नोएडा में कार खड़ी करने की समस्या होगी खत्म! तीन जगहों पर बनेगी पजल पार्किंग
नोएडा में वाहनों का बढ़ता दबाव कम करने का प्लान तैयार किया गया है। स्मार्ट सिटी की तर्ज पर शहर में तीन स्थानों पर 350 वाहनों के लिए इलेक्ट्रिकल मैकेनिकल पार्किंग तैयार की जाएगी। इसके लिए पार्किंग स्थान को चिह्नित किया गया है। यह पार्किंग छह से आठ महीने में तैयार होगी। इसके निर्माण से पांच वर्ष तक संचालन में 7.5 करोड़ खर्च होगा।
कुंदन तिवारी, नोएडा। स्मार्ट सिटी की तर्ज पर अब नोएडा में अति व्यस्ततम स्थानों पर इलेक्ट्रिकल मैकेनिकल (पजल) पार्किंग तैयार की जाएगी। इसके लिए तीन स्थान सेक्टर-62 स्थित फोर्टिस अस्पताल के पास, सेक्टर-18 स्थित सावित्री मार्केट के बाहर, सेक्टर-6 स्थित नोएडा प्राधिकरण कार्यालय की पार्किंग स्थान को चिह्नित किया है। जहां पर 350 वाहनों को खड़ा करने के लिए पार्किंग तैयार होगी।
इस पार्किंग की सबसे बड़ी खासियत यह होगी कि महज 150 वर्ग मीटर स्थान पर छह लेवल की वाहन पार्किंग तैयार होगी, जिसमें 43 वाहन हवा में खड़े किए जा सकेंगे। वैसे सफेर्स पार्किंग के जरिए इतने वाहनों को खड़ा करने के लिए 1300 वर्ग मीटर जगह की जरूरत होती है।
कंपनी ने पार्किंग मॉडल का दिया प्रस्तुतीकरण
छह से आठ माह में यह पार्किंग संचालन के लिए तैयार हो जाएगी। पार्किंग का निर्माण कराने के लिए नोएडा प्राधिकरण ने पिछले दिनों दिल्ली एमसीडी के लिए आठ पार्किंग तैयार करने वाली कंपनी आरआर पार्क कान से संपर्क साधा है।
कंपनी प्रतिनिधियों ने प्राधिकरण सीईओ को पार्किंग मॉडल का प्रस्तुतीकरण दिया है, जिसके बाद सीईओ के निर्देश पर नोएडा ट्रैफिक सेल (एनटीसी) ने रिक्वेस्ट फार प्रपोजल (आरएफपी) जारी कर दिया है।
पार्किंग के लिए चाहिए 30 हजार वर्ग मीटर जगह
नोएडा में प्रतिदिन करीब एक हजार वाहनों का पंजीयन उप संभागीय परिवहन कार्यालय पर हो रहा है। एक वाहन खड़ा करने के लिए 30 वर्ग मीटर जगह की आवश्यकता है। माना जाता है कि एक वाहन न्यूनतम तीन स्थान (घर, आफिस, फील्ड) पर खड़ा होता है।
प्रतिदिन पंजीयन कराने वाले एक हजार वाहनों के लिए शहर में 90 हजार वर्ग मीटर जगह पार्किंग को चाहिए। शहर में पहले से ही 337102 चार पहिया वाहन (321337 निजी वाहन और 15965 टैक्सी) पंजीकृत है।
जिन्होंने 10,113060 वर्ग मीटर पार्किंग स्थान पहले घेर रखा है। चूंकि 95 प्रतिशत वाहन सड़क पर खड़े रहते है। यही यातायात जाम का कारण भी बन रहा है। ऐसे में आने वाले समय में यह समस्या गंभीर होने वाली है, प्राधिकरण के लिए चुनौती बनेगी।
दिल्ली एमसीडी के लिए बनी पजल पार्किंग की स्थिति
स्थान | कार पार्किंग |
लाजपत नगर | 246 |
पंजाबी बाग के पास | 225 |
ग्रीन पार्क मेट्रो स्टेशन | 136 |
निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के पास- | 81 |
अमर कॉलोनी | 86 |
आइआइटी दिल्ली के पास | 56 |
ग्रेटर कैलाश | 400 |
पंजाबी बाग भारत दर्शन | 181 (टेंडर प्रक्रिया) |
स्मार्ट सिटी के तहत तैयार पजल पार्किंग
स्थान | संख्या |
झांसी (इनक्यूबिक सेंटर) | 26 |
बरेली (घंटाघर) | 84 |
बरेली (डीडीपुरम) | 33 |
बरेली (संजय कम्यूनिटी सेंटर) | 33 |
बरेली (संजय पार्क) | 33 |
प्रत्येक पार्किंग के निर्माण से लेकर पांच वर्ष तक संचालन में प्राधिकरण का 7.5 करोड़ रुपये का खर्च आएंगा। इसको पार्किंग शुल्क के जरिये वसूल किया जाएगा। एमसीडी आठ पार्किंंग में 30 रुपये घंटा वसूल रही है। आठ घंटे से 24 घंटे पर मासिक पास क्रमश: 1200 व 200 रुपये का है। लोग आसानी से वहन कर रहे है। -रवि शर्मा, उपाध्यक्ष, आरआर पार्क कान