Pratapgarh News: हैवानियत की शिकार नाबालिग की अंत्येष्टि से पहले सात घंटे चली तकरार, सीओ के समझाने पर माने परिजन
प्रतापगढ़ में एक नाबालिग लड़की के साथ हैवानियत का मामला सामने आया है। इलाज के दौरान लड़की की मौत हो गई जिसके बाद परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा। वे गिरफ्तार आरोपी को फांसी उसके माता-पिता और मामा की गिरफ्तारी और आरोपी की जमीन पर शव दफनाने की मांग कर रहे हैं। सीओ के समझाने पर करीब सात घंटे बाद शव का अंतिम संस्कार हुआ।
संवाद सूत्र, जागरण, लीलापुर। हैवानियत की शिकार बनी किशोरी की इलाज के दौरान मौत के बाद गमगीन स्वजन का गुस्सा और बढ़ गया। पोस्टमार्टम के बाद शुक्रवार सुबह किशोरी का शव घर लाया गया तो कोहराम के बीच लोगों में आक्रोश बढ़ गया।
पहले मुख्यमंत्री फिर डीएम के आने की मांग रखते हुए स्वजन गिरफ्तार आरोपित को फांसी व उसके माता–पिता समेत तीन की गिरफ्तारी तथा आरोपित की जमीन पर शव दफन करने की मांग करने लगे। मांगें पूरी न होने तक लोग शव का अंतिम संस्कार न करने की बात पर अड़ गए। सीओ द्वारा कार्रवाई के आश्वासन पर लोग किसी तरह माने। तब जाकर करीब सात घंटे बाद शव का अंतिम संस्कार हुआ।
लीलापुर के एक गांव की 16 वर्षीय किशोरी रविवार दोपहर घर से बकरी चराने निकली थी। वह काफी देर नहीं लौटी तो दोपहर करीब तीन बजे किशोरी का भतीजा खेत की तरफ गया। बाजरे के खेत में किशोरी को लहूलुहान देख चीख पड़ा था। उसके दोनों हाथ पीछे बंधे थे। मुंह दुपट्टे से बांधा गया था।
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नाक–मुंह से खून टपक रहा था। हैवानियत की शिकार किशोरी का स्वरूपरानी अस्पताल प्रयागराज में इलाज चल रहा था। गंभीर दशा के चलते आईसीयू में उसकी बेहोशी बनी हुई थी। गुरुवार शाम करीब पांच बजे इलाज के दौरान किशोरी की मौत हो गई।
इधर घटना को लेकर किशोरी की मां की तहरीर पर अनिल भूंज पुत्र कैलाश देवली निवासी बहेलियन का पुरवा के खिलाफ दुष्कर्म, पास्को, मारपीट, एससीएसटी की धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है। इसके बाद आरोपित की तलाश में पुलिस जुट गई थी। घटना के करीब 27 घंटे के अंदर ही पुलिस से सोमवार शाम कमौरा जंगल के पास मुठभेड़ होने पर आरोपित अनिल भूंज के पैर में गोली लग गई। अब आरोपित जेल में निरुद्ध है।
शुक्रवार को आक्रोशित लोगों को समझाते सीओ राम सूरत सोनकर।-जागरण।
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