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प्रवेश देने में आनाकानी करने वाले प्रधानाध्यापकों पर होगी सख्त कार्रवाई

पीलीभीतजेएनएन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी चंद्रकेश सिंह ने कहा कि अगर किसी परिषदीय विद्यालय में बच्चों का प्रवेश लेने में आनाकानी की जाएगी तो इसके लिए प्रधानाध्यापक को उत्तरदायी ठहराते हुए सख्त कार्रवाई की जाएगी। बुधवार को जागरण के प्रश्न पहर कार्यक्रम के दौरान कई अभिभावकों ने इस तरह की शिकायत की कि बच्चों का प्रवेश लेने के लिए विद्यालयों में आनाकानी की जा रही है। इस पर बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारियों को तत्काल दूरभाष पर संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि छह से चौदह साल तक की आयु का कोई भी बालक या बालिका स्कूलों में प्रवेश पाने से वंचित नहीं रहना चाहिए। बीएसए ने बताया कि जिले में गांवों के सभी परिषदीय विद्यालय मिशन कायाकल्प के सभी पैरामीटरों पर संतृप्त हो चुके हैं। इस कार्य के लिए प्रदेश में जिले को पहला स्थान मिला है।

By JagranEdited By: Updated: Wed, 11 May 2022 11:47 PM (IST)
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प्रवेश देने में आनाकानी करने वाले प्रधानाध्यापकों पर होगी सख्त कार्रवाई

पीलीभीत,जेएनएन : जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी चंद्रकेश सिंह ने कहा कि अगर किसी परिषदीय विद्यालय में बच्चों का प्रवेश लेने में आनाकानी की जाएगी तो इसके लिए प्रधानाध्यापक को उत्तरदायी ठहराते हुए सख्त कार्रवाई की जाएगी। बुधवार को जागरण के प्रश्न पहर कार्यक्रम के दौरान कई अभिभावकों ने इस तरह की शिकायत की कि बच्चों का प्रवेश लेने के लिए विद्यालयों में आनाकानी की जा रही है। इस पर बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारियों को तत्काल दूरभाष पर संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि छह से चौदह साल तक की आयु का कोई भी बालक या बालिका स्कूलों में प्रवेश पाने से वंचित नहीं रहना चाहिए। बीएसए ने बताया कि जिले में गांवों के सभी परिषदीय विद्यालय मिशन कायाकल्प के सभी पैरामीटरों पर संतृप्त हो चुके हैं। इस कार्य के लिए प्रदेश में जिले को पहला स्थान मिला है। उन्होंने कहा कि इस सत्र में 44 हजार 27 बच्चों के नामांकन का लक्ष्य मिला है, अब तक 39 हजार से अधिक बच्चों के नामांकन कराए जा चुके हैं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि 20 मई से विद्यालयों में ग्रीष्मकालीन अवकाश हो जाएगा लेकिन अवकाश अवधि के दौरान जिले के जिन 226 विद्यालयों में बिटिया की बगिया विकसित की गई हैं, उनकी नियमित देखभाल की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी।

सवाल : गांव के प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक एक साल से नहीं आ रहा लेकिन उसका वेतन निकल रहा है।

कार्तिक, बिठौरा कलां

जवाब : कोर्ट के आदेश पर उच्च अधिकारी ने उस शिक्षक के प्रत्यावेदन पर सुनवाई करके चंदोई के विद्यालय में भेज दिया है। बिठौरा के विद्यालय में उपस्थिति रजिस्टर से संबंधित शिक्षक का नाम काटने के लिए निर्देश दे चुके हैं।

सवाल : गांव में विद्यालय समय से नहीं खुलता है। अपनी बच्ची का प्रवेश कराने गए तो मना कर दिया गया। साथ ही धमकी भी दी गई।

गेंदनलाल, हरीपुर फुलहर

जवाब : यह गंभीर मामला है। खंड शिक्षा अधिकारी से मामले पर आख्या मांगी गई है। इसके बाद प्रधानाध्यापक पर कार्रवाई की जाएगी।

सवाल : गांव में राजकीय माडल इंटर कालेज बन चुका है लेकिन अभी तक उसमें कक्षाएं लगना शुरू नहीं हो सकी हैं।

मीनू बरकाती, शेरपुर कला

जवाब : माध्यमिक शिक्षा का मामला मेरे अधिकार क्षेत्र में नहीं है। इसके लिए आपको जिला विद्यालय निरीक्षक से संपर्क करना होगा।

सवाल : आरटीई के तहत अलाभित श्रेणी के चयनित बच्चों के प्रवेश लेने से पहले आय प्रमाणपत्र मांगा जा रहा है।

राकेश कुमार, सुनगढ़ी

जवाब : अलाभित वर्ग के चयनित बच्चों के प्रवेश के समय जाति प्रमाण पत्र या असाध्य बीमारी का प्रमाण पत्र तो मांग सकते हैं लेकिन आय प्रमाण पत्र मांगने का कोई औचित्य नहीं है। इस तरह का प्रमाणपत्र दुर्बल वर्ग श्रेणी के अभ्यर्थी से मांग सकते हैं।

सवाल : शहर के मुहल्ला साहूकारा में अग्रसेन विद्यालय में अनियमितता बरती जा रही है। बरात ठहराने के लिए विद्यालय दे दिया जाता है।

रिकू पांडेय, साहूकारा

जवाब : आप इस बाबत एक प्रार्थना पत्र दे दीजिए। मामले की जांच कराकर कार्रवाई करेंगे।

सवाल : स्कूल में प्रवेश के लिए बच्चे की आयु कितनी होनी चाहिए।

विवेक सक्सेना, बरखेड़ा

जवाब : परिषदीय विद्यालय में पहली कक्षा में प्रवेश के लिए बच्चे की आयु पांच साल से अधिक होनी चाहिए।

सवाल : बीएसए दफ्तर में एक लिपिक पिछले पच्चीस साल से एक ही पटल पर तैनात है। इस बारे में राज्यमंत्री ने हटाने के निर्देश भी दिए लेकिन फिर भी कार्रवाई नहीं हुई।

शिवम कश्यप, एडवोकेट, सिविल लाइंस साउथ

जवाब : दफ्तर में लिपिक का पटल बदला जा चुका है। इस बाबत राज्यमंत्री को आख्या प्रेषित की जा चुकी है।

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