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ई-नाम वेबसाइट पर सब्जियों और फलों की ग्रेडिंग होगी सबमिट, किसानों को होगा मुनाफा

प्रतापगढ़ मंडी समिति में 298 व्यापारी पंजीकृत हैं। यह सब्जी और फल का कारोबार करते हैं। किसानों की आय बढ़ाने के लिए शासन ने खास पहल की है। ई-नाम के तहत अब महुली मंडी में किसानों की सब्जियों की ग्रेडिंग तय होगी।

By Jagran NewsEdited By: Brijesh SrivastavaUpdated: Sun, 13 Nov 2022 02:43 PM (IST)
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किसान को उनकी उपज का सही मूल्य मिल सकेगा और लोगों को बढ़िया क्वालिटी की सब्जी मिल सकेगी।

प्रतापगढ़, जेएनएन। सब्जियों की खेती करने वाले किसानों को अक्‍सर उचित मुनाफा नहीं मिल पाता है। इसका सबसे बड़ा कारण बिचौलिए हैं, जो किसानों से कम कीमतों पर सब्जियां खरीद कर बाजार में अधिक मूल्य पर बेचते हैं। इसमें किसानों का नुकसान होता है। अब यह समस्या दूर हो गई है। ग्रेडिंग के हिसाब से किसान को उनकी उपज का दाम मिलेगा।

ई-नाम की वेबसाइट पर सब्जियों और फल की ग्रेडिंग होगी सबमिट : प्रतापगढ़ मंडी समिति में 298 व्यापारी पंजीकृत हैं। यह सब्जी और फल का कारोबार करते हैं। किसानों की आय बढ़ाने के लिए शासन ने खास पहल की है। ई-नाम के तहत अब महुली मंडी में किसानों की सब्जियों की ग्रेडिंग तय होगी। इसमें किसान द्वारा लाई गई सब्जियां जैसे पालक, सोया, मेथी, टमाटर, बैगन, आलू, कोहड़ा, लौकी, नेनुआ, मूली आदि की गुणवत्ता का परीक्षण मशीन से होगा। इसके बाद उसकी ग्रेडिंग होगी। उसका मूल्य निर्धारित होगा। इसको यह सारा डिटेल ई-नाम वेबसाइट पर सबमिट किया जाएगा। इसके बाद जिले का कोई भी व्यक्ति घर बैठे सब्जी और फल खरीद सकेगा।

ग्रेडिंग से किसानों को उपज का सही दाम मिलेगा : इससे दोहरा फायदा होगा। एक तो किसान को उनकी उपज का सही मूल्य मिल सकेगा और दूसरी ओर लोगों को बढ़िया क्वालिटी की सब्जी मिल सकेगी। नई व्यवस्था को धरातल पर लाने की कवायद चल रही है। खास बात यह है कि प्रतिदिन दोपहर 12 से दो बजे तक यह बोली लगेगी। सब्जी की बिक्री के बाद मंडी के अकाउंट में पैसा आएगा, जिसे किसानों को उनकी उपज की बिक्री के एवज में भुगतान किया जाएगा। मंडी सचिव विजय शंकर मिश्र ने बताया कि अभी तक किसानों को उनकी उपज का दाम नहीं मिल पाता था। ग्रेडिंग से किसानों को उनकी उपज का सही दाम मिलेगा। आय में बढ़ोतरी होगी।