लोकसभा चुनाव में राजा भैया की भी पार्टी आजमाएगी जोर… इन दो सीटों पर चुनाव लड़ना तय, अन्य सीटों पर हो रहा विचार
लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। अभी चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं हुई है लेकिन चुनाव मैदान तैयार होने लगे हैं। सपा और भाजपा प्रत्याशियों की सूची जारी कर रही है। इसके साथ ही जनसत्ता दल लोकतांत्रिक भी चुनाव में ताल ठोंकने जा रहा है। प्रतापगढ़ और कौशांबी लोकसभा से चुनाव लड़ने की पूरी कार्य योजना बना ली है।
रमेश रामनाथ यादव, प्रतापगढ़। लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। अभी चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन चुनाव मैदान तैयार होने लगे हैं। सपा और भाजपा प्रत्याशियों की सूची जारी कर रही है। इसके साथ ही जनसत्ता दल लोकतांत्रिक भी चुनाव में ताल ठोंकने जा रहा है। प्रतापगढ़ और कौशांबी लोकसभा से चुनाव लड़ने की पूरी कार्य योजना बना ली है। प्रदेश की अन्य सीटों पर भी प्रत्याशी उतारने के बारे में मंथन चल रहा है।
जनसत्ता दल का राजनीतिक सफर
जनसत्ता दल लोकतांत्रिक का गठन 30 नवंबर 2018 को हुआ। 2019 के लोकसभा चुनाव में पहली बार पार्टी ने अपने पहलवानों को उतारा। प्रतापगढ़ लोकसभा से पूर्व सांसद अक्षय प्रताप सिंह गोपाल जी और कौशांबी लोकसभा सीट से पूर्व सांसद शैलेंद्र कुमार को प्रत्याशी बनाया।अक्षय प्रताप सिंह गोपाल जी चौथे और शैलेंद्र कुमार तीसरे स्थान पर रहे थे। लोकतंत्र की सबसे बड़ी पंचायत में पहुंचने का पार्टी का सपना पूरा नहीं हो पाया। इसके बाद जब 2022 के विधानसभा चुनाव हुए तो पार्टी ने प्रतापगढ़, प्रयागराज, अमेठी समेत अन्य जनपद की 24 सीटों से अपने दावेदारी ठोंकी। कुंडा और बाबागंज में पुन: रिकॉर्ड बना। रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया यहां से सातवीं और विनोद सरोज चौथी बार विधायक बने।
अब लोकसभा चुनाव में पार्टी फिर अपना जनाधार बढ़ाने में लगी है। इस चुनाव में जनसत्ता दल लोकतांत्रिक प्रतापगढ़ और कौशांबी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की पूरी कार्ययोजना बना चुकी है। आस पास के जनपद की सीटों से चुनाव लड़ने के बारे में पार्टी में गहन मंथन चल रहा है।
राज्यसभा के चुनाव से बदली बयार
हाल ही में राज्यसभा सदस्य के लिए हुए चुनाव में जनसत्ता दल लोकतांत्रिक ने भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में वोट किया था। इसके बाद से सियासी गलियारों में चर्चा बढ़ गई थी। गठबंधन को लेकर भी कयास लगाए जा रहे थे। इसी बीच पार्टी में चुनावी हलचल बढ़ने पर इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं। इसको लेकर चर्चा भी जोर पकड़ रही है।पार्टी इस बार लोकसभा चुनाव में फिर अपने प्रत्याशियों को उतारेगी। प्रतापगढ़ और कौशांबी लोकसभा से चुनाव लड़ना तय है। अन्य सीटों के बारे में कार्ययोजना बनाई जा रही है। पार्टी कुल कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी, इसका निर्णय संगठन करेगा। पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता चुनाव के लिए तैयार हैं।
-विनोद सरोज, प्रदेश अध्यक्ष व विधायक, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक।
तीन बार शैलेंद्र रहे सांसद, दो बार से विनोद सोनकर
कौशांबी संसदीय सीट से शैलेंद्र कुमार तीन बार सांसद रह चुके हैं, जबकि दो बार से लगातार सांसद विनोद सोनकर हैं।शैलेंद्र कुमार पहली बार 1998 में 12 वीं लोकसभा के लिए सदस्य निर्वाचित हुए।वर्ष 2004 में दूसरी बार 14 वीं लोकसभा के लिए सदस्य निर्वाचित हुए। 2009 में 15 वीं लोकसभा के लिए तीसरी बार सदस्य निर्वाचित हुए। उसके बाद 2014 में भाजपा से विनोद सोनकर सांसद बने। वर्ष 2019 में वह दोबारा लोकसभा का चुनाव जीतकर सांसद बने।
शैलेंद्र कुमार रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी से जुड़े हैं। इस बार के महासमर में जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी से चुनाव मैदान में उतरने को लेकर उन्होंने जोर-शोर से तैयारियां शुरू कर दी हैं। मंझनपुर-सिराथू रोड पर केंद्रीय चुनाव कार्यालय भी सक्रिय कर दिया गया है।
वहीं, विनोद सोनकर तीसरी बार भाजपा से चुनाव लड़ने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए हैं। बहरहाल, पार्टी किसे मैदान में उतारती है, यह दूसरी सूची जारी होने पर ही स्पष्ट होगा।
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