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...जब विवादित भाषण पर संजय दत्त पर हो गया था मुकदमा, महिला डीएम ने भेजा था नोटिस; बसपा कार्यकर्ताओं ने किया था प्रदर्शन

Lok Sabha Election 2009 वह दौर 2009 के लोकसभा चुनाव का था। सपा के स्टार प्रचारक के रूप में फिल्म अभिनेता संजय दत्त प्रतापगढ़ में जादू की झप्पी बोलकर कानूनी शिकंजे में फंस गए थे। संजू बाबा ने तत्कालीन सपा उम्मीदवार अक्षय प्रताप सिंह के समर्थन में सभा की थी। उस वक्त यूपी में बसपा सुप्रीमो मायावती मुख्यमंत्री थीं। संजू बाबा ने जादू की झप्पी देने का वादा किया।

By rajan shukla Edited By: Swati Singh Updated: Sat, 30 Mar 2024 03:20 PM (IST)
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जब विवादित भाषण पर संजय दत्त पर हो गया था मुकदमा

जागरण संवाददाता, प्रतापगढ़। वह दौर 2009 के लोकसभा चुनाव का था। सपा के स्टार प्रचारक के रूप में फिल्म अभिनेता संजय दत्त प्रतापगढ़ में जादू की झप्पी बोलकर कानूनी शिकंजे में फंस गए थे। जब चुनाव आता है तो वह किस्सा लोगों को याद आने लगता है। केपी कॉलेज में उनका भाषण 16 अप्रैल को हुआ था।

यहां संजू बाबा ने तत्कालीन सपा उम्मीदवार अक्षय प्रताप सिंह के समर्थन में सभा की थी। उस वक्त यूपी में बसपा सुप्रीमो मायावती मुख्यमंत्री थीं। संजू बाबा ने प्रतापगढ़ की जनता को जादू की झप्पी देने का वादा किया व बोले कि ऐसा ही उपहार वह मायावती को भी मौका मिलने पर देना चाहेंगे। इस बयान पर उनको पब्लिक की तालियां तो मिलीं, पर साथ में मुकदमा भी लद गया।

महिला के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा के प्रयोग का लगा था आरोप

सत्तासीन दल की मुखिया और वह भी महिला के खिलाफ ऐसी टिप्पणी की निंदा होने लगी थी। बसपाई सड़क पर उतर आए थे। बिगड़ते माहौल को देखकर ड्यूटी पर रहे प्रशासनिक प्रतिनिधि रियाजुद्दीन ने नगर कोतवाली में संजय दत्त के खिलाफ महिला के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग करके माहौल खराब करने, आचार संहिता को तोड़ने, अश्लीलता फैलाने का केस दर्ज कराया था। इस पर कई दिन चर्चा चली थी। बात बालीवुड तक पहुंची थी। कई दिन तक देश के अखबारों में यह खबर सुर्खियों में रही थी।

डीएम पिंकी जोवल ने भेजा था संजय दत्त को नोटिस

उस समय की डीएम यानी जिला निर्वाचन अधिकारी पिंकी जोवल ने इसे मुख्यमंत्री पर अमर्यादित टिप्पणी करार देते हुए अभिनेता संजय दत्त को नोटिस भेजा था। हालांकि संजय कभी पेशी पर नहीं आए। इस चुनाव में संजय अपने विवादित बयान से सपा को जीता भी नहीं पाए थे। कांग्रेस की उम्मीदवार राजकुमारी रत्ना सिंह 2009 में जिले की सांसद चुनी गईं थीं। बाद में यूपी में सपा सरकार आने पर संजय पर दर्ज केस वापस ले लिए गए थे।

अक्षय प्रताप सिंह ने कहा कि संजय ने कोई मर्यादा नहीं तोड़ी

इस प्रकरण पर तत्कालीन सपा उम्मीदवार व मौजूदा एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह के मीडिया प्रभारी मुक्कू ओझा कहते हैं कि संजय ने कोई मर्यादा नहीं तोड़ी थी। बसपा सरकार ने राजनीतिक विद्वेष में केस दर्ज कराया था। बाद में केस खत्म होने से न्याय मिला।

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