शर्मनाक: प्रतापगढ़ में मां ने नवजात को सीमेंट की बोरी में लपेट कर फेंका, आवारा कुत्तों ने नोचकर खा डाला
Pratapgarh Newborn Baby Death Case प्रतापगढ़ के मकूनपुर में ममता को शर्मसार कर देने वाला एक मामला सामने आया है। यहां एक मां ने अपने नवजात बच्चे को सीमेंट की बोरी में लपेट कर फेंक दिया। नवजात बच्चे पर आवारा कुत्तों की नजर पड़ी तो उसे नोच-नोच कर खा गए। जबतक पुलिस मौके पर पहुंची नवजात के शरीर का कुछ हिस्सा ही बचा था।
By Jagran NewsEdited By: Prabhapunj MishraUpdated: Fri, 01 Sep 2023 02:13 PM (IST)
मकूनपुर, संसू। एक कलयुगी मां ने अपने ही नवजात शिशु की किलकारी से मुंह मोड़ लिया। उसे गांव की बांस की कोठ के पास सीमेंट की बोरी में लपेट कर फेंक दिया। आवारा कुत्तों ने नवजात को नोचकर खा डाला। दिल को झकझोर देने वाली इस घटना से पूरे गांव में हलचल मच गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
कोहंड़ौर के तिवारीपुर खुर्द गांव में स्थित एक बांस की कोठ और नींबू के पेड़ के बीच घासों के झुरमुट में गुरुवार दोपहर कुछ ग्रामीणों ने कुत्तों को कुछ नोचकर खाते देखा। नजदीक पहुंचने पर देखा तो सात महीने के भ्रण के शव को कुत्ते नोंच कर खा रहे थे। इस घटना को सुनकर लोगों की भीड़ जुट गई।
कोहंड़ौर थाने के दारोगा रवि चौधरी तथा राम जनम पांडेय ने पहुंचकर उसके के बारे में जानकारी जुटानी चाही, लेकिन गांव के लोग कुछ बता नहीं पाए। हालांकि गांव के लोगों का अनुमान है कि बुधवार रात अंधेरे में किसी ने उसे यहां फेंका होगा। कोहंड़ौर थाने के प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार ने बताया कि लावारिस हालत में नवजात का क्षत-विक्षत शव पाया गया है। पोस्टमार्टम के बाद और स्थिति स्पष्ट होगी।
लाखन रुपिया देहे के बादव न मिलत अइसन ललनवा
संतान न होने पर सभी धर्म के दंपती हर जतन करते हैं। हिंदू मनौती मांग कर मंदिरों में माथा टेकते हैं, मुस्लिम मस्जिदों में पहुंच कर अल्लाह से दुआ करते हैं, सिख गुरुद्वारों पर जाकर वाहेगुरु से अरदास लगाते हैं तथा ईसाई चर्च जाते हैं। इससे इतर दिल को दहला देने वाली एक घटना गुरुवार दोपहर कोहंड़ौर क्षेत्र में देखने को मिली। इस घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया।
घटना की जानकारी गांव की महिलाओं को हुई तो गोरे-चिट्टे नवजात के शव को देखकर एक महिला बोल पड़ी अरे माई हो, ऐतना सुंदर ललनवा तौ लाखौं रुपिया देहे पे ना मिलतङ..., हे भगवान ई तौ गजब होईगा हो। इसके बाद दूसरी महिला बोली अरे बहिनी अपने कलेजे के टुकड़ा फेंकी के ऊ माई नाहीं कसाईन होई सका थै...।
इसके बाद महिलाएं माथा पकड़ कर बैठ गईं। इसी बीच एक वृद्ध महिला बोल पड़ी, हे दुलहिन अगर हम जानय पाइत तौ ई बाबू का हम अपने घरे लई जाइत, सोहर गवाइत, धूमधाम से बरही करित। बड़कऊ से कहित कि ऐका अपने करेजे के टुकड़ा की नाय पाला। यह सब कहते कहते हुए महिलाएं तरह-तरह की चर्चा करती रहीं।
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