Noida News: रील बनाने पर दो कारों का 50 हजार रुपये का चालान, बीच सड़क पर स्टंट भी किया
नोएडा में रील बनाना कार चालकों को भारी पड़ गया। ट्रैफिक पुलिस ने दो कारों का ₹20500 और ₹29500 का चालान किया है। वहीं बिना हेलमेट लगाए बुलेट से रील बनाने पर एक व्यक्ति का ₹18000 का चालान किया गया है। डीसीपी ट्रैफिक यमुना प्रसाद ने कहा कि सार्वजनिक जगह पर वाहन से स्टंट और रील बनाने पर आगे भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जागरण संवाददाता, नोएडा। सेक्टर-125 स्थित एमिटी यूनिवर्सिटी की पार्किंग से कार निकालने के दौरान रील बनाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि तीन कार एक साथ निकलती है। इसमें काले रंग की थार की नंबर प्लेट पर गुर्जर लिखा है। नंबर प्लेट नहीं लगी है।
एक का ₹20500 और दूसरी का ₹29500 का चालान
कार से यूनिवर्सिटी से निकलने के बाद बीच सड़क पर स्टंट भी किया जा रहा है। इससे सड़क पर चलने वाले दूसरे वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। ट्रैफिक पुलिस की ओर से रील बनाने के लिए इस्तेमाल की गई दो कारों का 20500 और 29500 रुपये का चालान किया गया है। जबकि थार के चालक की तलाश की जा रही है।
थार कार हो सकती है जब्त
जल्द ही थार की जब्त किया जा सकता है। इसी तरह बिना हेलमेट लगाए बुलेट सेक्टर-115 के पास रील बनाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर ट्रैफिक पुलिस की ओर से वाहन का 18 हजार रुपये का चालान किया गया है।वहीं सेक्टर-79 के पास बिना सीट बेल्ट लगाए कार से रील बनाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। डीसीपी ट्रैफिक यमुना प्रसाद का कहना है कि सार्वजनिक जगह पर वाहन से स्टंट और रील बनाने पर आगे भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ओवरलोड वाहनों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने की शिकायत
सेक्टर-14 ए स्थित यातायात कार्यालय में नोएडा टेंपो ट्रक ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के साथ ट्रैफिक पुलिस, जिला प्रशासन और परिवहन निगम के अधिकारियों के साथ हुई है। संगठन के अध्यक्ष रामपथ का कहना है कि जिले में राजस्थान, हरियाणा की ओवरलोड गाड़ियों में लगभग 100-100 टन तक का वजन होता है। जिससे नोएडा की गाडियों बहुत प्रभावित हो रही है।क्योंकि यह गाड़ियां केवल 42 टन ही पास है। जिससे नोएडा के ट्रांसपोर्टरों का बहुत नुकसान हो रहा है। ओवरलोड गाड़ियों की वजह से सड़कों को भी बहुत नुकसान हो रहा है। जिसकी वजह से नोएडा के ट्रांसपोर्टरों का रोजगार खत्म हो गया है।ट्रांसपोर्टर अपनी गाड़ियों की किस्त भी भुगतान नहीं कर पा रहें है। परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस की ओर से नो एंट्री का समय नहीं होने पर ट्रांसपोर्टरों के वाहनों के चालान किए जाते हैं। बैठक में मौजूद डीसीपी ट्रैफिक, सिटी मजिस्ट्रेट विवेकानंद मिश्र के साथ परिवहन निगम के अधिकारियों ने समस्या के समाधान का आश्वासन दिया। इस मौके पर सोनू नागर मौजूद रहे।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।