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पीलीभीत में एसपी अविनाश पांडेय का एक्शन, चार निरीक्षकों व दो उपनिरीक्षकों के किए तबादले

पीलीभीत में पुलिस अधीक्षक अविनाश पांडेय ने कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए 4 निरीक्षकों और 2 उपनिरीक्षकों के तबादले किए हैं। इनमें दियोरिया कलां थाने के प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार को बिलसंडा थाने का प्रभारी नियुक्त किया गया है। अन्य तबादलों में बरखेड़ा थाने के निरीक्षक विनोद कुमार को जहानाबाद थाने में अपराध शाखा में भेजा गया है।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Sat, 09 Nov 2024 05:10 PM (IST)
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एसपी ने चार निरीक्षकों व दो उपनिरीक्षकों के किए तबादले।
जागरण संवाददाता, पीलीभीत। पुलिस अधीक्षक अविनाश पांडेय ने जिले में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए चार निरीक्षकों एवं दो उपनिरीक्षकों के तबादले कर दिए हैं। इन सभी को तत्काल अपने नए तैनाती स्थलों पर कार्यभार ग्रहण करने के लिए निर्देशित किया गया है।

पुलिस अधीक्षक ने थाना दियोरिया कलां के प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार को बिलसंडा थाने का नया प्रभारी निरीक्षक नियुक्त किया है। इसी प्रकार बरखेड़ा थाने की करोड़ पुलिस चौकी के प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार को जहानाबाद थाने में निरीक्षक (अपराध) के पद पर स्थानांतरित कर दिया है। 

सुनगढ़ी थाने की असम रोड चौकी के प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार को सुनगढ़ी थाने में निरीक्षक (अपराध) नियुक्त किया है। दियोरिया थाने में तैनात निरीक्षक सुशील कुमार को अपराध शाखा में भेजा गया है। 

इनके अलावा, थाना बरखेड़ा में तैनात उपनिरीक्षक राजकंवर को करोड़ पुलिस चौकी का प्रभारी बनाया गया है, जबकि सुनगढ़ी में तैनात वरिष्ठ उपनिरीक्षक दिगंबर सिंह को दियोरिया का नया थानाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।

ग्राम प्रधान, सचिव व रोजगार सेवक पर गबन की प्राथमिकी

पीलीभीत। न्यायालय के आदेश पर ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव व रोजगार सेवक के विरुद्ध गबन की प्राथमिकी लिखी गई है। इन तीनों पर ग्राम निधि व मनरेगा निधि से फर्जी कार्य दर्शाकर सवा लाख से अधिक की धनराशि का गबन कर लेने का आरोप लगाया गया है।

यह है मामला

मरौरी ब्लाक की ग्राम पंचायत पंडरी निवासी अजय कुमार ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के न्यायालय में दिए प्रार्थना पत्र में कहा कि ग्राम प्रधान ज्ञानवती, पंचायत सचिव तौलेराम व ग्राम रोजगार सेवक राजकुमार सिंह ने  ग्राम निधि व मनरेगा निधि से  फर्जी निर्माण कार्य दर्शाते हुए 1 लाख 31 हजार 15 रुपये का गबन कर लिया। 

खंड विकास अधिकारी व मनरेगा के उपायुक्त अपनी जांच में तीनों को दोषी मानते हुए गबन की धनराशि की वसूली किए जाने की संस्तुति की। प्रार्थना पत्र में कहा कि उसने तीनों के विरुद्ध प्राथमिकी लिखकर कार्रवाई किए जाने की मांग की लेकिन कुछ नहीं हुआ। इस बाबत न्यूरिया थाने में तहरीर दी। 

इसके बाद पुलिस अधीक्षक को भी प्रार्थना पत्र भेजा लेकिन उस पर भी कार्रवाई नहीं की गई। न्यायालय ने प्रार्थना पत्र पर सुनवाई के उपरांत तीनों आरोपियों के विरुद्ध प्राथमिकी लिखकर विवेचना किए जाने के आदेश पारित किए। 

इसके बाद, न्यूरिया थाने में ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव व ग्राम रोजगार सेवक के विरुद्ध प्राथमिकी लिखी गई। पुलिस के अनुसार, आगे की कार्रवाई विवेचना के आधार पर की जाएगी।

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