सुहाने सफर के लिए उम्मीद बनकर आई गंगा-सतलज एक्सप्रेस
छह महीने बाद प्रतापगढ़ जंक्शन का सन्नाटा रविवार को तब टूटा जब गंगा-सतलज एक्सप्रेस यहां पहुंची। इस पर यहां से दो दर्जन से अधिक यात्री लुधियाना और अंबाला सहित अन्य शहरों के लिए सवार हुए। सुहाने सफर की उम्मीद बनकर आई इस ट्रेन को देखकर लोगों में उत्साह छा गया।
प्रतापगढ़ : छह महीने बाद प्रतापगढ़ जंक्शन का सन्नाटा रविवार को तब टूटा जब गंगा-सतलज एक्सप्रेस यहां पहुंची। इस पर यहां से दो दर्जन से अधिक यात्री लुधियाना और अंबाला सहित अन्य शहरों के लिए सवार हुए। सुहाने सफर की उम्मीद बनकर आई इस ट्रेन को देखकर लोगों में उत्साह छा गया।
लॉकडाउन की शुरुआत से मार्च में ही ट्रेन संचालन बंद हो गया था। बीच में श्रमिक एक्सप्रेस कुछ गाड़ियां चली थीं, लेकिन सामान्य यात्रियों के लिए संचालन कोरोना संक्रमण रोकने के मकसद से बंद रखा गया था। एक महीने पहले सुलतानपुर की चार गाड़ियों को प्रतापगढ़ होकर पास किए जाने का निर्णय रेलवे बोर्ड ने लिया था, लेकिन इसमें गंगा-सतलज एक्सप्रेस ही मिल सकी। धनबाद से चलते हुए रविवार को यह गाड़ी सुबह साढ़े आठ बजे ही प्रतापगढ़ जंक्शन पर आ गई। तब तक इसके यात्री नहीं आए थे। कुछ देर में धीरे-धीरे करीब 50 यात्री आए। इनमें से 30 ऐसे यात्रियों को प्रवेश दिया गया, जिनका टिकट कंफर्म था। वेटिग वालों को लौटा दिया गया। इसके बाद ट्रेन अपने निर्धारित समय ठीक नौ बजे यहां से फिरोजपुर के लिए रवाना हो गई। अरसे बाद जंक्शन पर ट्रेन आने से लोगों में उत्साह रहा। रेल कर्मचारी बड़े उत्साह से ड्यूटी करते दिखे।
हर यात्री की जांच
ट्रेन पर सवार होने और ट्रेन से यहां उतरने वाले सभी यात्रियों की जांच की गई। अधीक्षक त्रिभुवन मिश्रा की मौजूदगी में रेल अस्पताल की टीम ने जांच की, इसके बाद ही यात्री आगे बढ़ सके।
देखने को रहा कौतूहल
काफी दिन बाद ट्रेन आने का कार्यक्रम तय हुआ था। ऐसे में जंक्शन के आसपास के लोगों में भी कौतूहल रहा। कई लोग वहां पहुंच गए थे, जिनको जीआरपी व आरपीएफ ने पोर्टिको से ही वापस कर दिया।
कुली फिर भी मायूस
ट्रेन संचालन शुरू होने के बाद भी जंक्शन के कुली खुश नहीं दिखे। एक ही ट्रेन होने से बहुत कम यात्री आए। उनके पास बहुत लगेज भी नहीं था। ऐसे में कुली की कमाई नहीं हुई।
16 से चलेगी नियमित
गंगा-सतलज एक्सप्रेस 16 सितंबर से हर दिन चलेगी। इसके पहले 14 को यह फिरोजपुर से चलकर दिन में दो बजकर 55 मिनट पर प्रतापगढ़ पहुंचेगी। इसके बाद अगले दिन से यह ट्रेन नियमित हो जाएगी।