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यूपी वासियों के सेहत पर भारी पड़ रहा चाइनीज लहसुन, बिक्री पर रोक लगाने के लिए बनाया गया टास्क फोर्स

यूपी के लोगों के स्वास्थ्य के लिए चीनी लहसुन खतरा बन रहा है। इसकी बिक्री पर रोक लगाने के लिए सरकार ने टास्क फोर्स का गठन किया है। चाइनीज लहसुन प्रयागराज प्रतापगढ़ कौशांबी फतेहपुर तथा आसपास के जिलों में भी सब्जी बाजारों तक पहुंच चुका है। यह तस्‍करी के दौरान नेपाल से भारत लाया जा रहा है। इसे रोकने के लिए सुरक्षा बढ़ाई गई है।

By GYANENDRA SINGH1 Edited By: Vivek Shukla Updated: Thu, 03 Oct 2024 03:47 PM (IST)
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ऐसे करें चीनी लहसुन की पहचान। जागरण

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। क्या आपने बड़े दाने का व खूबसूरत दिखने वाला लहसुन खरीदकर उपयोग किया है। यदि हां, तो ये आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। दरअसल, यह चाइनीज लहसुन है, जो प्रयागराज, प्रतापगढ़, कौशांबी, फतेहपुर तथा आसपास के जिलों में भी सब्जी बाजारों तक पहुंच चुका है।

इससे मानव स्वास्थ्य को होने वाले खतरे की जानकारी होते सरकार ने कड़ा रुख अपनाया है। शासन के निर्देश पर मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने मंडल स्तरीय टास्क फोर्स गठित किया है, जिसमें अपर आयुक्त प्रशासन, संयुक्त आयुक्त खाद्य उप निदेशक मंडी समेत अन्य अफसरों की टीम बनाई है।

मंडल स्तरीय टास्क फोर्स में चारों जिलों के जिला स्तरीय अधिकारी भी हैं। इसी तरह डीएम रविंद्र कुमार मांदड़ ने एडीएम प्रशासन, सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा द्वितीय, मंडी के अधिकारी, जीएसटी की टीम गठित किया है। इस टीम की जांच के दौरान संबंधित तहसील के एसडीएम अथवा तहसीलदार, एसीपी, इंस्पेक्टर मौजूद रहेंगे। जांच में चाइनीज लहसुन की बिक्री करते कोई पकड़ा जाएगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।

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नेपाल के रास्ते तस्करी से लाया जा रहा लहसुन, अब लगा प्रतिबंध

लहसुन का दाम बढ़ने के कारण नेपाल व बांग्लादेश के रास्ते इसे तस्करी कर लाया जा रहा है। इसकी जानकारी होने पर सरकार ने इसकी बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है।

ऐसे करें चाइनीज लहसुन की पहचान

चीनी लहसुन का आकार आम तौर पर बड़ा होता है और इसका रंग चमकीला सफेद या गुलाबी होता है। चाइनीज लहसुन को पहचानना काफी आसान है, क्योंकि इसका रंग, आकार, और गंध देसी लहसुन से अलग होती है। यह काफी सस्ता होता है, जिस वजह तस्कर इसे बाजार में बेच कर बड़ा फायदा उठाते हैं।

इसकी सबसे बड़ी पहचान इसमें जड़ के स्थान पर कट लगा रहता है। देसी लहसुन की कलियों को रगड़ने पर हाथ पर हल्की चिपचिपाहट सी होती है, जबकि चाइनीज लहसुन में ऐसा नहीं होता।

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क्यों होता है यह नुकसान दायक

चाइनीज लहसुन में सामान्य कई लाभकारी गुणों का अभाव होता है। इसमें चमकदार सफेद रंग देने के लिए उसे क्लोरीनयुक्त किया जाता है, ताकि यह बिल्कुल सफेद हो और दूर से ही लोगों को पसंद आ जाए. इसके अलावा चीनी लहसुन में जिंक और आर्सेनिक जैसी हानिकारक धातुएं भी होती हैं, यह कैंसर का कारण है।

बच्चों में क्लोरीन और आर्सेनिक युक्त चीनी लहसुन खाने से स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा इसमें सिंथेटिक की भी मात्रा पाई जाती है, जो लीवर के लिए काफी नुकसानदायक है।

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