रियल एस्टेट की शुरुआती चुनौतियां बहुत आसानी से होंगी दूर
जागरण संवाददाता नोएडा भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) ने एक बार फिर से रेपो रेट बढ़ा दिया है। 4.90 फीसद से बढ़कर अब रेपो रेट 5.40 फीसद हो गया है। देश में उच्च मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने वाले इस प्रयास का असर अब होम लोन के ब्याज दरों पर पड़ेगा।
जागरण संवाददाता, नोएडा : भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) ने एक बार फिर से रेपो रेट बढ़ा दिया है। 4.90 फीसद से बढ़कर अब रेपो रेट 5.40 फीसद हो गया है। देश में उच्च मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने वाले इस प्रयास का असर अब होम लोन के ब्याज दरों पर पड़ेगा। बैंक इस बढ़ी हुई दर के अनुसार अपनी ब्याज दरों को बढ़ाएंगे। इसका सीधा असर आम आदमी की ईएमआइ पर पडे़गा। रेपो रेट की बढ़ोत्तरी पर दिल्ली-एनसीआर के रियल एस्टेट डेवलपर्स ने आवश्यक कदम बताया है। इसका रियल एस्टेट सेक्टर पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। जाहिर है बाजार की मांगों में शुरुआती नर्मी आएगी, लेकिन संपत्ति की खरीद में उल्लेखनीय वृद्धि और बाजार में नए खरीदारों की भरमार है, इसलिए शुरुआती चुनौतियां बहुत आसानी से दूर हो जाएंगी।
क्रेडाई वेस्टर्न यूपी अध्यक्ष अमित मोदी ने बताया कि बढ़ोतरी ने एक बार फिर कर्ज पर ब्याज दरों में वृद्धि कर दी है। यह निश्चित रूप से घर खरीदारों की क्षमता को प्रभावित करने वाला है। खासकर मध्यम वर्ग पर इसका असर दिखेगा। इस बढ़ोतरी के बाद लाखों घर खरीदार संपत्ति बाजार से दूर हो सकते हैं। इससे अचल संपत्ति बाजार में परियोजनाओं की बिक्री की गति कम हो जाएगी। क्रेडाई एनसीआर अध्यक्ष मनोज गौड ने बताया कि इस वृद्धि के साथ रेपो दर अपना चक्र पूरा करते हुए महामारी पूर्व के स्तर पर वापस आ गई है। हमें नहीं लगता कि इसका उपभोक्ताओं की भावनाओं पर ज्यादा प्रभाव पड़ेगा, क्योंकि वह वर्तमान में उत्साहित है।