गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में स्थापित होगा प्रदेश का सबसे बड़ा AI सेंटर, हजारों युवाओं को मिलेगा फायदा
गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय 511 एकड़ के विशाल क्षेत्र में फैला है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विश्वविद्यालय के कुलाधिपति हैं। देश के साथ ही विश्व के कोने-कोने से आकर छात्र यहां पर शिक्षा ग्रहण करते हैं। हाल ही विश्वविद्यालय में हुए दीक्षांत समारोह में मुख्यमंत्री ने शिरकत की थी। इस दौरान परिसर में एआइ सेंटर बनाने पर चर्चा की गई थी।
मनीष तिवारी, ग्रेटर नोएडा। गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में प्रदेश के सबसे बड़े एआइ (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) सेंटर स्थापित होगा।
एआइ सेंटर स्विटजरलैंड की यूनिवर्सिटी आफ ज्यूरिख व जीबीयू के द्वारा मिलकर स्थापित किया जाएगा। लखनऊ में 19 से 21 फरवरी को होने वाली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में एआइ सेंटर खोलने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय व यूनिवर्सिटी आफ ज्यूरिख के बीच करार होगा।
पचास करोड़ की लागत से होगा तैयार
सेंटर खोलने के लिए प्रदेश सरकार ने पचास करोड़ रुपये का बजट पहले ही आवंटित कर दिया है। सेंटर पर कम शुल्क में छात्र एआइ से संबंधित नए-नए कोर्स का लाभ प्राप्त करेंगे। सेंटर शुरू होने का फायदा हजारों छात्रों को होगा।
गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय 511 एकड़ के विशाल क्षेत्र में फैला है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विश्वविद्यालय के कुलाधिपति हैं। देश के साथ ही विश्व के कोने-कोने से आकर छात्र यहां पर शिक्षा ग्रहण करते हैं। हाल ही विश्वविद्यालय में हुए दीक्षांत समारोह में मुख्यमंत्री ने शिरकत की थी।
इस दौरान परिसर में एआइ सेंटर बनाने पर चर्चा की गई थी। छात्रों को होने वाले लाभ को देखते हुए मुख्यमंत्री ने एआइ सेंटर खोलने की सहमति दे दी थी। प्रदेश का बजट पेश करने के दौरान मुख्यमंत्री ने एआइ सेंटर के लिए पचास करोड़ का बजट आवंटित करने पर मुहर लगाई थी।
लखनऊ में होने वाले करार से पहले गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय व यूनिवर्सिटी आफ ज्यूरिख प्रबंधन के बीच विभिन्न चीजों पर चर्चा होगी। जिसमें एआइ सेंटर में विशेषज्ञों की तैनाती, विभिन्न प्रोग्राम, शुल्क सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा होगी। एआइ सेंटर के लिए विश्वविद्यालय के अंदर नए भवन का निर्माण होगा या परिसर में बने किसी भवन में संचालन होगा, इस पर निर्णय करार के दौरान ही लिया जाएगा।
इन चीजों में होता है एआइ का उपयोग
एआइ का उपयोग पैटर्न खोजने, नई तकनीकी खोजने, भविष्यवाणियां करने, मशीनों और भौतिक वातावरण के साथ बातचीत करने सहित अन्य कार्य में किया जा सकता है। एआइ में नॉलेज, रीजनिंग, प्राब्लम साल्विंग, परसेप्शन, लर्निंग, प्लानिंग और आटोमेशन प्रोसेस के लिए प्रोग्रामिंग शामिल है।
लखनऊ में होने वाली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में एआइ सेंटर खोलने के लिए यूनिवर्सिटी आफ ज्यूरिख के साथ करार होगा। विभिन्न चीजों पर सहमति बनेगी। सेंटर पर नए-नए प्रोग्राम शुरू कराए जाएंगे। एआइ सेंटर खुलने का फायदा हजारों छात्रों को मिलेगा
रवींद्र कुमार सिन्हा, कुलपति गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय