एक मुहल्ला-एक होलिका: हर ओर जल उठी कंडे की होलिका, लगे जयकारे, होली गीतों पर जमकर थिरके युवा, उड़ा अबीर-गुलाल
जनपद में 2793 स्थानों पर होलिका दहन किया गया। इस बार दो दिन होलिका जलाने का भ्रम भी रहा। हालांकि अधिकांश लोगों ने मंगलवार का दिन ही इसके लिए उपयुक्त माना। शाम को मंत्रोच्चार के साथ कंडों की होलिका जल उठी।
By ramesh yadavEdited By: Shivam YadavUpdated: Wed, 08 Mar 2023 12:05 AM (IST)
प्रतापगढ़, जागरण संवाददाता: कंडे से होलिका जलाने का अभियान सफल रहा। दैनिक जागरण अभियान एक मुहल्ला-एक होलिका कंडों के साथ से जुड़कर जनपद में मंगलवार शाम हर ओर कंडों की होलिका धधक उठी। लोगों ने जयकारे लगाए व होलिका की परिक्रमा करके पूजन किया।
जनपद में 2793 स्थानों पर होलिका दहन किया गया। इस बार दो दिन होलिका जलाने का भ्रम भी रहा। हालांकि अधिकांश लोगों ने मंगलवार का दिन ही इसके लिए उपयुक्त माना। शाम को मंत्रोच्चार के साथ कंडों की होलिका जल उठी।
लोग सनातन परंपरा को जीवंत होते देख प्रसन्न होकर भगवान नरसिंह के रूप में विष्णुजी के जयकारे लगाने लगे। डीजे, बैंड लगाकर होली गीतों पर वह थिरकने लगे। कंडे खरीदने व हाेलिका कमेटी को समर्पित करने का जो उत्साह कई दिन से बना था, उसे सार्थक होता देखा गया।
खासकर चौक के पास मारवाड़ी मुहल्ले की होलिका मुख्य रही। यहां पर दहन से पहले पूजा पद्धति राजस्थानी विधि से पूरी की गई। महिलाओं ने पारंपरिक परिधान में पूजन किया। होलिका दहन स्थलों पर हुडदंग न होने पाए, इस पर पुलिस सतर्क रही।
सर्वाधिक 180 स्थल महेशगंज में होने से वहां की पुलिस अधिक चौकन्नी रही। सबसे कम 56 स्थान हथिगवां में चिह्नित रहे। इस बार जागरण अभियान के प्रयास से 29 स्थल कम भी हुए हैं। होलिका दहन के बाद बाद अब बुधवार को फागुनी फुहार छाएगी। रंग बरसेगा और अबीर-गुलाल उड़ाया जाएगा।
महामूर्ख सम्मेलन आज
गोपाल मंदिर में होली पर होने वाला महामूर्ख समरसता सम्मेलन बुधवार को दोपहर तीन बजे से होगा। पूर्व एमएलसी विंध्यवासिनी कुमार के संयोजन में यहां पर प्राचीन परंपरा को एक बार फिर से संजीवनी दी जाएगी। चुटकुले होंगे, कविताएं सुनाई जाएंगी, राजनीतिक व्यंग्य के तीर भी चलेंगे और हंसी-ठिठोली के बीच दिलों का मलाल भी दूर होगा।
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