सीमांचल एक्सप्रेस पर पथराव मामले में GRP ने आधी रात कई स्थानों पर की छापेमारी, 22 संदिग्धों को उठाया
सीमांचल एक्सप्रेस पर पथराव की घटना के बाद जीआरपी ने आधी रात को कई स्थानों पर छापेमारी की और 22 संदिग्धों को उठाया है। इस घटना में बेगूसराय के यात्री सुजीत कुमार घायल हो गए थे। आरपीएफ और जीआरपी मिलकर मामले की जांच कर रही हैं। संदिग्धों से पूछताछ जारी है। बता दें इस मामले में आरपीएफ ने मुकदमा दर्ज कर जांच तेज कर दी है।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। रेल पटरियों को बाधित करने की साजिश की आशंकाओं के बीच ट्रेनों पर पथराव की घटना को आरपीएफ के साथ ही जीआरपी ने भी गंभीरता से लिया है। जीआरपी ने मंगलवार आधी रात के बाद से बुधवार भोर तक कई स्थानों पर छापेमारी की। इस दौरान 22 संदिग्धों को उठाया गया है। दूसरी ओर आरपीएफ की ओर से भी कई स्थानों पर छापेमारी की गई।
नई दिल्ली से बिहार के जोगबनी जा रही सीमांचल एक्सप्रेस ट्रेन पर यमुना ब्रिज के पास सोमवार शाम पथराव हुआ था। ट्रेन के एस-थ्री कोच में सीट नंबर 65 पर बैठे बेगूसराय (बिहार) यात्री 22 वर्षीय सुजीत कुमार को पत्थर लग गया, जिससे वह घायल हो गए थे। आरपीएफ ने मुकदमा दर्ज कर जांच तेज कर दी है।
संदिग्धों के बारे में जुटाई जा रही जानकारी
आरपीएफ ने नैनी, दारागंज, कीडगंज, साउथ मलाका में छापेमारी की है। कई संदिग्धों के बारे में जानकारी भी जुटाई है। दूसरी ओर जीआरपी ने भी आरपीएफ से समन्वय स्थापित करते हुए जंक्शन स्टेशन से यमुना ब्रिज तक रेल ट्रैक के आसपास रहने वाले 22 संदिग्ध युवकों को हिरासत में लिया है।
बताते हैं कि पथराव में तीन-चार युवक शामिल थे। जिस स्थान पर पथराव की घटना हुई थी, वहां रेल ट्रैक के आसपास की गलियों के मकानों में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को सुरक्षा बलों ने देखा है। इंस्पेक्टर जीआरपी राजीव रंजन उपाध्याय का कहना है कि 22 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। सभी से पूछताछ चल रही है।
इटावा में महाबोधि एक्सप्रेस पर पथराव
नई दिल्ली से बिहार के गया जा रही महाबोधि एक्सप्रेस पर सरायभूपत स्टेशन के पास मंगलवार शाम पत्थर फेंके गए, इनमें से एक पत्थर इंजन से टकराया। लोको पायलट की सूचना पर आरपीएफ व जीआरपी ने देर रात आरोपित की पहचान कर उसे पकड़ लिया। पकड़े गए किशोर ने बताया कि उसने बकरी को हटाने के लिए पत्थर फेंका था लेकिन वह ट्रेन से जा टकराया।
पुलिस ने उसे किशोर न्याय बोर्ड के मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया, जहां से उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया। आरपीएफ का दावा है कि किशोर ने पहले भी वंदे भारत व एक अन्य ट्रेन पर पथराव किया था।