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UP News: पुलिसकर्मी एप्पल का आईपैड चलाएंगे , सटीक लोकेशन की जानकारी मिलेगी

पीआरवी पर तैनात रहने वाले पुलिसकर्मी एप्पल का आईपैड चलाएंगे जिससे कि उनकी सटीक लोकेशन ट्रेस हो सके और डायल 112 पर आने वाली पीड़ितों की कॉल की सटीक लोकेशन पर जल्द से जल्द पहुंचा जा सके। अपर पुलिस आयुक्त बबलू कुमार ने बताया कि फेज दो के तहत पीआरवी के पुलिसकर्मियों पर एप्पल का आईपैड देने के साथ ही एंड्राइड फोन भी शासन की तरफ से दिया जाएगा।

By Praveen Singh Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Thu, 04 Apr 2024 10:26 AM (IST)
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UP News: पुलिसकर्मी एप्पल का आईपैड चलाएंगे , सटीक लोकेशन की जानकारी मिलेगी
प्रवीण विक्रम सिंह, ग्रेटर नोएडा। उत्तर प्रदेश पुलिस इस वित्तीय वर्ष में और हाइटेक हो जाएगी। पीआरवी पर तैनात रहने वाले पुलिसकर्मी एप्पल का आईपैड चलाएंगे, जिससे कि उनकी सटीक लोकेशन ट्रेस हो सके और डायल 112 पर आने वाली पीड़ितों की कॉल की सटीक लोकेशन पर जल्द से जल्द पहुंचा जा सके।

साढ़े पांच मिनट में पीड़ित तक पहुंच रही डायल 112

फेज दो के तहत डायल 112 का हर उपकरण अपग्रेड होगा और गो लाइव के तहत पीड़ितों तक जल्द से जल्द सहायता पहुंचेगी। वर्तमान में गौतमबुद्धनगर कमिश्नरेट पुलिस महज साढ़े पांच मिनट में डायल 112 पर फोन करने वाले पीड़ित तक पहुंच रही है। इसको घटाकर पांच मिनट करने का लक्ष्य इस वर्ष का है। इससे जिले के लोगों को सहूलियत होगी।

मिलेंगी 17 नई पीआरवी गाड़ियां

अपर पुलिस आयुक्त मुख्यालय गौतमबुद्धनगर बबलू कुमार ने बताया कि फेज दो के तहत पीआरवी के पुलिसकर्मियों पर एप्पल का आईपैड देने के साथ ही एंड्राइड फोन भी शासन की तरफ से दिया जाएगा। 17 नई पीआरवी गाड़ियां भी कमिश्नरेट पुलिस को मिलेंगी। इसकी संस्तुति शासन स्तर से हो गई है।

नई गाड़ियों में आठ दो पहिया व नौ चार पहिया वाहन शामिल है। चार पहिया गाड़ियों में अब स्कार्पियो मिलेगी। पूर्व में बोलेरो व इनोवा मिलती थी। इसको अपडेट कर स्कार्पियो को इस बेड़े में शामिल किया गया है।

एंड्राइड मोबाइल देने का उद्देश्य है कि जब भी पीआरवी पर तैनात पुलिसकर्मी किसी घटना की सूचना पर पहुंचे तो थाना पुलिस के पहुंचने से पहले स्थिति को भांपकर गंभीर स्थिति होने पर बतौर साक्ष्य मौके की वीडियो बना लें। इसका लाभ पुलिस जांच में मिलेगा।

पीआरवी में सारे नए उपकरण लगाए जा रहे है। नए जीपीएस से पीआरवी को लैस किया गया है। जीपीएस से गाड़ी की सीधी लोकेशन मिल सकेगी, मोबाइल लोकेशन का सहारा नहीं लेना पड़ेगा। हर गाड़ी में नए वायरलेस सेट लगाए गए हैं।

पीआरवी गाड़ियों की संख्या बढ़ी

पूर्व में गौतमबुद्धनगर कमिश्नरेट में 65 चार पहिया व 59 दो पहिया पीआरवी गाड़ियां थी। जिले को अब नौ नई चार पहिया व आठ दो पहिया वाहन मिले है। पीआरवी गाड़ियों की कुल संख्या अब जिले में 141 हो गई है।

बिसरख क्षेत्र में सबसे ज्यादा कॉल

पूरे जिले में बिसरख कोतवाली क्षेत्र से सबसे ज्यादा कॉल डायल 112 पर की जाती है। इसके बाद नोएडा की सेक्टर 20, 39 व ग्रेटर नोएडा की बीटा दो कोतवाली है। इन कोतवाली क्षेत्र से सबसे अधिक कॉल पुलिस मदद के लिए की जाती है। औसतन हर महीने 15 हजार कॉल होती है।

क्या है पीआरवी पुलिस रिस्पांस व्हीकल

इसका प्रयोग किसी भी घटनास्थल पर पुलिस के तत्काल पहुंचने के लिए शुरू किया गया, जो कि वर्तमान में बेहद सफल है। पूर्व में पुलिस आधे व एक घंटे में किसी भी घटनास्थल पर पहुंचती थी। अब पुलिस महज पांच से आठ मिनट के अंदर घटनास्थल पर पहुंच जाती है।

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