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पानी में डूबा कलेक्ट्रेट… विकास भवन और पुलिस लाइन, यूपी के इस जिले में बाढ़ ने निगला सबकुछ, अंधेरे में लोग

उत्तर प्रदेश के पीलभीत जिले में चढ़ा बाढ़ का पानी अब धीरे-धीरे उतरने लगा है। पानी घटने से जनजीवन भी पटरी पर उतर रहा है। रास्ते खुले होने से आवागमन की समस्या दूर हुई। हालांकि कुछ जगहों पर अभी भी मार्ग पानी में डूबे हुए हैं। वहीं बिजली के न होने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। ग्रामीण जन जीवन भी काफी प्रभावित हुआ है।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Thu, 11 Jul 2024 09:22 PM (IST)
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बीसलपुर नगर में बरेली मार्ग पर बाढ़ का पानी कम होने के बाद आवागमन सामान्य होने लगा है। जागरण

जागरण संवाददाता, पीलीभीत। जिले में शारदा, देवहा और सहायक नदियों में आई बाढ़ का पानी धीरे-धीरे उतर रहा है। इससे आम जनजीवन पटरी पर आने लगा। उधर, बीसलपुर में बाढ़ का पानी तो घटा, लेकिन कई मार्गों पर अभी समस्या बनी हुई है। जलस्तर में कमी आने के साथ ही शारदा व देवहा नदियों ने कटान शुरू कर दिया है।

खतरे के निशान से नीचे आई शारदा नदी

जिला मुख्यालय पर स्थित बाढ़ कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार को सुबह शारदा नदी में 51 हजार 860 क्यूसेक अतिरिक्त पानी चल रहा है। नदी का जलस्तर घटकर 218.50 मीटर रह गया, जबकि खतरे का निशान 221.70 मीटर पर है। 

इसी तरह से देवहा में 23 हजार 812 क्यूसेक अतिरिक्त पानी चल रहा है। नदी का जलस्तर घटकर 190.35 मीटर पर आ गया। देवहा नदी में खतरे का निशान 192.00 मीटर पर हैं। 

पानी का उतार होने से लोगों को राहत

शहर में कलेक्ट्रेट, विकास भवन, पुलिस लाइन, जेल रोड, टनकपुर हाईवे सहित अन्य निचले इलाकों से बाढ़ का पानी लगातार उतर रहा है। चंदोई, नावकूड़, बेहरी के साथ ही अमरिया तहसील क्षेत्र के गांवों तथा मझोला के आसपास के क्षेत्र में भी पानी लगातार उतर रहा है। 

पूरनपुर के ट्रांस शारदा क्षेत्र और कलीनगर तहसील के गांवों में भी जन जीवन धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा। शारदा का जलस्तर कम होने और गांवों में भरे बाढ़ के पानी का उतार होने से लोगों को राहत मिली है। 

एक से डेढ़ फीट तक चल रहा पानी

उधर, बीसलपुर में भी मार्गों, मोहल्लों के साथ ही गांवों में बाढ़ का पानी उतरने लगा है। कई मार्गों पर आवागमन शुरू हो गया, क्योंकि पानी एक से डेढ़ फीट तक चल रहा है। बीसलपुर नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति व्यवस्था तीसरे दिन भी ठप रही है। 

नागरिकों का कहना है कि बुधवार की रात चारों ओर भरे बाढ़ के पानी के बीच अंधेरे में रहना पड़ा। घरों पर लगे इन्वर्टर डिस्चार्ज हो चुके हैं। लोगों को मोबाइल चार्ज करने की भी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

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