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सरकारी खजाने से गाड़ी चार्ज कर रहे 'मास्टर साहब', ग्रेटर नोएडा के इस स्कूल में पढ़ाई के नाम पर हो रही खानापूर्ति

गांव के लोगों ने बताया कि मास्टर साहब प्रतिदिन स्कूल की बिजली से ही अपनी कार को चार्ज करते है। मास्टर साहब अपने घर की बिजली को बचा कर सरकार के खजाने में सेंधमारी कर रहे है। विभाग के अधिकारी हर महीने स्कूल का निरीक्षण करते हैं लेकिन किसी भी अधिकारी की नजर स्कूल की बिजली से चार्ज हो रही कार पर नहीं गई।

By Ajab SinghEdited By: Abhishek TiwariUpdated: Thu, 30 Nov 2023 01:38 PM (IST)
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अधिकारियों को नहीं दिखाई दी स्कूल की बिजली से चार्ज होती कार
अंकुर त्रिपाठी, ग्रेटर नोएडा। विस्थापन क्षेत्र जेवर बांगर के आरएंडआर साइट में चल रहे नंगला शरीफ स्कूल के एक शिक्षक सरकारी खजाने को चूना लगा रहे है। वह कई महीनों से अपनी इलेक्ट्रिक कार को स्कूल के बिजली कनेक्शन से चार्ज कर रहे है।

गांव के लोगों ने बताया कि मास्टर साहब प्रतिदिन स्कूल की बिजली से ही अपनी कार को चार्ज करते है। मास्टर साहब अपने घर की बिजली को बचा कर सरकार के खजाने में सेंधमारी कर रहे है। विभाग के अधिकारी हर महीने स्कूल का निरीक्षण करते हैं, लेकिन किसी भी अधिकारी की नजर स्कूल की बिजली से चार्ज हो रही कार पर नहीं गई।

बेसिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत चलने वाले परिषदीय स्कूलों का बिजली का बिल फंड की कमी के कारण समय से जमा नहीं हो पाता है। वहीं नंगला शरीफ के एक शिक्षक की ओर से विभाग का बोझ और बढ़ाया जा रहा है।

लंच में घर भाग जाते छात्र

स्कूल परिसर में तीन स्कूलों का संचालन होता है,लेकिन अधिकतर स्कूलों के छात्र लंच के समय घर भाग जाते है। इसके साथ ही स्कूल में पढ़ाई के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है।

आधे घंटे के लंच के खत्म होने की कोई समय सीमा नहीं है। छात्रों के स्कूल में आने जाने का कोई समय नहीं है। जब भी छात्रों का मन होता हैं वह चले जाते है। कई छात्रों ने बताया कि खाना सही नहीं मिलने के कारण वह अपने घर चले जाते है।

स्कूल में मेज कुर्सी टूटी

स्कूल में करीब 635 छात्रों का नामांकन है। छात्रों की संख्या के हिसाब से प्रतिवर्ष स्कूल को कंपोजिट ग्रांट के रूप में एक लाख रुपये मिलते है। उसके बाद भी टूटी मेज कुर्सी को ठीक तक नहीं कराया गया। कई छात्रों ने बताया कि पुस्तकालय केवल दिखावे के लिए बनाया गया है। सप्ताह में केवल शनिवार को ही खोला जाता है।

स्कूल की बिजली से कार को चार्ज करने की जानकारी संज्ञान में नहीं है। आपके माध्यम से पता चला है। जांच कराकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

- मो.राशिद खान,खंड शिक्षा अधिकारी

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