कृपालु महाराज की बड़ी बेटी की मौत, ऐसे बच सकती थी जान; हाईवे पर खौफनाक मंजर देख कांप गई लोगों की रूह
यमुना एक्सप्रेसवे पर रविवार रात को दर्दनाक हादसे में कृपालु महाराज की बड़ी बेटी की मौत हो गई। इस हादसे में पांच अन्य लोग घायल हुए हैं उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी घायलों का अपोलो अस्पताल व ग्रेटर नोएडा के यथार्थ अस्पताल में उपचार किया है। बताया गया कि अगर एयरबैग खुल जाते तो शायद जान बच सकती थी।
अजब सिंह भाटी, ग्रेटर नोएडा। यमुना एक्सप्रेसवे पर कैंटर की चपेट में आई दोनों कार के एयरबैग नहीं खुले। यदि एयरबैग खुल जाते तो शायद इतना बड़ा हादसा न होता। जगद्गुरु कृपालु महाराज की बेटी डॉ. विशाखा त्रिपाठी की भी जान बच सकती थी।
ऐसे हुआ हादसा
वृंदावन के प्रेम मंदिर और प्रतापगढ़ स्थित मनगढ़ भक्ति धाम के संस्थापक जगद्गुरु कृपालु महाराज की बड़ी बेटी डा. विशाखा त्रिपाठी की यमुना एक्सप्रेस-वे पर देर रात करीब साढ़े तीन बजे एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई। इस हादसे में उनकी दो छोटी बहनें श्यामा त्रिपाठी व कृष्णा त्रिपाठी और पांच अन्य लोग भी घायल हुए हैं, जिनका उपचार दिल्ली के अपोलो अस्पताल व ग्रेटर नोएडा के यथार्थ अस्पताल में किया जा रहा है।
डा. विशाखा त्रिपाठी का अंतिम संस्कार वृंदावन में सोमवार को यमुना तट पर किया जाएगा। प्रेम मंदिर और मनगढ़ भक्ति धाम की अध्यक्ष 72 वर्षीय डा. विशाखा त्रिपाठी अपनी दो बहनों के साथ काफिले की पांच कारों में शनिवार देर रात वृंदावन से दिल्ली के लिए रवाना हुई थीं।
आगरा से दिल्ली आ रहे चश्मदीद जितेंद्र के अनुसार, यमुना एक्सप्रेस-वे पर दनकौर कोतवाली क्षेत्र में आठ किलोमीटर के बोर्ड के पास एक कैंटर ने ओवरटेक करने के क्रम में काफिले की दो कारों को टक्कर मारी फिर अनियंत्रित होकर एक कार पर पलट गया।
वहीं, काफिले के अन्य वाहनों में शामिल लोग पुलिस को सूचना देने के साथ बचाव कार्य में जुट गए। पुलिस ने तीन एंबुलेंस की मदद से घायलों को अस्पताल पहुंचाया। दोनों कारों में सवार कृपालु महाराज की तीनों बेटियां गंभीर रूप से घायल हो गईं।
उन्हें उपचार के लिए अपोलो अस्पताल ले जाया गया, जहां डा. विशाखा त्रिपाठी की मृत्यु हो गई, जबकि उनकी दोनों बहनों समेत अन्य घायलों का उपचार किया जा रहा है।
बताया गया कि टक्कर इतनी जोरदार हुई कि एक कार जहां कैंटर के नीचे दब गई, वहीं दूसरी कार उछलकर एक्सप्रेसवे के किनारे क्रैश बैरियर पर चढ़ गई थी।
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