गम के बीच शहीद की अंत्येष्टि, उमड़ा जनसैलाब
देश की सीमा पर ड्यूटी के दौरान शहीद हुए जवान सुधाकर सिंह को अंतिम सलामी देने के लिए हजारों लोगों का जनसैलाब गोंड़े गांव में उमड़ पड़ा। गम और शोक के बीच गुरुवार को शहीद की अंत्येष्टि प्रक्रिया के दौरान जब तक सूरज-चांद रहेगा बेल्हा के लाल तेरा नाम रहेगा जैसे नारों से पूरा वातावरण गूंज उठा। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री और जिलाधिकारी सहित तमाम नेता वरिष्ठ अधिकारी और सुदूर गांव से आने वालों का रेला लगा रहा।
संसू, मकूनपुर : देश की सीमा पर ड्यूटी के दौरान शहीद हुए जवान सुधाकर सिंह को अंतिम सलामी देने के लिए हजारों लोगों का जनसैलाब गोंड़े गांव में उमड़ पड़ा। गम और शोक के बीच गुरुवार को शहीद की अंत्येष्टि प्रक्रिया के दौरान जब तक सूरज-चांद रहेगा, बेल्हा के लाल तेरा नाम रहेगा जैसे नारों से पूरा वातावरण गूंज उठा। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री और जिलाधिकारी सहित तमाम नेता, वरिष्ठ अधिकारी और सुदूर गांव से आने वालों का रेला लगा रहा।
जनपद के नगर कोतवाली क्षेत्र के गो गांव निवासी सुधाकर सिंह पुत्र (44) स्व. समर बहादुर सिंह आर्मी में सुबेदार के पद पर तैनात थे। इन दिनों उनकी ड्यूटी असम-चाइना बार्डर पर थी। सीमा पर ड्यूटी के दौरान सोमवार की भोर में उनकी हार्ट अटैक से मौत हो गई और देश की रक्षा में शहीद हो गए । शहीद का शव सेना के जवान बुधवार को असम से प्लेन द्वारा बमरौली एयर पोर्ट लाए। वहां से उनके शव को देर शाम उनके पैतृक गांव गोंड़े लाया गया,, जहां हजारों की भीड ने उन्हे नम आंखो से श्रद्वांजलि दी । वहीं गुरूवार की दोपहर शहीद के शव का राजकीय सम्मान के साथ रेलवे लाइन के समीप स्थित बाग में अंतिम संस्कार किया गया । चबूतरे पर ईंट बिछा कर अंतेष्टि स्थल को पहले रंग से तिरंगे का आकार दिया गया। इसके बाद चबूतरे पर शहीद का शव रखा गया। शहीद के शव पर सबसे पहले सेना के वरिष्ठ अधिकारी कर्नल आर. के. सिंह ने पुष्पचक्र चढ़ा श्रद्धाजंलि अर्पित की। इसके बाद क्रम से सुबेदार मेजर एच. एन. सिंह सहित सेना के कई अधिकारियों व जवानों ने शहीद के शव पर पुष्प चक्र अर्पित किया। इसके बाद प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह और डीएम नितिन बंसल व एसपी शिवहरि मीना ने पुष्पचक्र भेंटकर श्रद्धाजंलि दी। चिता के पास बिलखते शहीद के भाई प्रभाकर सिंह, दिवाकर सिंह एवं छोटे बेटे मानस सिंह को जिसने भी देखा, उसका दिल भर आया। वंदे मातरम, सुधाकर सिंह अमर रहें व जब तक सूरज-चांद रहेगा, सुधाकर भइया का नाम रहेगा आदि नारों से पूरा क्षेत्र गूंजता रहा। स्थिति उस समय सबसे ज्यादा भावुक हो उठी, जब शहीद के बड़े बेटे उद्देश्य ने अपने शहीद पिता के चिता को मुखाग्नि दी। वहां मौजूद हर शख्स की आंखें नम हो गईं और गगनभेदी नारों से वातावरण गूंज उठा। इस मौके पर श्रद्धाजंलि देने के लिए सदर विधायक राज कुमार पाल, रानीगंज विधायक धीरज ओझा, पूर्व विधायक हरि प्रताप सिंह, बृजेश सौरभ , नागेन्द्र सिंह यादव मुन्ना , सांसद संगम लाल गुप्ता के प्रतिनिधि अभिषेक पांडेय एवं पूर्व राज्य मंत्री अवधेश मिश्रा सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।