Pilibhit District Hospital : गर्भवती को इलाज दिए बिना डॉक्टरों ने लौटाया, पीलीभीत डीएम को चल गया पता- सुबह होते ही कर दिया यह काम...
Pilibhit District Hospital डीएम ने मौके पर उपस्थित सीएओ डा. आलोक कुमार को निर्देश दिए कि जवाबदेही तय करके रिपोर्ट दें। साथ ही निर्देश दिए कि पीड़ित गर्भवती को तलाश करके उसे बेहतर ढंग से इलाज उपलब्ध कराया जाए। इसके बाद पीड़ित महिला की खोजबीन हुई। गांव में पता चला कि आधी रात में फिर उसकी तबियत बिगड़ गई थी।
जागरण संवाददाता, पीलीभीत : राजकीय मेडिकल कालेज के अधीन संचालित हो रहे जिला महिला अस्पताल में स्टाफ की मनमानी चल रही है। रात में एक गर्भवती महिला को स्वजन बेहोशी की हालत में लेकर पहुंचे तो वहां न तो स्ट्रेचर उपलब्ध कराया गया और न ही किसी चिकित्सक ने गर्भवती को देखने की जहमत उठाई।
सीधे कह दिया कि कहीं और ले जाएं, यहां इलाज नहीं मिल पाएगा। रात में ही पूरा मामला शासन तक पहुंचा। इसके बाद सुबह डीएम जिला महिला अस्पताल जा पहुंचे। उन्होंने निरीक्षण करने के साथ ही रात में तैनात स्टाफ से पूछताछ की।
न्यूरिया थाना क्षेत्र के गांव अलीगंज निवासी गर्भवती महिला पूनम की अचानक तबियत बिगड़ गई। इस पर स्वजन रविवार की रात ई-रिक्शा पर उसे लेकर जिला महिला अस्पताल पहुंचे। स्वजन ने ड्यूटी पर उपस्थित स्टाफ को बताया कि पूनम सात माह की गर्भवती है।अचानक उसकी तबियत बिगड़ गई है। वह बेहोशी की हालत में है। इतना बताने के बाद भी स्टाफ ने स्ट्रेचर उपलब्ध कराना तो दूर महिला को देखने की भी जहमत नहीं उठाई।