चार हजार से अधिक Ration Card होंगे निरस्त, पात्रता की जांच शुरू; पूर्ति निरीक्षकों से मांगा गया रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में चार लाख से अधिक कार्डधारक हैं। इसमें 15 हजार 559 ऐसे कार्डधारक हैं जो आयकरदाता हैं। इन सभी के पात्रता की जांच शुरू हो गई है। राशन का वितरण प्रत्येक माह के पहले सप्ताह से शुरू होता है। हजारों ऐसे कार्डधारक हैं जिनके पास पांच एकड़ से अधिक जमीन है। सभी का सत्यापन कराकर सूची से बाहर किया जाएगा।
संवाद सूत्र, प्रतापगढ़। आयकरदाता हैं, लेकिन सरकारी गल्ले की दुकान से हर माह राशन ले रहे हैं। जनपद में ऐसे कार्डधारक मिले हैं, जो आयकरदाता होते हुए भी हर महीने प्रति यूनिट पांच किग्रा गेहूं और चावल ले रहे हैं। इसमें शहरी और ग्रामीण क्षेत्र दोनों जगहों के कार्डधारक हैं। इसे लेकर जांच शुरू हो गई है। पूर्ति निरीक्षकों को सत्यापन कराकर रिपोर्ट देने को कहा गया है।
प्रतापगढ़ में चार लाख से अधिक कार्डधारक हैं। इसमें 74 हजार 190 अंत्योदय कार्डधारक हैं। बाकी के पात्र गृहस्थी के कार्डधारक हैं। इसमें 15 हजार 559 ऐसे कार्डधारक हैं, जो आयकरदाता हैं।
सभी के पात्रता की जांच शुरू
साथ ही 2869 ऐसे राशन कार्डधारक हैं, जिसमें निराश्रित महिला लाभार्थी के पति तथा 4234 कार्डधारकों के पास पांच एकड़ से अधिक जमीन है। इन सभी के पात्रता की जांच शुरू हो गई है। इसमें अंत्योदय कार्डधारक को 35 किलो राशन मिलता है, जबकि पात्र गृहस्थी कार्डधारकों को प्रति यूनिट पांच किलो के हिसाब से राशन का वितरण कोटेदार करते हैं। राशन का वितरण प्रत्येक माह के पहले सप्ताह से शुरू होता है।अपात्रों को सूची से किया जाएगा बाहर
क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी एसके पांडेय ने बताया कि लगभग 16 हजार राशन कार्डधारक आयकरदाता हैं। इसके अलावा हजारों ऐसे कार्डधारक हैं, जिनके पास पांच एकड़ से अधिक जमीन है। इसका सत्यापन कराया जा रहा है। अपात्रों को सूची से बाहर कर पात्रों का चयन किया जाएगा।यह भी पढ़ें- प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के नियमों में बदलाव, अब 15 हजार सैलरी और फ्रिज-बाइक वालों को भी मिलेगा योजना का लाभ
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