सरकार ने जलसंरक्षण के लिए खेत तालाब योजना की शुरुआत की है। इसके तहत इस साल कुल 50 तालाब खोदे जाने हैं। इसके अंतर्गत किसान अपने खेत में तालाब खोदवा सकते हैं। इसके लिए सरकार 50 फीसद अनुदान दे रही है। तालाबों में वर्षा का जल संरक्षित होगा और इससे खेतों की सिचाई भी हो सकेगी। इस साल जिले में 50 तालाब खोदवाने का लक्ष्य भूमि संरक्षण विभाग को मिला है और किसानों की चयन प्रक्रिया के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू है।
By JagranEdited By: Updated: Tue, 25 May 2021 11:27 PM (IST)
संसू, प्रतापगढ़ : सरकार ने जलसंरक्षण के लिए खेत तालाब योजना की शुरुआत की है। इसके तहत इस साल कुल 50 तालाब खोदे जाने हैं। इसके अंतर्गत किसान अपने खेत में तालाब खोदवा सकते हैं। इसके लिए सरकार 50 फीसद अनुदान दे रही है। तालाबों में वर्षा का जल संरक्षित होगा और इससे खेतों की सिचाई भी हो सकेगी। इस साल जिले में 50 तालाब खोदवाने का लक्ष्य भूमि संरक्षण विभाग को मिला है और किसानों की चयन प्रक्रिया के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू है।
खेत तालाब योजना के अंतर्गत तैयार तालाबों में वर्षा का जल संरक्षित हो जाता है। इससे भूजल स्तर ठीक रहता है तथा फसलों को भी लाभ पहुंचता है। साथ ही जब सिचाई करनी होती है तो पानी खोजना नहीं पड़ता। समय से फसलों की सिचाई हो जाती है। फसलों की सिचाई के अलावा इससे और भी कई फायदे हैं। तालाब में मत्स्य पालन भी किया जा सकता है । सिघाड़ा की खेती कर किसान अपनी आय बढ़ा सकते हैं। ऐसे में यह तालाब किसानों की खेतों को पानी देने के साथ आय संवर्धन का भी काम करते हैं।
वर्ष 2017-18 से यह योजना सरकार ने शुरू की थी। बीते तीन सालों में जिले में कुल 109 तालाबों की खोदाई खेत तालाब योजना अंतर्गत कराई गई है। वर्तमान वित्तीय वर्ष 2021- 22 में जिले के लिए 50 किसानों का लक्ष्य निर्धारित है। प्रत्येक विकास खंड के लिए यह संख्या दो या तीन निर्धारित की गई है । प्रत्येक ब्लॉक में दो सामान्य व एक अनुसूचित जाति के किसान योजना का लाभ ले सकेंगे। इस वित्तीय वर्ष में सामान्य वर्ग के 40 किसान चयनित होंगे। इनमें 20 किसान प्रतीक्षा सूची में रखे जाएंगे, जो चयनित किसान योजना का लाभ नहीं लेंगे। उनके स्थान पर पहले आओ पहले पाओ योजना के तहत प्रतीक्षारत वालों को लाभ दिया जाएगा। अनुसूचित जाति के 10 किसानों को योजना का लाभ मिलेगा। इसमें पांच किसानों को अलग से प्रतीक्षा सूची में रखा जाएगा। चयनित किसान लाभ नहीं लेंगे तो प्रतीक्षारत वालों को वरीयता के आधार पर योजना का लाभ दिया जाएगा । वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए पंजीकरण शुरू है। --------
एक तालाब पर आएगा एक लाख पांच हजार का खर्च खेत तालाब योजना के अंतर्गत खोदे जाने वाले तालाब पर एक लाख पांच हजार रुपये का खर्च आता है। इसमें से 52 हजार पांच सौ रुपये कृषक अंश तथा 52 हजार पांच सौ रुपये कृषक अनुदान है। पंजीकरण के बाद अनुदान किसानों के खाते में तीन किश्तों में भेजा जाता है। तालाब की लंबाई 22 मीटर, चौड़ाई 20 मीटर, गहराई तीन मीटर निर्धारित की गई है। तालाब की खोदाई के लिए तकनीकी सलाह विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों द्वारा दी जाती है।
---- इनसेट--- वर्ष 2017-18 से वर्ष 2020- 21 के तीन वर्ष के वित्तीय वर्ष में जिले में 109 तालाबों की खोदाई खेत तालाब योजना में कराई गई है । इनमें वर्षा का जल संरक्षित होने से किसानों को लाभ मिल रहा है। इस साल 50 किसानों को इस योजना का लाभ देने का लक्ष्य मिला है। -डॉ. रमेश चंद्र, भूमि संरक्षण अधिकारी
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