष रकम डीएफसीसी वहन करेगा। डेढ़ साल में निर्माण पूरा होने की उम्मीद है।

ग्रेटर नोएडा व फेज दो के बीच आवाजाही होगी आसान

आरओबी के निर्माण के ग्रेटर नोएडा व ग्रेटर नोएडा फेज दो दादरी के बीच आवाजाही काफी आसान हो जाएगी।ग्रेटर नोएडा, नोएडा, दिल्ली आदि की तरफ से आने वालों को ग्रेटर नोएडा रेलवे टर्मिनल तक पहुंचना आसान होगा।

ग्रेटर नोएडा की 105 मीटर रोड के एनएच-34 से जुड़ने से ग्रेटर नोएडा फेज दो की कनेक्टिविटी भी हो जाएगी। 105 मीटर रोड को एनएच 34 से जोड़ने के लिए 60 मीटर चौड़ी सड़क का निर्माण जल्द शुरू होने जा रहा है। इसकी टेंडर प्रक्रिया चल रही है।

पल्ला बोड़ाकी के नजदीक निर्माणाधीन रेलवे ओवरब्रिज से एमएमटीएच को लाभ के साथ ग्रेटर नोएडा-दादरी के बीच रोजाना सफर करने वाले हजारों लोगों को काफी सहूलियत हो जाएगी। ग्रेटर नोएडा फेज दो दादरी की तरफ प्रस्तावित है। - एनजी रवि कुमार, सीईओ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण एवं प्रबंधन निदेशक आइआइटीजीएनएल

आपके शहर की तथ्यपूर्ण खबरें अब आपके मोबाइल पर