यमुना प्राधिकरण ने तैयार की 14 सेक्टरों के 33499 भूखंडों की कुंडली, कब्जे के लिए आवंटियों को करना होगा इंतजार
यमुना प्राधिकरण ने 2009 में पहली आवासीय भूखंड योजना निकाली थी। इसके बाद प्राधिकरण आवासीय उद्योग संस्थागत वाणिज्यक उपयोग श्रेणी के लिए भूखंड योजनाओं में संपत्ति का आवंटन करता आ रहा है लेकिन आवंटित भूखंडों में से कितनों पर कब्जा दिया जा चुका है। 359 भूखंडों की जमीन पर न्यायालय का स्थगन होने के कारण आवंटियों को कब्जे के लिए इंतजार करना होगा।
अरविंद मिश्रा, ग्रेटर नोएडा। यमुना प्राधिकरण ने 14 सेक्टरों के 33499 भूखंडों की कुंंडली तैयार की है। प्राधिकरण इसमें से 30358 भूखंडों का आवंटन कर चुका है, लेकिन नौ हजार से अधिक ऐसे भूखंड हैं, जिनका कब्जा अभी तक आवंटियों को नहीं मिल सका है। भूखंडों का विकास न हो पाने के कारण आवंटियों को कब्जा मिलने से बचे हैं। 359 भूखंडों की जमीन पर न्यायालय का स्थगन होने के कारण आवंटियों को कब्जे के लिए इंतजार करना होगा।
यमुना प्राधिकरण ने 2009 में पहली आवासीय भूखंड योजना निकाली थी। इसके बाद प्राधिकरण आवासीय, उद्योग, संस्थागत, वाणिज्यक उपयोग श्रेणी के लिए भूखंड योजनाओं में संपत्ति का आवंटन करता आ रहा है, लेकिन आवंटित भूखंडों में से कितनों पर कब्जा दिया जा चुका है। कितने अभी आवंटित होने से बचे हैं, कितने भूखंडों के विकास में बाधा है, विकास कार्य में रुकावट क्या है, इसका डाटा प्राधिकरण के पास समेकित रूप में उपलब्ध नहीं था।
प्राधिकरण ने करीब डेढ़ साल की कवायद के बाद सभी 14 सेक्टरों के 33499 भूखंडों की कुंडली तैयार कर ली है। इससे प्राधिकरण अधिकारियों को जवाब मिल गया है कि अभी उन्हें कितने भूखंडों पर आवंटियों को कब्जा देना है और कितने भूखंडों के विकास में बाधाएं हैं।
आवासीय श्रेणी में सबसे अधिक कब्जा दिया
यीडा ने सबसे अधिक आवासीय भूखंडों का आवंटन किया है। आवासीय सेक्टर 16,17, 18, 20 व 22 डी में प्राधिकरण ने 29947 भूखंडों का आवंटन किया है। इसमें से 28319 के आवंटियों को कब्जा भी दे दिया है, लेकिन प्राधिकरण के आवासीय सेक्टर में अभी भी बसावट न के बराबर है।
सुविधाओं व सुरक्षा की कमी के कारण लोग सेक्टरों में बसने को तैयार नहीं हैं। संस्थागत के दो सेक्टर 170 भूखंडों का आवंटन हुआ है और 130 को ही कब्जा मिल पाया है।
औद्योगिक तीन हजार से अधिक भूखंड आवंटित
यमुना प्राधिकरण ने औद्योगिक शहर बसाने के लिए छह औद्योगिक सेक्टर में 3382 भूखंडों का आवंटन किया है। लेकिन लंबा वक्त बीतने के बाद भी प्राधिकरण को औद्योगिक शहर का स्वरूप नहीं मिल पाया है। महज चार इकाई ही अभी तक क्रियाशील हुई हैं। दो शुरू होने को तैयार हैं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।सभी श्रेणी के सेक्टरों में नियोजित भूखंडों का डाटा तैयार किया गया है। इसकी मदद से यह जानने में सुविधा होगी कि कितने भूखंडों का कब्जा आवंटियों को देना शेष है। भूखंडों के विकास में क्या अड़चन हैं। उन्हें दूर कर आवंटियों को जल्द से जल्द कब्जा दिया जाएगा। नई योजनाओं के लिए भी भूखंडों की उपलब्धता की जानकारी रहेगी।
डॉ. अरुणवीर सिंह, सीईओ यमुना प्राधिकरण