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नया ट्रैक तैयार, प्लेटफार्म ले रहे आकार

जिला मुख्यालय के रेलवे स्टेशन के सुविधा विस्तार का कार्य तेज हो गया है। इसे छह महीने में पूरा कर लेने का लक्ष्य रखा गया है। यहां बन रहे दो नए प्लेटफार्म में मिट्टी भराई का काम पूरा हो गया है। नया ट्रैक भी बिछ गया है।

By JagranEdited By: Updated: Mon, 28 Dec 2020 11:14 PM (IST)
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नया ट्रैक तैयार, प्लेटफार्म ले रहे आकार

जागरण संवाददाता, प्रतापगढ़ : जिला मुख्यालय के रेलवे स्टेशन के सुविधा विस्तार का कार्य तेज हो गया है। इसे छह महीने में पूरा कर लेने का लक्ष्य रखा गया है। यहां बन रहे दो नए प्लेटफार्म में मिट्टी भराई का काम पूरा हो गया है। नया ट्रैक भी बिछ गया है।

कमाई के लिहाज से प्रतापगढ़ जंक्शन को रेलवे ने ए श्रेणी का दर्जा दे रखा है। इस लिहाज से सुविधाएं अब तक नहीं थीं। इस पर रेलवे ने मंथन किया। मेगा प्रोजेक्ट बन ही रहा था कि मोदी सरकार ने रेल लाइन का दोहरीकरण शुरू कर दिया। यह दोहरीकरण यहां के लिए वरदान साबित हो रहा है। नई लाइन के लिए प्रतापगढ़ समेत छोटे स्टेशनों की भी सूरत बदल रही है। मुख्य जंक्शन की बात करें तो यहां पर अब पांच प्लेटफार्म होंगे। तीन पहले से हैं और दो नए बनाए जा रहे हैं। इनका नंबर चार व पांच होगा। इसका बेस बनाकर मिट्टी भरने का काम पूरा हो गया है। इसके एक ओर नई पटरी भी बिछा दी गई है।

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कंक्रीट बेस पर नई लाइन

नई लाइन कंक्रीट बेस पर टिकी है, जो पहले की लाइन से अधिक भार सहने की क्षमता वाली है। अभी पिछले सप्ताह निर्माण खंड के अभियंता राकेश कुमार ने यहां का दौरा करके कार्य की प्रगति देखी थी। उन्होंने प्रोजेक्ट मैनेजर को निर्देश दिए थे कि कार्य में तेजी लाएं। अभियंता का कहना है कि बड़ा प्रोजेक्ट है, लेकिन पूरा करने में पूरी ताकत झोंक दी गई है।

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सहोदरपुर साइड में नया गेट

सुंदरीकरण के तहत यहां पर कई तरह की रेल सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। प्लेटफार्म चार व पांच के लिए सहोदरपुर साइड में भी एक गेट दिया जाएगा। यह वैकल्पिक रास्ता होगा। इससे यात्री दोनों ओर से जंक्शन पर आ सकेंगे। अब तक यहां पर आने को केवल एक ही रास्ता है, जो शहर की ओर से आता है।

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इसलिए नहीं बदला टेंडर

रेलवे स्टेशन के विस्तारीकरण का कार्य पुराने टेंडर पर ही हो रहा है। यद्यपि टेंडर लेने वाले ठेकेदार की असमय बीमारी के चलते मौत हो गई थी, लेकिन रेलवे ने पुराने टेंडर को ही माना। उसी पर नए ठेकेदार को कार्य का जिम्मा दे दिया गया। इसकी वज यह रही कि नया टेंडर कराने में कई महीने लग जाते। इससे काम लेट होता।

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