पुरखुलूस माहौल में निकाला गया जुलूस-ए- गौसिया
शहर समेत पूरे जिले में जुलूस ए गौसिया पूरी शान ओ शौकत के साथ निकाला गया। शहर में जुलूस के दौरान पिछले वर्षों में एक ही समुदाय के लोगों के बीच आपसी झगड़ा हो चुका है। ऐसे में जिला प्रशासन की ओर से इस बार सुरक्षा के लिए भारी पुलिस फोर्स लगाया गया। पुलिस अधीक्षक ने स्वयं सुरक्षा की कमान संभाली।
जागरण संवाददाता, पीलीभीत : शहर समेत पूरे जिले में जुलूस ए गौसिया पूरी शान ओ शौकत के साथ निकाला गया। शहर में जुलूस के दौरान पिछले वर्षों में एक ही समुदाय के लोगों के बीच आपसी झगड़ा हो चुका है। ऐसे में जिला प्रशासन की ओर से इस बार सुरक्षा के लिए भारी पुलिस फोर्स लगाया गया। पुलिस अधीक्षक ने स्वयं सुरक्षा की कमान संभाली। जुलूस के रास्तों पर मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस व पीएसी के जवान मुस्तैद रहे। जुलूस अपने तयशुदा रास्तों से होता हुआ जहां से शुरू हुआ था, वहीं पर पहुंचकर संपन्न हो गया। शांतिपूर्वक ढंग से जुलूस ए गौसिया संपन्न हो जाने पर प्रशासन व पुलिस अधिकारियों ने राहत ली।
शेख अब्दुल कादिर जिलानी गौस ए आजम की याद में सोमवार को पूर्वाह्न हशमत नगर से आस्तान ए हशमतिया के सज्जादानशीन मौलाना जरताब रजा खां की सरपरस्ती में जुलूस का आगाज हुआ। जुलूस में हजारों अकीदतमंद शामिल रहे। जुलूस में शामिल तमाम लोग मसलक ए आला हजरत जिदाबाद और आतंकवाद मुर्दाबाद के जोशीले नारे लगाते हुए चल रहे थे। जुलूस ए गौसिया बेलों वाला चौराहा, कमल्ले चौराहा, जुगनू पाकड़, मुहल्ला दुर्गा प्रसाद, छोटी मार्केट, शरीफ खां चौराहा पहुंचा। यहां से मुहल्ला बुजकसावान, मदीना शाह, लाल रोड से होते हुए सुनहरी मस्जिद, बरेली गेट से जाटों का चौराहा, मुहल्ला सरफराज खां, मुहल्ला पकड़िया, पंजाबियान चौराहा, फीलखाना होते हुए राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज चौराहा से मुहल्ला खकरा, अशरफ खां, आवास विकास कॉलोनी होते हुए वापस हशमत नगर पहुंचकर समाप्त हो गया। जुलूस की सुरक्षा में सुनगढ़ी व सदर कोतवाली पुलिस के साथ ही बाहरी जिलों से आए पुलिस फोर्स के साथ ही पीएसी के जवान में लगाए गए। स्वयं एसपी अभिषेक दीक्षित ने सुरक्षा की कमान संभाली। जिला प्रशासन के अधिकारी भी लगातार भ्रमण करते हुए जुलूस की सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी करते रहे। एक दिन पहले ही जिला प्रशासन ने जुलूस ए गौसिया के तयशुदा रास्ते को विभिन्न सेक्टरों में विभाजित कर मजिस्ट्रेट के तौर पर अधिकारियों की ड्यूटी लगा दी थी। दरअसल शहर में इस जुलूस के दौरान पिछले वर्षों में आपसी झगड़े होते रहे हैं। इसी वजह से इस बार जिला प्रशासन और पुलिस ने सुरक्षा की व्यवस्था और ज्यादा पुख्ता रखी।