Lok Sabha Election: कौन हैं हंसराज कोल, जिन्हें इलाहाबाद से अपना दल कमेरावादी की नेता पल्लवी पटेल ने घाेषित किया प्रत्याशी
Lok Sabha Election 2024 तीन विधानसभा व एक बार लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं हंसराज कोल। पीडीएम न्याय मोर्चा ने अभी फूलपुर से अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। लेकिन सप्ताह भर के भीतर ही इस पर निर्णय लिए जाने की बात सामने आ रही है। हंसराज काेल का कहना है कि पीडीएम न्याय मोर्चा ने उन पर भरोसा जताया है और वह पूरी मजबूती के साथ चुनाव लड़ेंगे।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। अपना दल कमेरावादी की नेता पल्लवी पटेल ने पिछले माह पीडीएम ( पिछड़ा, दलित, मुस्लिम) न्याय मोर्चा का गठन किया था। इसमें कई छोटे-छोटे दल शामिल हैं। इन्हीं दलों में शामिल आदिम समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हंसराज कोल को पीडीएम न्याय मोर्चा ने इलाहाबाद संसदीय सीट पर उम्मीदवार घोषित किया है। वह यमुनापार के नारीबारी स्थित मवैइया कला गांव के रहने वाले हैं।
हंसराज कोल ने स्नातक की पढ़ाई की है। वह किसान हैं। हंसराज कोल वर्ष 2002, 2007 में बारा विधानसभा से सीपीआइएमएल से चुनाव लड़ चुके हैं। वर्ष 2014 में इलाहाबाद संसदीय सीट से निर्दल प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतर चुके हैं।इसके बाद आदिम समाज पार्टी का गठन किया और वर्ष 2017 में बारा विधानसभा से खुद की पार्टी से मैदान में उतरे। हालांकि, उनको एक बार भी सफलता नहीं मिली। उनका कहना है कि पीडीएम न्याय मोर्चा ने उन पर भरोसा जताया है और वह पूरी मजबूती के साथ चुनाव लड़ेंगे।
ये भी पढ़ेंः IAS Aryaka Akhoury: गाजीपुर डीम आर्यका अखौरी ने की लोगों से खास अपील, शिकायत के लिए जनता को टोल फ्री नंबर भी बताए
फूलपुर से पल्लवी या कृष्णा उतर सकती हैं मैदान में
अपना दल कमेरवादी की नेता व सिराथू विधायक पल्लवी पटेल यहां से मैदान में उतर सकती हैं। अगर पल्लवी ने चुनाव लड़ने से अपने कदम पीछे खींचे तो पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल को उम्मीदवार बनाया जा सकता है। इसे लेकर अपना दल कमेरावादी का कोई भी पदाधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है।ये भी पढ़ेंः तीन लोगों की तलाशी में पुलिस को मिले थे 500, 200 और सौ-सौ के नोट, स्कूल में पहुंचकर देखा तो खुली रह गई आंखें, देश में फैला नेटवर्क
यही कहना है कि पीडीएम गठबंधन जिस उम्मीदवार का नाम तय करेगा, वही चुनाव लड़ेगा। हालांकि, इसी सीट को लेकर अपना दल कमेरावादी और समाजवादी पार्टी में दरार पड़ी थी। शुरूआत में आइएनडीआइए गठबंधन में शामिल अपना दल कमेरावादी ने खुद को इस गठबंधन से अलग कर लिया था।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।