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UP News: अतीक अहमद की संपत्तियों पर ईडी की कार्रवाई सुस्त, दिल्ली में अटक गई माफिया की मनी लॉड्रिंग की फाइल

इंटर स्टेट गैंग के सरगना अतीक अहमद की संपत्तियों को लेकर पुलिस और ईडी की कार्रवाई में बड़ा अंतर देखने को मिल रहा है। पुलिस जहां गैंगस्टर एक्ट के तहत लगातार कार्रवाई कर रही है वहीं ईडी पिछले तीन सालों से अतीक की किसी भी बड़ी संपत्ति को अटैच नहीं कर पाई है। इस मामले में ईडी की फाइल दिल्ली में अटके होने की बात कही जा रही है।

By Tara Gupta Edited By: Vivek Shukla Updated: Sun, 15 Sep 2024 02:01 PM (IST)
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गैंगलीडर माफिया अतीक की संपत्ति की फाइल अटकी। जागरण

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। इंटर स्टेट (आइएस)-227 गैंग के गैंगलीडर माफिया अतीक की संपत्ति को एक तरफ जहां पुलिस कुर्क कर रही है तो दूसरी ओर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम सुस्त पड़ी है। चौंकाने वाली बात यह है कि पिछले तीन साल में अतीक की एक भी नामी अथवा बेनामी प्रापर्टी को ईडी अटैच नहीं कर सकी है। जबकि पुलिस लगातार गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई कर रही है।

अटैचमेंट की कार्रवाई न होने के पीछे मनी लांड्रिंग की फाइल को दिल्ली में अटकने की बात कही जा रही है। ईडी ने करीब चार साल पहले अतीक अहमद, उसकी बीवी शाइस्ता परवीन समेत कई अन्य के विरुद्ध मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया था।

इसके बाद साबरमती जेल में रहे अतीक से कई बार पूछताछ करते हुए संपत्तियों की छानबीन की थी। फिर अंदावा स्थित जमीन और अतीक व शाइस्ता के बैंक खातों को अटैच करने की कार्रवाई की गई।

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वर्ष 2023 में ईडी की टीम ने अतीक से जुड़े शहर के नामी बिल्डर, कारोबारी, करीबी और रिश्तेदारों ठिकानों पर छापेमारी की थी। वहां से नकदी, नोट गिनने की मशीन, इलेक्ट्रानिक उपकरण, तमाम कंपनियों की फाइल, जमीन संबंधी दस्तावेज बरामद किए गए थे।

अभिलेखों की जांच में यह तथ्य सामने आया था कि माफिया ने तमाम किसानों को डरा-धमकाकर उनकी जमीन को अपने करीबियों के नाम पर लिखवाया था। पूछताछ में यह बात भी सामने आई थी कि बिल्डरों को विवादित जमीन दिलवाकर अतीक कमीशन के तौर पर मोटी रकम वसूलता था।

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इस कार्रवाई के बाद ईडी माफिया को कस्टडी रिमांड पर लेता, इससे पहले ही उसकी हत्या हो गई। तब माफिया से जुड़ी मनी लांड्रिंग की फाइल पहले लखनऊ और फिर बाद में दिल्ली भेज दी गई। फाइल को दिल्ली भेजने को लेकर भी तरह-तरह की चर्चा थी।

फिलहाल केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा अटैचमेंट की कार्रवाई न किए जाने को लेकर सूत्र यही कह रहे कि फाइल दिल्ली में अटक गई है। अलबत्ता कुछ दिन पहले शाइस्ता के खिलाफ जारी नोटिस चस्पा करने के लिए टीम यहां आई थी।