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Noida Pollution: जहरीली हवा से गैस चैंबर बनी औद्योगिक नगरी, ग्रेटर नोएडा देश का तीसरा सबसे प्रदूषित शहर

Noida Pollution सूक्ष्म कण और धूल कणों के साथ कार्बन का हमला होने से दिल्ली फरीदाबाद के बाद ग्रेटर नोएडा देश का तीसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा। विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि प्रदूषण से बचना है तो अब घर या दफ्तरों से बाहर मास्क लगाकर ही निकलें।

By MOHD BilalEdited By: Pradeep Kumar ChauhanUpdated: Tue, 01 Nov 2022 10:08 PM (IST)
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Noida Pollution: नालेज पार्क-5 क्षेत्र में हवा बहुत खराब श्रेणी में दर्ज की गई।
नोएडा, जागरण संवाददाता। Noida Pollution: दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) के तीसरे चरण की पाबंदियों के बावजूद मंगलवार को शहर की हवा गंभीर श्रेणी में पहुंच गई। हानिकारक गैस और धूल कणों में बढ़ोतरी से औद्योगिक नगरी गैस चैंबर बन गई। सूक्ष्म कण और धूल कणों के साथ कार्बन का हमला होने से दिल्ली, फरीदाबाद के बाद ग्रेटर नोएडा देश का तीसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा। विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि प्रदूषण से बचना है तो अब घर या दफ्तरों से बाहर मास्क लगाकर ही निकलें।

दिल्ली का एक्यूआइ 424 के पार 

मंगलवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 424 के अंक पर रहा। फरीदाबाद का 403 व ग्रेटर नोएडा का 402 रहा। नोएडा का एक्यूआइ 398 दर्ज किया गया। यह गंभीर श्रेणी से सिर्फ दो अंक ही नीचे हैं। नोएडा में सेक्टर-62 और सेक्टर-116 के आसपास की हवा गंभीर श्रेणी में रही। सेक्टर-116 में सुबह के समय हवा बहुत खराब श्रेणी में रहने के बाद शाम को गंभीर श्रेणी में पहुंच गई। सेक्टर-125 की हवा बहुत खराब श्रेणी में रही। ग्रेटर नोएडा की हवा नालेज पार्क-3 क्षेत्र में गंभीर व नालेज पार्क-5 क्षेत्र में हवा बहुत खराब श्रेणी में दर्ज की गई।

घरों में करें एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल

नियो अस्पताल की पल्मोनोलाजिस्ट डा. शिखा जिंदल का कहना है कि सांस लेने में परेशानी, नाक बहना, आंखों में जलन और लगातार खांसी के मामले बढ़ रहे हैं। सीओपीडी, अस्थमा, ब्रोंकाइटिस के मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मरीजों की दवाओं को बदलना पड़ रहा है। घरों से बाहर जाते हुए इन्हेलर साथ रखे और मास्क पहनें। घरों में एयर प्यूरीफायर का प्रयोग करें। वायु प्रदूषण का पूर्वानुमान लगाने वाली संस्था वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान तथा अनुसंधान प्रणाली (सफर) के मुताबिक सतह पर चलने वाली हवा की रफ्तार को मंगलवार को आठ से 12 किलोमीटर प्रतिघंटा रही। आगामी तीन दिनों तक एक्यूआइ के बहुत खराब और गंभीर श्रेणी में रहने की संभावना है।

डेढ़ लाख का लगाया जुर्माना

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी प्रवीण कुमार का कहना है कि प्रवर्तन टीम मंगलवार को ग्रेप नियम का उल्लंघन करने पर सेक्टर-63 में तीन भूस्वामी पर 1.50 लाख का जुर्माना लगाया गया है। तीनों भूस्वामी पर 50-50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है। सेक्टर-51 निवासी संजीव कुमार का कहना है कि ग्रेप का तीसरा चरण लागू हो चुका है। बावजूद धड़ल्ले से निर्माण कार्य जारी है। इसपर रोक लगनी चाहिए।

जिले में प्रमुख जगह का एक्यूआइ:

  • स्थान,               सुबह नौ बजे,             शाम छह बजे,             प्रदूषण श्रेणी
  • सेक्टर-1,               377,                    369                        बहुत खराब
  • सेक्टर-62,             431                    430                             गंभीर
  • सेक्टर-116,            397                  410                      बहुत खराब-गंभीर
  • सेक्टर-125           392                   340                         बहुत खराब
  • नालेज पार्क-3,        402                  420                           गंभीर
  • नालेज पार्क-5,        363                 379                              बहुत खराब
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