Prayagraj News: संगम नगरी में चिमटा गैंग ने फिर दी दस्तक, बिना कार्ड एटीएम से निकाल रहे रुपये
चिमटा गैंग ने फिर से एटीएम धोखाधड़ी की घटनाओं को अंजाम देना शुरू कर दिया है। प्रयागराज में केनरा बैंक की अल्लापुर शाखा के एटीएम में तीन लोगों के साथ धोखाधड़ी हुई। शातिरों ने एटीएम के कैश निकलने वाली जगह में चिमटा फंसाकर लोगों के पैसे चुरा लिए। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। सीसीटीवी फुटेज में शातिरों की करतूत कैद हो गई है।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। एटीएम के कैश निकलने वाली जगह (डिसपेंसर शटर) में चिमटा फंसाकर लोगों की मेहनत की कमाई उड़ाने वाले गैंग ने फिर दस्तक दे दी है। जार्जटाउन थाने में बैंक द्वारा ऐसे तीन मामले दर्ज कराए गए हैं। पुलिस एटीएम से रुपये निकालने की वारदात को संभवत: गंभीरता से नहीं ले रही है, लेकिन एटीएम बूथ में लगे सीसीटीवी फुटेज सब कुछ बयां कर रहा है।
केनरा बैंक की अल्लापुर शाखा में बैंक पोर्टल के माध्यम से शाखा परिसर में स्थापित एटीएम में शातिराें ने दस्तक दी। जुलाई व अगस्त में यहां तीन लोगों द्वारा दो, पांच व दस हजार रुपये निकालने की प्रक्रिया पूरी करने के बाद भी उनको पैसा नहीं मिले। लेकिन उनके खाते से रुपये कट गए।
मामले की जानकारी बैंक अधिकारियों को मिली तो जुलाई व अगस्त में जार्जटाउन थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया। पुलिस ने एफआइआर लिखी और फिर बैंक अधिकारियों को जांच का आश्वासन दिया गया। हालांकि, सीसीटीवी फुटेज में बहुत कुछ नजर आ रहा है।
इसमें शातिर एटीएम के कैश निकलने वाली जगह (डिसपेंसर शटर) में चिमटे नुमा लोहे की पत्ती फंसाते नजर आ रहे हैं। इससे उसका मुंह खुला रह जाता है। जब लोग यहां रुपये निकालने आते हैं तो पूरी प्रक्रिया के बाद मशीन रुपये गिनकर ऊपर फेंकती जरूर है, लेकिन नोट बाहर नहीं निकलते।
इसे भी पढ़ें-लखनऊ समेत 20 जिलों में आज और कल भारी बारिश, IMD ने किया अलर्ट
डिसपेंसर शटर का मुंह खुला होने से ऐसा होता था। लोग भी यह सोचकर यहां से चले जाते कि शायद मशीन में रुपये नहीं हैं। लेकिन जैसे ही वह बूथ से बाहर निकलते शातिर पीछे से दाखिल होते हैं। गिनती के बाद जो कैश ऊपर आया होता है, उसे चिमटे से फंसाकर अंगुलियों से खींच लेते हैं।
चिमटे का अगला हिस्सा बनाते हैं नुकीला
गैंग के सदस्य स्टील के टुकड़े को चिमटे का आकार देते हैं। उसे आगे की तरफ थोड़ा घिस देते हैं, जिससे वह मामूली रूप से नुकीला हो जाता है। इसी की वजह से उसमें रुपये फंस जाते थे। यह गैंग एक चिमटे का दो से तीन बार ही प्रयोग करता है।
2020 व 2022 में पकड़ा गया था गैंग
एटीएम में चिमटा फंसाकर नोट निकालने वाले गैंग का पुलिस दो बार राजफाश कर चुकी है। गद्दोपुर से दिसंबर 2020 को बजरंग बहादुर सिंह उर्फ सावन निवासी करमचंद्रपुर थाना जेठवारा, तौफीक खान उर्फ बब्बू निवासी बाबूतारा लालगंज व आदिल अहमद उर्फ अनस निवासी पूरेमुस्तफाखान थाना कोतवाली जनपद प्रतापगढ़ को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
शातिरों से 13 डेबिट कार्ड, 23 हजार रुपये कैश, चिमटा, मोबाइल की बरामदगी हुई थी। इस चिमटा गैंग की छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में भी गिरफ्तारी हुई थी। इसके बाद मार्च 2022 में तीन शातिरों को झूंसी क्षेत्र से गिरफ्तार कर एक लाख दस हजार रुपये, चिमटा, कार, तमंचा-कारतूस, एटीएम मशीन तोड़ने के उपकरण आदि बरामद किए गए थे।
इसे भी पढ़ें-काशी में 500 गरीबों को मिलेगी छत, 34 हेक्टेयर जमीन में फ्लैट बनाने की योजना; डिजाइन तैयार
इस गिरोह के अपराधी उप्र के साथ ही मध्य प्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र में सैकड़ों घटनाएं अंजाम दे चुके थे। गिरफ्तार बदमाशों में मोहन लाल विश्वकर्मा निवासी विशौली कृपालपुर सागरपुर थाना सुरियावां, जनपद संत रविदास नगर भदोही, शिवा साहित्य मौर्या निवासी चक भारती गोसाईपुर थाना हंडिया व सूबेदार यादव उर्फ अजय निवासी हरिपुर सैदाबाद थाना हंडिया शामिल थे।
ये बरते सावधानी
- एटीएम से रुपये निकालते समय सक्रिय रहें।
- बूथ में किसी दूसरे को दाखिल न होने दें।
- कोड डालते समय ध्यान दें कि कोई इसे न देख सके।
- एटीएम से रुपये न निकलने पर एक बार डिसपेंसर शटर जरूर देख लें।
- डिसपेंसर शटर में कोई उपकरण फंसे होने की सूचना तत्काल पुलिस को दें।