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कागज वाले स्टांप पर लगेगा ब्रेक, ई-स्टांप सेवा शरू करने की तैयारी में यूपी सरकार

ई-स्टांप के तहत वेंडरों के लिए सीमा हटा दी जाएगी। वर्तमान में एक वेंडर एक बैनामे पर 15 हजार रुपये के स्टांप बेच सकता है। ई-स्टांप की व्यवस्था में एेसी बंदिशें नहीं होंगी। एक वेंडर अपने लाइसेंस पर एक ही बैनामे में कितनी भी रकम के ई-स्टांप जारी कर सकेगा।

By Neel RajputEdited By: Updated: Fri, 30 Oct 2020 11:28 AM (IST)
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ई-स्टांप से आत्मनिर्भर बन सकेंगे प्रदेश के युवा
नोएडा [अर्पित]। उत्तर प्रदेश सरकार जल्द ही प्रदेश में कागज वाले स्टांप पेपर पर पूरी तरह से ब्रेक लगा देगी। ई-स्टांप के जरिये लोग एक ही पेपर पर 10 रुपये से लेकर करोड़ों की रजिस्ट्री करा सकेंगे। इससे जहां रजिस्ट्री कराने में आसानी होगी, साथ ही उसे आजीवन सुरक्षित भी रखा जा सकेगा। वहीं दूसरी तरफ स्टांप वेडंर का लाइसेंस प्राप्त कर युवा खुद को आत्मनिर्भर भी बना सकेंगे। जिला प्राशसन की ओर से एेसे युवाओं को लाइसेंस जारी किए जाएंगे जो कंप्यूटर में दक्ष हो। बेरोजगार युवा जिला प्रशासन व निबंधन कार्यालय में जाकर लाइसेंस प्राप्त करने के लिए आवेदन कर सकते हैं। अभी जिले में 125 के करीब ही लाइसेंस प्राप्त वेंडर हैं। 

वेंडर के लिए कई फायदे

ई-स्टांप के तहत वेंडरों के लिए सीमा हटा दी जाएगी। वर्तमान में एक वेंडर एक बैनामे पर अधिकतम 15 हजार रुपये के स्टांप बेच सकता है। ई-स्टांप की व्यवस्था में एेसी बंदिशें नहीं होंगी। अब एक वेंडर अपने लाइसेंस पर एक ही बैनामे में कितनी भी रकम के ई-स्टांप जारी कर सकेगा। हर स्टांप पर उसे स्टाक होल्डिंग कंपनी से करीब 23 फीसद कमीशन मिलेगा। इससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। गौतमबुद्धनगर एआइजी स्टांप डॉ. शिव कुमार त्रिपठी के मुताबिक ई-स्टांप से स्टांप की कालाबाजारी और नकली रजिस्ट्री पर रोक लग सकेगी। इससे रजिस्ट्री प्रक्रिया आसान होगी। विभाग से फाइलों और कागजों का दबाव भी कम होगा। स्टाक होल्डिंग कारपोरेशन आफ इंडिया से अधिकृत वेंडर ई-स्टांप खरीद सकेंगे। एक सामान्य ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को पूरा कर वेंडर लागइन आइडी और पासवर्ड हासिल करेंगे। जानकारी के मुताबिक ई-स्टांप के लिए वेंडर को एक वालेट बनाना होगा, जिससे वे ई-स्टांप की बिक्री कर सकेंगे। वालेट को स्टाक होल्डिंग कंपनी रीचार्ज करेगी, जिसके लिए अग्रिम भुगतान करना होगा।

ई-स्टांप में गौतमबुद्धनगर अव्वल

ई-स्टांप जारी करने के मामले में गौतमबुद्ध नगर प्रदेश में पहले स्थान पर है। वित्तीय वर्ष 2017-18 में कोषागार से 50.54 करोड़ के स्टांप पत्र जारी किए गए थे। जबकि, ई-स्टांप 118.37 करोड़ के लिए गए थे। इसी तरह वर्ष 2018-19 में 58.40 करोड़ के स्टांप पत्र कोषागार व 129.50 करोड़ का ई-स्टांप लिया गया। वर्ष 2019-20 में 56.40 करोड़ का स्टांप पत्र कोषागार से व 125.22 करोड़ के ई-स्टांप जारी किए गए थे।

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