Noida News: खाड़ी देशों में नौकरी दिलाने के नाम पर 2500 लोगों से ठगी, दो गिरफ्तार
Noida News आरोपितों के कब्जे से 80 पासपोर्ट 22 फर्जी आधार कार्ड तीन मोबाइल प्रिंटर डेस्कटाप सीपीयू लैपटाप की-बोर्ड व 4.24 लाख रुपये नकद बरामद किए हैं। धोखाधड़ी कर आवेदनकर्ताओं से बैंक अकाउंट में जमा कराए गए करीब पांच लाख रुपये फ्रीज कराए गए हैं।
By MOHD BilalEdited By: Pradeep Kumar ChauhanUpdated: Thu, 13 Oct 2022 07:54 PM (IST)
नोएडा, जागरण संवाददाता। सेक्टर-20 कोतवाली पुलिस ने खाड़ी देशों में अच्छी नौकरी दिलाने के एवज में ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपितों की पहचान सिवान के सुधीर सिंह व महाराजगंज के हमीद के रूप में हुई है। गिरोह में शामिल दिल्ली के मोहम्मद फिरोज, वैद्यनाथ यादव, मुस्कमीम, डा. दानिश और कुलदीप की तलाश की जा रही है।
2500 लोगों के साथ ढाई करोड़ रुपये की ठगी
आरोपितों के कब्जे से 80 पासपोर्ट, 22 फर्जी आधार कार्ड, तीन मोबाइल, प्रिंटर, डेस्कटाप, सीपीयू, लैपटाप, की-बोर्ड व 4.24 लाख रुपये नकद बरामद किए हैं। धोखाधड़ी कर आवेदनकर्ताओं से बैंक अकाउंट में जमा कराए गए करीब पांच लाख रुपये फ्रीज कराए गए हैं। आरोपित पिछले चार सालों से दिल्ली एनसीआर में अलग-अलग जगहों पर फर्जी दफ्तर खोलकर करीब 2500 लोगों के साथ ढाई करोड़ रुपये की ठगी कर चुके हैं।
एडिशनल डीसीपी नोएडा आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि नौ अक्टूबर को देवरिया के अंकुर कुमार सिंह सहित 15 लोगों से खाड़ी देशों में नौकरी दिलाने की शिकायत पर 65 हजार रुपये से लेकर एक लाख रुपये तक की ठगी के मामले में केस दर्ज कराया था। ठगी के शिकार लोगों में उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल और आंध्र प्रदेश के रहने वाले लोगों को खाड़ी देशों में प्रतिमाह लाखों रुपये वेतन दिलाने के नाम पर ठगी की गई थी।
धोखाधड़ी करने के लिए खोला फर्जी दफ्तर
मामले की जांच के लिए पुलिस की दो टीमों लगाई थी। गिरोह में शामिल बदमाशों ने सेक्टर 27 में किराए का कमरा लेकर धोखाधड़ी के लिए फर्जी दफ्तर खोल रखा था। जहां से आरोपित विदेश भेजने के लिए फेसबुक पर विज्ञापन देते थे। आरोपितों ने यह दफ्तर करीब चार माह पहले लिया था। मामले की शिकायत होने के बाद आरोपित दफ्तर बंद कर फरार हो गए थे।
सूचना के आधार पर बृहस्पतिवार को गिरोह में शामिल दो आरोपितों को खोड़ा कालोनी गाजियाबाद से गिरफ्तार किया गया है। आरोपितों ने अपनी फर्जी कंपनी का नाम अंबा इंटरप्राइजेज रखा था। इसी नाम की एक विख्यात कंपनी भी है। आरोपित सुधीर पहले दुबई में प्लंबर का काम करता था। लेकिन कोरोना काल में उसकी नौकरी चली गई थी। इसके बाद कई लोगों को अपने जोड़ ठगी के धंधे में लग गया।
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