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Tiger Reserve Pilibhit : पीलीभीत टाइगर रिजर्व घूमने वालों के लिए आ गई बड़ी खुशखबरी, योगी सरकार ने दे दी यह बड़ी सौगात

वैसे तो पीलीभीत टाइगर रिजर्व में कई पर्यटन स्थल मौजूद है। सभी पर्यटन स्थल अपनी एक अलग पहचान रखते हैं। लेकिन सप्त सरोवर के आसपास खूबसूरती बढ़ गई है। सप्त सरोवर का निर्माण ब्रिटिश काल में किया गया था। भारतीय बंदियों से ब्रिटिश सरकार ने सप्त सरोवर का निर्माण कराया था। टाइगर रिजर्व बनने के बाद यह पर्यटन स्थल के रूप में विख्यात हो गया।

By Devendrda Deva Edited By: Mohammed Ammar Published: Sun, 28 Jan 2024 03:30 PM (IST)Updated: Sun, 28 Jan 2024 03:30 PM (IST)
Tiger Reserve Pilibhit : टाइगर रिजर्व में एक और पर्यटन स्थल विकसित

संवादसूत्र, माधोटांडा (पीलीभीत) : टाइगर रिजर्व में चूका के बाद एक और पर्यटन स्थल विकसित हो गया है। अगले महीने से पर्यटक वहां सैर करने के साथ ही रात्रि विश्राम भी कर सकेंगे। पर्यटकों के ठहरने के लिए काटेज, बच्चों के लिए आकर्षक झूले व सप्त सरोवर की कल कल करती धारा मन को मोह लेगी।

फरवरी में मौसम भी अच्छा हो जाएगा। ऐसे में पर्यटक नए स्थल का आनंद लेने के लिए उमड़ेंगे। टाइगर रिजर्व में सप्त सरोवर भी प्रमुख पर्यटन स्थल बन चुका है लेकिन यहां पर अभी तक पर्यटकों के लिए रात्रि में ठहरने की व्यवस्था उपलब्ध नहीं थी। शासन से धनराशि स्वीकृत होने के बाद टाइगर प्रशासन ने यहां पर रात्रि विश्राम के लिए काटेज का निर्माण करा दिया।

वैसे तो पीलीभीत टाइगर रिजर्व में कई पर्यटन स्थल मौजूद है। सभी पर्यटन स्थल अपनी एक अलग पहचान रखते हैं। लेकिन सप्त सरोवर के आसपास खूबसूरती बढ़ गई है। सप्त सरोवर का निर्माण ब्रिटिश काल में किया गया था। भारतीय बंदियों से ब्रिटिश सरकार ने सप्त सरोवर का निर्माण कराया था। टाइगर रिजर्व बनने के बाद यह पर्यटन स्थल के रूप में विख्यात हो गया।

पर्यटकों के ठहरने के लिए सिर्फ चूका पिकनिक स्पाट में ही व्यवस्था रही है। अब पर्यटक सप्त सरोवर पर भी रात्रि विश्राम कर सकेंगे। सप्त सरोवर पर पर्यटकों के ठहरने के लिए चार कमरों की व्यवस्था की जा रही है। यह कमरे देखने में काफी आकर्षक हैं। कमरों के निर्माण से ही सप्त सरोवर की सुंदरता में चार चांद लग गए। सिर्फ फिनिशिंग का कार्य ही शेष रह गया है।

इसके साथ ही पर्यटकों के मनोरंजन के लिए झूले भी लगा दिए गए हैं। यहां पर पर्यटक और उनके साथ में आने वाले बच्चे इन झूलों पर चढ़कर काफी आनंदित हो रहे हैं। रस्सी के बने हुए झूले बच्चों को काफी आकर्षित कर रहे हैं। यहां पर तीन प्रकार के झूले लगाए गए हैं।

सप्त सरोवर के भीतर ही पानी के फव्वारे भी लगाए जाएंगे। खानपान के लिए कैंटीन की व्यवस्था पहले से ही मौजूद है। यहां पर वाचिंग टावर पर चढ़कर पर्यटक जंगल का भी नजारा देखते हैं। जंगल के बीच में स्थित होने के कारण सप्त सरोवर के पास में वन्य जीव भी विचरण करते हुए नजर आते रहते हैं। बराही वन क्षेत्र में स्थित सप्त सरोवर का पहले से कहीं अधिक आकर्षक बढ़ चुका है। टाइगर रिजर्व में सफारी करने वाले पर्यटक सप्त सरोवर पर जरूर पहुंचते हैं।

सप्त सरोवर पर कार्य को जल्दी पूर्ण करने के लिए निर्देश दे दिए गए हैं। जल्द ही कार्य पूर्ण होने की उम्मीद है। उसके बाद पर्यटक रात्रि विश्राम का आनंद ले सकेंगे।

अरुण मोहन श्रीवास्तव, रेंजर बराही


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