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हवा में होगी ट्रेन और नीचे से गुजरेगी सड़क, प्रयागराज में बन रहा है एक खास फ्लाईओवर

रेलवे के मिशन रफ्तार के तहत ही इस नई लाइन और फ्लाई ओवर का निर्माण होना है। इससे अब दिल्ली हावड़ा रूट पर ट्रेनों की गति को 160 किमी प्रतिघंटा करने की योजना को अंतिम रूप दिया जाएगा। दिसंबर 2024 तक नई रेल लाइन और फ्लाई ओवर बनाने का लक्ष्य प्रस्तावित है। बजट में इसके लिए 350 करोड़ रुपये दिए गए हैं।

By amarish kumar Edited By: Vivek Shukla Updated: Fri, 26 Jul 2024 01:09 PM (IST)
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इस फ्लाई ओवर के लिए बजट में 350 करोड़ आवंटित हुआ है। सांकेतिक तस्‍वीर

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। जमीन से लगभग 30 फीट की ऊंचाई से ट्रेन गुजरेगी। वह भी थोड़ी दूर नहीं लगभग 3 किलोमीटर तक। ऊपर से ट्रेन गुजरती रहेगी और उसके नीचे से मोटर कार और लोगों का आवागमन भी जारी रहेगा। यानी हवा में ट्रेन गुजरती रहेगी और उसके नीचे से पूरा ट्रैफिक चलता रहेगा। इसके लिए रेलवे एक फ्लाई ओवर बना रहा है। इस फ्लाईओवर के जरिए ही

सूबेदारगंज रेलवे स्टेशन के ऊपर से ट्रेन गुजरेंगी। इसके लिए रेलवे फ्लाई ओवर इसी वर्ष बनकर तैयार हो जाएगा। जंक्शन से बमरौली तक 10 किमी लंबी नई रेल लाइन बिछाई जाएगी और यह लाइन इसी रेलवे फ्लाई ओवर से गुजरेगी। 2026 तक यह कार्य पूरा हो जाएगा।

इससे जंक्शन पहुंचने से पहले और बमरौली के बीच में ट्रेन के खड़े हो जाने की समस्या भी हल हो जाएगी। पिंक बुक में इस प्रोजेक्ट के लिए 350 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। जबकि पिछले बजट में भी 120 करोड़ रुपये मिले थे।

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इसमें पिलरों के निर्माण का क्रम सूबेदारगंज रेलवे स्टेशन की ओर तेजी से चल रहा है। एनसीआर के सीपीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि चौथी लाइन का कार्य शुरू हो चुका है। फ्लाई ओवर भी पिलर के रूप में आकार लेने लगा है। बजट में 350 करोड़ आवंटित हुआ है, अब इस कार्य में तेजी आएगी।

क्या होगा फायदा

इस फ्लाईओवर के निर्माण के बाद प्रयागराज जंक्शन पर रामबाग और प्रयाग से आने वाली ट्रेनें जो कानपुर की तरफ जाती हैं, उनके संचालन के दौरान जंक्शन की मुख्य लाइन पर ट्रैफिक नहीं रोकना पड़ेगा। ट्रेन प्रयागराज यार्ड की मेन लाइन को क्रास कट नहीं करेंगी। बल्कि वह सीधे प्लेटफार्म नंबर छह से होते बमरौली तक जाने वाली चौथी लाइन के माध्यम से आगे निकल जाएंगी।

यानी ट्रेनों को आउटर के बाहर नहीं रोकना पड़ेगा, ट्रेन समय पर प्लेटफार्म पर पहुंचेंगी। प्रयाग-प्रतापगढ़ व प्रयाग-लखनऊ की ट्रेनें प्लेटफार्म नंबर छह से चौथी लाइन से जाएंगी।

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चौथी लाइन प्लेटफार्म नंबर छह के कानपुर छोर से बनेगी और 10 किमी लंबी होगी। यह बमरौली में दिल्ली-हावड़ा रूट की मेन अप और डाउन लाइन को क्रास करके बमरौली स्टेशन के निकट अप लूप लाइन में मिल जाएगी।

बनेगा शहर का सबसे बड़ा फ्लाईओवर, महाकुंभ में होगा फायदा

सूबेदारगंज में शहर का सबसे बड़ा रेल फ्लाई ओवर बनेगा। इसकी लंबाई लगभग तीन किमी है। यह 112 पिलर पर आधारित है। इस पर गार्डर रखने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसमें हरवारा-झलवा सड़क मार्ग इस फ्लाई ओवर के नीचे से गुजरेगा। महाकुंभ के दौरान इस लाइन का प्रयोग करोड़ों श्रद्धालुओं के आवागमन को और आसान बनाने में होगा।