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कैसे मिलेगा फर्जी रसीद बुकों से वसूले दान का हिसाब

गोमती पुनरुद्धार के लिए जिलाधिकारी ने श्वेत पत्र जारी करने का फरमान जारी किया है।

By JagranEdited By: Updated: Fri, 31 Aug 2018 11:06 PM (IST)
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कैसे मिलेगा फर्जी रसीद बुकों से वसूले दान का हिसाब

पीलीभीत : गोमती पुनरुद्धार के लिए जिलाधिकारी ने श्वेत पत्र जारी करने का फरमान तो जारी किया है,परंतु शायद इस श्वेतपत्र के खास मायने नहीं होंगे क्योंकि जहां नीयत साफ न हो वहां कोई भी पत्र किसी काम का नहीं होता। गोमती के कथित सेवादार ने ट्रस्ट की रसीद बुकें छपने से पहले ही निजी तौर पर 50 रसीद बुकें छपवा लीं थीं। इनको लखनऊ ले जाकर उनसे ही चंदा वसूला गया। इसका हिसाब ट्रस्ट किस आधार पर ले पाएगा यह लोगों के मन में है।

गोमती मइया के काम को पवित्र बताते हुए ट्रस्ट का गठन करके जन सहयोग से काम शुरू कराया गया था। ट्रस्ट के कोष की जिम्मेदारी सम्हाले कलीनगर के तत्कालीन तहसीलदार विवेक कुमार मिश्र को चंदे की रसीद बुकें छपवाने में शासकीय कार्यों के चलते कुछ देर हो गई थी। इसका लाभ उठाते हुए उदगम पर डेरा जमाए गोमती के कथित सेवादार ओमकार अग्रवाल ने पूरनपुर की एक ¨प्र¨टग प्रेस पर संपर्क करके गोमती के लिए चंदा वसूलने को 50 रसीद बुकें छपवा लीं थीं। इन्हें उदगम ले जाया गया था। वहां चेक करने पर 48 रसीद बुकें ही निकलीं थीं। इनको ओमकार एक सेवादार से अपनी कार में रखवाकर लखनऊ ले गया था। पता करने पर पूरनपुर के ¨प्र¨टग प्रेस स्वामी ने बताया था कि दो रसीद बुकें धोखे से उनकी दुकान पर ही रह गईं हैं। इसी बीच ट्रस्ट की रसीद बुकें भी छपकर आ गईं और ओमकार सहित अन्य गोमती सेवकों को यह बुकें चंदा एकत्र करने के लिए दीं गईं। इसी बीच ट्रस्ट अध्यक्ष एवं कलीनगर एसडीएम पुष्पा देवरार व तत्कालीन तहसीलदार विवेक मिश्रा से कई लोगों ने ओमकार द्वारा छपवाई गईं रसीद बुकों के बारे में सूचना दी। इस पर एसडीएम ने ओमकार से पूछा एवं ट्रस्ट की रसीदों पर ही चंदा लेने को कहा तो ओमकार ने रसीद बुकें छपवाना स्वीकारते हुए इन्हें वापस ट्रस्ट में जमा कराने की बात कही थी। इन बुकों को अब तक ट्रस्ट के हवाले नहीं किया गया है। ऐसे में अब गोमती भक्तों को यह शंका है कि कहीं इन फर्जी रसीदों से मोटा चंदा न वसूला गया हो और इनसे वसूले चंदे का हिसाब ट्रस्ट तक पहुंचना मुश्किल होगा। यह बात स्थानीय अफसर भी जानते हैं पर बड़े हाकिम के मित्र के खिलाफ मुंह खोलने से अफसर बच रहे हैं। चंदे के लिए दी गईं रसीद बुकें आज जमा करें गोमती भक्त : एसडीएम

एसडीएम कलीनगर पुष्पा देवरार का कहना है कि जिन गोमती भक्तों पर चंदे की रसीद बुकें हैं वे शनिवार को हर हाल में वापस कर दें ताकि हिसाब अपडेट किया जा सके। उनके अनुसार फर्जी बुकें कोई छपवाता है तो वह उसके लिए खुद जिम्मेदार होगा। लोगों को जागरूक होकर ट्रस्ट के खाते में चेक या इलेक्ट्रानिक माध्यम से ही चंदा देना चाहिए। फिर दोहराया कि ट्रस्ट के हिसाब में कोई भी गड़बड़ी नहीं है अपडेट कराया जा रहा है।