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बदला जंक्शन का स्वरूप, नया बना बस स्टेशन

बदहाल पड़े जिला मुख्यालय के रेलवे स्टेशन का स्वरूप इस साल में बदल गया। पोर्टिको से लेकर शेड तक चमक उठे। अब नए प्लेटफार्म भी बन रहे हैं। सुविधाओं के नजरिए से अब तक कमजोर रहा यह जंक्शन आने वाले यात्रियों को आकर्षित नहीं कर पाता था। लगता था कि किसी पिछड़े जिले में आ गए हैं। इसके बाद रेलवे ने अपने सु²ढ़ीकरण योजना के तहत रेलवे जंक्शन के सुंदरीकरण के लिए 30 करोड़ का प्लान बनाया।

By JagranEdited By: Tue, 29 Dec 2020 10:48 PM (IST)
बदला जंक्शन का स्वरूप, नया बना बस स्टेशन
बदला जंक्शन का स्वरूप, नया बना बस स्टेशन

जासं, प्रतापगढ़ : बदहाल पड़े जिला मुख्यालय के रेलवे स्टेशन का स्वरूप इस साल में बदल गया। पोर्टिको से लेकर शेड तक चमक उठे। अब नए प्लेटफार्म भी बन रहे हैं।

सुविधाओं के नजरिए से अब तक कमजोर रहा यह जंक्शन आने वाले यात्रियों को आकर्षित नहीं कर पाता था। लगता था कि किसी पिछड़े जिले में आ गए हैं। इसके बाद रेलवे ने अपने सु²ढ़ीकरण योजना के तहत रेलवे जंक्शन के सुंदरीकरण के लिए 30 करोड़ का प्लान बनाया। इस पर दो साल से हो रहे काम का असर बीत रहे साल में ही देखने को मिला। स्टेशन पर आते ही इसका नया स्वरूप देखने को मिलता है। आंवला नगरी को साकार करते हुए दीवारों पर आंवले का स्वरूप उभारा गया है। इसके साथ ही प्रयागराज रेलवे जंक्शन के सिविल लाइन साइड की तरह सहोदरपुर साइड में प्लेटफार्म नंबर चार व पांच बन रहा हे। करीब आठ सौ मीटर लंबी नई वाशिग लाइन भी बनेगी। नई लाइट व्यवस्था के लिए बड़ा सोलर पैनल लगाया गया। स्टील के बेंच की व्यवस्था हुई। यात्रियों को शुद्ध पानी देने के लिए वाटर वेडिग मशीन लग रही है। जंक्शन के सामने के पार्क को दुरुस्त किया गया। उसमें पौधे रोपे गए। यही नहीं प्रतापगढ़ से गौरीगंज, फाफामऊ तक रेल लाइन का विद्युतीकरण भी किया गया। इस पर बिजली के इंजन का संचालन करने को ट्रायल भी इस साल की बड़ी परिवहन उपलब्धि कही जा सकती है।

यह तो रही रेलवे की बात, अब रोडवेज पर भी नजर डाल लेते हैं। इस साल जिले को नया बस स्टेशन मिला। चार करोड़ की लागत से बस स्टेशन बनकर तैयार होकर जनता को समर्पित किया गया। अब यात्रियों को बैठने के लिए पर्याप्त व्यवस्था है। रात में वह बस के इंतजार में यहां रुक सकते हैं। चालकों, परिचालकों को भी विशाल विश्राम सेंटर मिला। यहां से 78 बसों का संचालन विभिन्न रूटों पर किया जा रहा है। दस साल जिले को दो जनरथ बस भी मिली।