नोएडा के जिला अस्पताल में ड्यूटी करते समय वार्ड ब्वॉय को आया हार्ट अटैक, मौत
जिला अस्पताल में ड्यूटी के दौरान वार्ड ब्वॉय की मौत हो गई। वार्ड ब्वॉय की मौत से अस्पताल के डॉक्टर और अन्य स्वास्थ्यकर्मी सकते में हैं। करीब 11 बजे के दौरान उन्हें सीने में दर्द होने के साथ रक्तचाप बढ़ने की शिकायत हुई। अयोध्या के मोहम्मद अयाज (50) पिछले दो दशकों से जिला अस्पताल में वार्ड ब्वॉय के रूप में तैनात थे।
जागरण संवाददाता, नोएडा। सेक्टर-39 जिला अस्पताल में ड्यूटी के दौरान संविदा पर तैनात वार्ड की बुधवार को मौत हो गई। वार्ड ब्वॉय की मौत से अस्पताल के डॉक्टर और अन्य स्वास्थ्यकर्मी सकते में हैं। अयोध्या के मोहम्मद अयाज (50) पिछले दो दशकों से जिला अस्पताल में वार्ड ब्वॉय के रूप में तैनात थे।
मंगलवार सुबह से हमेशा की तरह फार्मेसी में ड्यूटी कर रहे थे। करीब 11 बजे के दौरान उन्हें सीने में दर्द होने के साथ रक्तचाप बढ़ने की शिकायत हुई। इमरजेंसी में पहुंचकर डॉक्टर्स को अपनी समस्या बताई। डॉक्टर्स ने ईसीजी जांच कराई।
ईसीजी जांच के कुछ देर बाद वह अचानक से बेहोश हुए तो अस्पताल में मौजूद स्वास्थ्यकर्मी उन्हें लेकर आईसीयू में पहुंचे। यहां उन्हें सीपीआर के साथ वेंटिलेटर पर सपोर्ट पर लिया गया। लेकिन कुछ देर बाद ही डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वार्ड ब्वॉय की मौत की खबर फैलते ही अस्पताल और उनके घर में शोक की लहर छा गई।
स्वजन के साथ अस्पताल में कार्यरत कर्मियों को गहरा सदमा लगा है। अस्पताल में कार्यरत कर्मियों की ओर से स्वजन को अयोध्या में रहने वाले स्वजन को सूचना दी गई है। इसके बाद स्वजन नोएडा के लिए रवाना हुए हैं।
हृदय रोग से बचाव के लिए जीवनशैली में बदलाव जरूरी
जिला अस्पताल के फिजीशिय डॉ. प्रदीप शैलत का कहना है कि हृदय को स्वस्थ रखने के लिए संतुलित आहार लेना जरूरी है। फल, सब्जियां, साबुत अनाज, और कम वसा वाले प्रोटीन का सेवन करें। नमक, शर्करा और सेचुरेटेड वसा से भरपूर खाद्य पदार्थों से बचें। शारीरिक रूप से सक्रिय रहना हृदय रोग के जोखिम को कम करता है।
रोजाना कम से कम 30 मिनट की हल्की-फुल्की एक्सरसाइज जैसे चलना, साइकिल चलाना, या योग करना फायदेमंद है। तंबाकू का सेवन हृदय रोग के जोखिम को बढ़ाता है। शराब का सेवन भी हृदय के लिए नुकसानदायक है। अपने वजन को नियंत्रित रखने के लिए स्वस्थ आहार और व्यायाम को अपनाएं। लंबे समय तक तनाव में रहना हृदय पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
ध्यान, योग और अन्य तनाव प्रबंधन तकनीकों का उपयोग करें। समय-समय पर रक्तचाप, शुगर, और कोलेस्ट्राल की जांच कराते रहें जिससे हृदय रोग के जोखिम का समय रहते पता चल सके। रोजाना 7-8 घंटे की नींद हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करती है।