YEIDA Plot Scheme: भूखंडों का आवंटन कर सकता है निरस्त यमुना प्राधिकरण, मिलेगा आखिरी मौका; नियमों में हुआ बदलाव
यमुना प्राधिकरण मेडिकल डिवाइस पार्क में आवंटित 26 भूखंडों का आवंटन निरस्त कर सकता है। यह भूखंड ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बनाने वाली कंपनियों को आवंटित किए गए थे। प्राधिकरण ने आवंटियों को प्रोजेक्ट बदलने के लिए नोटिस जारी किया था लेकिन आवंटियों ने अभी तक कोई पहल नहीं की है। प्राधिकरण आखिरी मौका देते हुए नोटिस जारी करेगा। प्रोजेक्ट में बदलाव न करने पर आवंटन निरस्त कर दिया जाएगा।
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। यमुना प्राधिकरण मेडिकल डिवाइस पार्क में आवंटित 26 भूखंडों का आवंटन निरस्त कर सकता है। 26 सितंबर को बोर्ड बैठक में इसका प्रस्ताव रखा जाएगा। यह भूखंड ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बनाने वाली कंपनियों को आवंटित किए गए थे।
प्राधिकरण ने आवंटियों को प्रोटेक्ट बदलने के लिए नोटिस जारी किया था, लेकिन आवंटियों ने अभी तक कोई पहल नहीं की है। प्राधिकरण आखिरी मौका देते हुए नोटिस जारी करेगा। प्रोजेक्ट में बदलाव न करने पर आवंटन निरस्त कर दिया जाएगा।
मेडिकल डिवाइस पार्क में 74 भूखंडों का आवंटन किया
यमुना प्राधिकरण ने सेक्टर 28 में साढ़े तीन सौ एकड़ में विकसित हाे रहे मेडिकल डिवाइस पार्क में 74 भूखंडों का आवंटन किया है। कोविड के दौरान ऑक्सीजन की जरूरत को देखते हुए 26 भूखंड ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बनाने वाली कंपनियों को इकाईयों लगाने के लिए दिए गए थे, लेकिन कोविड के बाद अब हालात बदल चुके हैं।इस कारण प्राधिकरण ने नोटिस जारी करते हुए आवंटियों से कहा था कि वह ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की बजाए दूसरा चिकित्सा उपकरण से संबंधित दूसरे प्रोजेक्ट लगाए। लेकिन 26 आवंटियों ने प्राधिकरण के नोटिस को बाद कोई पहल नहीं की। इकाई लगाने के बजाए भूखंडों की खरीद फरोख्त हो रही है।
प्राधिकरण ने आवंटियों को अंतिम मौका देने का फैसला किया है। मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुणवीर सिंह का कहना है कि बोर्ड बैठक में इसका प्रस्ताव रखा जाएगा। अगर आवंटी प्रोजेक्ट में बदलाव नहीं करते हैं तो आवंटन निरस्त कर दिया जाएगा।
भूखंड आवंटन नीति में बदलाव
मेडिकल डिवाइस पार्क में भूखंड आवंटन नीति में भी बदलाव कर दिया गया है। लॉटरी के बजाए भूखंडों का आवंटन साक्षात्कार के माध्यम से होगा।
प्राधिकरण की मेडिकल डिवाइस पार्क योजना में 27 भूखंड के सापेक्ष 47 आवेदन मिले हैं। इन आवेदन की जांच फार्मा विभाग की तकनीकी समिति करेगी। इससे पहले मेडिकल डिवाइस एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के कार्यकारी निदेशक की अध्यक्षता में गठित समिति आवेदनों की जांच करेगी। केंद्रीय समिति की जांच में सभी मिले आवेदकों का साक्षात्कार कर भूखंड आवंटन होगा। मेडिकल डिवाइस प्रमोशन काउंसिल की संरचना तैयार करने के लिए भी कार्रवाई शुरू हो गई है।
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