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सुंदर भाटी का लॉरेंस बिश्नोई से कनेक्शन! जेल से बाहर आने पर टेंशन में पुलिस; ठेकेदार से कैसे बन गया गैंगस्टर?

गैंगस्टर सुंदर भाटी को हाईकोर्ट इलाहाबाद से जमानत मिल गई। हरेंद्र नागर हत्या कांड में सुंदर भाटी को जमानत मिली है। वह सोनभद्र जेल में बंद था। सूत्रों की माने तो रिहाई के बाद गैंगस्टर भाटी सोनभद्र से सीधे दिल्ली रवाना हो गया। भाटी की रिहाई के बाद एक बार फिर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में खलबली मच सकती है जिसे देखते हुए कमिश्नरेट पुलिस भी चौकन्ना हो गई है।

By Ajab Singh Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Sun, 27 Oct 2024 11:59 AM (IST)
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गैंगस्टर सुंदर की रिहाई के बाद गौतमबुद्ध नगर पुलिस चौकन्ना हो गई है। (फोटो-जागरण ग्राफिक्स)
अजब सिंह भाटी, ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा के घंघोला गांव का सुंदर भाटी जरायम की दुनिया में कदम रखने से पहले ठेकेदारी में पांव जमाए था। ठेकेदारी में मजबूत पकड़ बनाने और अधिक पैसा कमाने के लिए उसने नेताओं के साथ उठ-बैठकर संबंधों को मजबूत करना शुरू किया। नेताओं के इर्द-गिर्द रहते हुए उसका राजनीति की ओर झुकाव हुआ। उसकी इस महत्वाकांक्षा के आड़े उसके मित्र नरेश भाटी ही आ गया।

नरेश भाटी से थी अच्छी दोस्ती

नरेश भाटी और सुंदर भाटी की शुरुआत में अच्छी मित्रता थी। सुंदर भाटी जहां ठेकेदारी का काम कर रहा था। वहीं नरेश भाटी अपराध की दुनिया से जुड़ा था। दोनों ने मिलकर कई आपराधिक घटनाओं को मिलकर अंजाम दिया था।

इसके बाद नरेश के साथ ही सुंदर का नाम भी अपराध की दुनिया में गूंजने लगा। दोनों ही राजनीति में अपनी जड़े मजबूत करने में जुटे थे, लेकिन नरेश भाटी ने सुंदर भाटी को पीछे छोड़ जिला पंचायत अध्यक्ष बन गया।

माननीय होकर लालबत्ती में घूमने लगा...

नरेश भाटी जिला पंचायत अध्यक्ष बना तो वह माननीय होकर लालबत्ती में घूमने लगा, यह बात सुंदर को ज्यादा परेशान करने लगी। दोनों के बीच दोस्ती में दरार आ गई। रंजिशन सुंदर भाटी ने गिरोह को तोड़कर अपना नया गुट बना लिया।

2003 में सुंदर भाटी गैंग ने नरेश भाटी पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर उसकी हत्या कर दी। इस घटना के बाद सुंदर भाटी जिले का कुख्यात बनकर उभरा। जिसके बाद वह लगातार संगीन अपराध कर जरायम की दुनिया में सिक्का जमाता चला गया।

लॉरेंस बिश्नोई से कनेक्शन आया था सामने

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सुंदर भाटी को कुख्यात बदमाशों में गिना जाता है। गैंगस्टर सुंदर भाटी के लॉरेंस बिश्नोई से भी कनेक्शन की बात सामने आई थी। अतीक अहमद हत्याकांड में सुंदर और बिश्नोई का नाम सामने आया था। सुंदर भाटी पर हत्या, अवैध वसूली, जानलेवा हमले समेत अन्य संगीन अपराधों में 60 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं।

तीन राज्यों की पुलिस के लिए बना सिरदर्द

सुंदर दो दशक पहले उत्तर प्रदेश ही नहीं हरियाणा व दिल्ली पुलिस के लिए चुनौती बन गया था। कुख्यात बदमाश सुंदर भाटी के जेल से रिहा होने में कही न कही कमिश्नरेट पुलिस की पैरवी फेलियर साबित हुई है। स्क्रैप व सरिया के कारोबार को लेकर छिड़ी जंग सुंदर शहर में फैले स्क्रैप व सरिया के कारोबार के अवैध कारोबार को हथियाना चाहता था।

शादी समारोह में कराई हरेंद्र नागर की हत्या

स्क्रैप व सरिया के कारोबार से जुड़े हरेंद्र नागर की वर्ष 2015 में सुंदर भाटी समेत अन्य विरोधियों ने एकजुट होकर नियाना गांव में एक शादी समारोह में हत्या कर दी थी। बदमाशों की गोली से हरेंद्र नागर के साथ उसका सरकारी गनर भूदेव शर्मा भी मारा गया था। हरेंद्र हत्याकांड मामले में मार्च 2021 को कुख्यात बदमाश सुंदर भाटी समेत 12 बदमाशों को उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी।

STF ने मई 2023 में अनिल दुजाना मार गिराया था

सुंदर भाटी गैंग के एक बड़े प्रतिद्वंदी माने जाने वाले अनिल दुजाना को यूपी एसटीएफ ने मई 2023 में मुठभेड़ में मार गिराया था। कुछ दिनों पहले तक हरेंद्र का भाई व स्क्रैप व सरिया माफिया रवि काना के हाथों में सरिया व स्क्रैप के कारोबार की बागडोर थी।

रवि काना भी गैंगस्टर व सामूहिक दुष्कर्म के मामले में बांदा जेल में बंद है। सूत्रों की माने तो रवि काना के जेल जाने के बाद अब उसके कुछ करीबी सरिया व स्क्रैप के कारोबार को चला रहे हैं। ऐसे में कुख्यात सुंदर भाटी के जेल से बाहर आने के बाद वर्चस्व और बदले की जंग तेज हो सकती है।

मुकदमों व कार्रवाई की फिर से होगी समीक्षा

गैंगस्टर सुंदर भाटी के जेल से रिहा होने की खबर से कमिश्नरेट पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई है। पुलिस उस पर दर्ज मुकदमों व कार्रवाई पर फिर से समीक्षा करेगी, ताकि उस पर नकेल कसी जा सके, हालांकि पुलिस खुद को ऐसा दिखा रही है कि यह एक प्रक्रिया है। जमानत के बाद अपराधी बाहर आते हैं।

वहीं, सुंदर भाटी, रवि काना व अन्य अपराधियों के गिरोह में गैंगस्टर की संभावना को लेकर भी पुलिस अलर्ट हो गई है। स्थानीय पुलिस के साथ-साथ खुफिया इकाई ने भी सतर्क हो गई है। वह इनपुट जुटाने में जुट गई है।

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