Raju Pal Murder Case: माफिया अतीक को बचाने के लिए CBI के डिप्टी एसपी ने लिए थे पैसे, एक करोड़ लेने के लगे थे आरोप
राजू पाल की हत्याकांड से माफिया अतीक को बचाने के लिए सीबीआई के एक डिप्टी एसपी पर एक करोड़ रुपये लेने के आरोप लगे थे। यह मामला उमेश पाल हत्याकांड के बाद चर्चा में आया था। उस वक्त जांच में जुटी कुछ टीमों को पूछताछ के दौरान पता चला था। कहा गया था कि शायद अतीक ने ही एक वरिष्ठ अधिकारी से इस बात को बताई थी।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। राजू पाल की हत्याकांड से माफिया अतीक को बचाने के लिए सीबीआई के एक डिप्टी एसपी पर एक करोड़ रुपये लेने के आरोप लगे थे। यह मामला उमेश पाल हत्याकांड के बाद चर्चा में आया था। उस वक्त जांच में जुटी कुछ टीमों को पूछताछ के दौरान पता चला था। कहा गया था कि शायद अतीक ने ही एक वरिष्ठ अधिकारी से इस बात को बताई थी।
इसमें कहा गया था कि सीबीआई के एक डिप्टी एसपी ने मुकदमे से नाम निकलवाने के लिए एक करोड़ रुपये ले लिए थे, लेकिन बाद में ऐसा नहीं हुआ था। हालांकि उमेश पाल अपहरण कांड में जब अदालत का फैसला आया था, तब निर्णय की कॉपी में भी इसका उल्लेख किया गया था कि सीबीआई के एक अधिकारी ने माफिया का बयान नहीं दर्ज किया था।
किसके खिलाफ कितने मुकदमे हैं दर्ज
- काशीपुर रसूलपुर मरियाडीह निवासी फरहान पुत्र अनीस धूमनगंज थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ नैनी और धूमनगंज थाने में कुल 28 मुकदमे दर्ज हैं।
- मरियाडीह पूरामुफ्ती निवासी मो. आबिद प्रधान पुत्र अनवारुल हक भी हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ धूमनगंज, कर्नलगंज, खुल्दाबाद और नैनी में 38 मुकदमे हैं।
- भरेठा मरियाडीह निवासी जोवद पुत्र बचऊ भी हिस्ट्रीशीटर है। उसके विरुद्ध धूमनगंज थाने में कुल 22 मुकदमे दर्ज हैं। इसमें गुंडा और गैंगस्टर भी शामिल हैं।
- कसारी-मसारी धूमनगंज निवासी गुलहसन पुत्र मंसूर धूमनगंज और कर्नलगंज थाने में कुल सात मुकदमे पंजीकृत हैं।
- भकंदा सरायअकिल कौशांबी निवासी अब्दुल कवी भी हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ सरायअकिल थाने में छह मुकदमे हैं। एक मुकदमा सीबीआई ने दर्ज किया है।
- वा धूमनगंज निवासी रंजीत पाल पुत्र विजयी पाल के खिलाफ धूमनगंज थाने में चार मुकदमे दर्ज हैं।
- नींवा धूमनगंज निवासी इसरार अहमद पुत्र हफीजुद्दीन भी अपराधी है। उसके विरुद्ध धूमनगंज, कीडगंज और कैंट थाने में कुल सात मुकदमे पंजीकृत हैं।