Breast Cancer: युवतियों में क्यों बढ़ रहा है ब्रेस्ट कैंसर का खतरा? चौंकाने वाली वजह आई सामने
महिलाओं के लिए जरूरी खबर है। ब्रेस्ट में गांठ है या लगातार डिस्चार्ज हो रहा है तो अब अलर्ट होने की जरूरत है। एक चौंकाने वाली रिसर्च सामने आई है। जिसमें शहर के अस्पतालों में आए मरीजों की स्टडी से पता चला है। शोध में कहा गया है कि शादी में देरी इसकी बड़ी वजह मानी जा रही है। इसके इलाज की सुविधा सरकारी अस्पतालों में नहीं है।
जागरण संवाददाता, नोएडा। महिलाओं की ब्रेस्ट में गांठ है या लगातार डिस्चार्ज हो रहा है तो तुरंत अलर्ट हो जाएं। डरने, घबराने के बजाय विशेषज्ञ डॉक्टर के पास जाकर चेकअप कराएं। क्योंकि यह ब्रेस्ट कैंसर हो सकती है।
दरअसल, 40 से 60 वर्ष के बीच अंडरआर्म में या ब्रेस्ट में कोई भी गांठ हो जाने पर महिलाएं, युवतियां किसी से बताना नहीं चाहती हैं, जो उनके लिए घातक बन रहा है। ब्रेस्ट कैंसर जागरुकता माह के तहत यह जानकारियां लोगों को दी जा रही हैं।
तेजी से बढ़ रहा है ब्रेस्ट कैंसर
पीजीआई चाइल्ड की पैथोलॉजी विभाग में हेड डॉक्टर ज्योत्सना मदान ने बताया कि काफी समय पहले लापरवाही या अज्ञानता के कारण महिलाओं की बच्चेदानी में कैंसर के ज्यादा केस थे लेकिन अब ब्रेस्ट कैंसर तेजी से बढ़ रहा है।डा. ज्योत्सना मदान। सौ. स्वयं
शहर के अस्पतालों में आ रहे मरीजों की हिस्ट्री से पता चला कि युवतियां पढ़ाई की वजह से शादी देरी से करती हैं। निर्धारित समय पर ब्रेस्टफीड न करवाना और अनुवांशिक कारण बड़ी वजह है। लिहाजा, 35 से 45 उम्र की युवतियां व महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर हो रहा है।उन्होंने कहा कि युवतियां छोटी गांठ होने पर उसे नजरअंदाज कर देती हैं या शर्म, घबराहट में किसी को बताना नहीं चाहती हैं। उन्होंने जोर दिया कि ब्रेस्ट की हर गांठ कैंसर नहीं हो सकती है, लेकिन मेमोग्राफी जांच से ही इसका पता चलता है। उन्होंने ब्रेस्ट कैंसर के जो मुख्य कारण देखे हैं उनमें गांठ का होना, ब्रेस्ट से लगातार डिस्चार्ज होना, बगल में गांठ और जेनेटिक हैं।
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