Lok Sabha Election 2024: चुनाव में गौतमबुद्ध नगर के मतदान केंद्रों पर रहेगी कड़ी सुरक्षा, निर्भीक होकर करें मतदान
गौतमबुद्ध नगर में दिल्ली व हरियाणा राज्यों से लगने वाली सीमा पर कुल 26 बैरियर लगे हैं। सभी बैरियर पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। स्थानीय थाना व चौकी से इसकी 24 घंटे निगरानी हो रही है। जिले में 26 अप्रैल को मतदान होना है। चुनाव को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए पुलिस अधिकारियों ने कमर कस ली है।
जागरण संवाददाता, नोएडा। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में जिले में 26 अप्रैल को मतदान होगा। ऐसे में चुनाव प्रचार की सरगर्मी बढ़ गई है। एक ओर प्रत्याशी चुनाव मैदान में पूरी ताकत झोंक रहे हैं, वहीं चुनाव को निष्पक्ष व शांतिपूर्ण संपन्न कराने को पुलिस अधिकारियों ने कमर कस ली है। जिले में पहली बार बहुमंजिला सोसायटियों के परिसर में मतदान केंद्र बने हैं।
निष्पक्ष, शांतिपूर्वक चुनाव संपन्न कराने, संवेदनशील बूथों समेत सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था और मतदान के दौरान की गई तैयारियों आदि को लेकर दैनिक जागरण के संवाददाता गौरव भारद्वाज ने गौतमबुद्ध नगर की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह से बात की। प्रस्तुत है प्रमुख अंश...
जिले में संगठित अपराध की कमर टूट चुकी है, पर माफिया के गुर्गे मतदान को प्रभावित न कर सकें, इसकी क्या तैयारी की गई है?चुनाव की घोषणा से ही माफिया गिरोह के सक्रिय सदस्यों पर नकेल कसने की कवायद जारी है। इनकी 200 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त की है। 750 से अधिक गुंडा एक्ट के तहत जिला बदर हुए है। गैंगस्टर एक्ट में गिरफ्तारी, जमानत निरस्तीकरण की कार्रवाई जारी है।
जिले में पांच अलग-अलग माफिया गिरोह हैं। उनके सक्रिय सदस्यों पर नजर है। इनामी बदमाशों पर कार्रवाई हो रही है। कोशिश है कि चुनाव के दौरान एक भी माफिया चुनाव के दौरान खलल डालने के लिए जिले में मौजूद नहीं होगा।जिले में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान 26 अप्रैल को होगा। शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए पुलिस की क्या तैयारी है?जिले में शांतिपूर्ण चुनाव के लिए व्यापक तैयारी है।जिले को सात सुपर जोन व 120 सेक्टरों में बांटा है। हर सुपरजोन की जिम्मेदारी डीसीपी रैंक के अधिकारियों को दी है। सेक्टर मजिस्ट्रेट का जिम्मा पुलिस अधिकारियों को दिया गया है।
हमारी कोशिश है कि किसी भी सूचना पर पांच मिनट में पुलिस पहुंचे व शांतिपूर्ण समस्या का समाधान हो। बाहर से फोर्स मिल चुका है। सभी मतदान केंद्रों पर बाहर से आवंटित फोर्स तैनात होगा। जिले का फोर्स ही कानून व्यवस्था देखेगा।जिले की सीमा दो राज्यों दिल्ली व हरियाणा के अलावा तीन जिले बुलंदशहर, गाजियाबाद व हापुड़ से मिलती है। चुनाव के दौरान नाकेबंदी की क्या तैयारी है?
जिले की दिल्ली व हरियाणा राज्यों से लगने वाली सीमा पर कुल 26 बैरियर लगे हैं। सभी बैरियर पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। स्थानीय थाना व चौकी से इसकी 24 घंटे निगरानी हो रही है।वहीं बुलंदशहर, गाजियाबाद व हापुड़ जिले के साथ की सीमा पर 24 स्थान पर नाकेबंदी है। इनसे मतदाताओं को बिना किसी परेशानी के मतदान कराएंगे।पुलिस पर प्राय: आरोप लगते हैं कि वह सत्ताधारी दल के प्रत्याशी की मदद करती है। इससे बचाव की क्या योजना है?
ऐसा बिल्कुल नहीं है। पुलिस निष्पक्ष काम करती है। पुलिसकर्मियों की तीन राउंड की ब्रीफिंग हो गई है। चुनाव ड्यूटी, बैरियर ड्यूटी, नाका ड्यूटी, क्लस्टर ड्यूटी, एफएसटी, एसएसटी सभी को अलग-अलग दिशा-निर्देश दिए हैं। चुनाव को पारदर्शिता से कराना व जनता को पारदर्शिता दिखे, दोंनों अहम हैं।अभी तक कोई आरोप नहीं लगा है। आगे भी आरोप न लगे, इसके लिए पुलिस का राज्य स्तर का रैंडमाइजेशन किया गया है। हर मतदान केंद्र पर बाहर का फोर्स तैनात रहेगा। जिले में पिछले तीन वर्षों से तैनात पुलिसकर्मियों का जनवरी में ही ट्रांसफर हो गया है।
चुनावों में प्राय: पुलिस के व्यवहार पर सवाल उठते हैं। मतदाता कहते हैं कि वह बूथ पर मतदान के लिए जाते हैं तो पुलिस ठीक से व्यवहार नहीं करती। व्यवहार में सुधार के लिए क्या निर्देश दिए गए हैं?मतदाताओं से ही नहीं, आमजन से भी मधुर व्यवहार रखने के निर्देश वक्त-वक्त पर पुलिसकर्मियों को दिए जाते हैं। जिले में काफी मतदाता सेक्टर व सोसायटियों में रहते हैं। जिले के पुलिसकर्मियों को निर्देशित किया गया है कि वह मतदाताओं से शालीनता से बात करें।
बाहर से आने वाली पुलिस के लिए 24 व 25 अप्रैल को ब्रीफिंग होगी। उन्हें भी यही निर्देश दिए जाएंगे कि वह मतदाताओं से शालीनता का व्यवहार करें। लोगों से अपील है कि वह निर्भीक होकर मतदान केंद्र पर आएं व अपने मत का प्रयोग करें।गांवों में दबंग लोग मतदान को कभी-कभी प्रभावित करने का प्रयास करते हैं। यदि ऐसी घटना होती है तो पुलिस ऐसे लोगों कैसे निपटेगी?ऐसे लोगों से बेहद सख्ती से निपटेंगे। ऐसी नौबत न आए, इसके लिए पिछले डेढ़ माह से ऐसे लोगों को चिह्नित किया है। जिले में हिस्ट्रीशीटर, जिलाबदर, 107/116 के तहत कार्रवाई की गई है। 110जी के तहत 250 से अधिक कार्रवाई की गई।
30 हजार से अधिक लोग मुचलका पाबंद हैं। एसीपी, एडीसीपी व डीसीपी द्वारा संवेदनशील स्थान पर जाकर जनसभाएं की गई हैं। लोगों को एकत्र कर मीटिंग की गई। लोगों में शासन, प्रशासन व पुलिस के प्रति विश्वास जागृत है। मतदाता निर्भय होकर मतदान करेंगे, ऐसा हमें विश्वास है।संवेदनशील व अतिसंवेदनशील बूथों पर शांतिपूर्वक चुनाव कराने को क्या अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था है?
चुनाव आयोग के मानक से आगे जाकर तैयारियां की गई हैं। तीन बूथ के ऊपर के केंद्रों पर उपनिरीक्षक, पांच बूथों से ऊपर के केंद्रों पर निरीक्षक की तैनाती है। सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्स की टुकड़ी प्रत्येक बूथ पर तैनात रहेगी। इसके अतिरिक्त संवेदनशील व अतिसंवेदनशील बूथों पर अधिकारी तैनात किए जाएंगे।सीपीएमएफ की जो अब तक टुकड़ियां मिली हैं, उनके द्वारा फ्लैग मार्च कराया गया है। विश्वास का माहौल खड़ा किया है और हम आशा करते हैं कि इन तैयारियों के परिणाम शांतिपूर्ण चुनाव को संपन्न होने के रूप में हम सभी के सामने आएगा।
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